झारखंड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता जे.एम रंगीला ने प्रदीप कुमार से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने बताया की वो खाना खाने से पहले और खाने के बाद हाथों की सफ़ाई करते हैं। हाथ साबुन से या हैंडवास से धोना चाहिए। कोरोना संक्रमण के बाद वो साफ़ सफाई का ध्यान रखते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

दोस्तों, हाथ धोते रहने का कोई निश्चित समय नहीं है पर जब भी हाथ गंदे दिखते हैं हाथ धो लिया करो. इसके अलावा खाना बनाने से पहले और बाद में, खाना खाने से पहले और बाद में, घर पर किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल करने से पहले और बाद में जो उल्टी या दस्त से बीमार है. कट या घाव का इलाज करने से पहले और बाद में. शौचालय का उपयोग करने के बाद. और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें.

झारखंड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता जे.एम रंगीला ने धनेश्वर विद्यार्थी से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने बताया की वे कॉलेज में है और कॉलेज में एमएसएस का दो यूनिट है। जिसमे लड़कियों का 100 यूनिट और लड़कों का भी 100 यूनिट है। उन्होंने इसके माध्यम से अवेर्नेस कार्यक्रम चलाया था। जिसमे लोगो को जागरूक करने का प्रयास किया था। अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

दोस्तों,कोरोना संक्रमण को हल्के में नहीं लेना है बल्कि उसके खिलाफ हमारी जंग अभी भी जारी है. इसलिए लगातार साबुन से हाथ धोते रहें, मास्क का उपयोग करें और शारीरिक दूरी का पालन करें. साथ ही हमें बताएं कि क्या आपके समुदाय में लोग अभी भी इन बातों का ख्याल रखे हुए हैं? आप खुद को और परिवार को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए किन बातों का ध्यान रखते हैं? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

दोस्तों , अगर आप लोग चाहते हैं कि परिवार में सभी मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहें तो अपनी सोच सकारात्मक रखो. भरपूर नींद लोग और योग, ध्यान जैसी गतिविधियां करनी शुरू करो. और एक बात का ध्यान रखना... शराब, तम्बाखू या किसी भी प्रकार के नशे से खुद को और परिवार को दूर रखना. ये चीजें शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करती हैं. साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर करेंगी. जिससे कोविड के प्रति लड़ना मुश्किल हो जाएगा. ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें .

झारखंड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता जे.एम रंगीला ने गुंजरडीह पंचायत निवासी हीरामन महतो से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने बताया की कोरोना महामारी से बचाव के लिए वो बच्चों को साफ़-सफाई के प्रति जानकारी देते हैं। उन्हें समय समय पर हाथों को सेनेटाइज करने को कहते हैं। इसके साथ ही बच्चों को गर्म पानी और गर्म खाना भी देते हैं।बच्चों को घर में खेल सामग्री दे कर उनका मन बहलाने की कोशिश करते हैं। जिससे उन्हें किसी भी प्रकार का तनाव महसूस ना हो।बच्चों को योगा के साथ अलग-अलग खेलों से जोड़ कर उनका बेहतर शारीरिक और मानसिक विकास किया जा सकता है।बच्चों के साथ समय बिता कर खुद भी खेल में शामिल हों।जिससे बच्चों को घर में तनाव जैसा माहौल महसूस ना हो

एक जरूरी बात. बच्चों के सामने कोविड संक्रमण या फिर किसी भी प्रकार की नकारात्मक बातें ना करें. संक्रमण के प्रति उनके मन में डर ना बिठाएं, बल्कि उन्हें प्यार से समझाएं कि कोविड संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है और ये क्यों जरूरी है. जितना हो सके, घर का माहौल सकारात्मक रखें और खुद को भी शांत रखें. इससे ना केवल बच्चे मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहेंगे बल्कि आप भी खुश रहेंगे.. और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें !

झारखंड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता जे.एम रंगीला ने हिरामन महतो से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने बताया की कोरोना से अगर कोई व्यक्ति ठीक हो जाता है तो उसे मास्क का उपयोग करना चाहिए। उसे हमेशा हाथ सेनेटाइजर करते रहना चाहिए। साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन करते रहना चाहिए। खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें। 

दोस्तों, मालुम है , स्वास्थ्य विशेषज्ञ समुदाय का कहना है कि शराब पीने या फिर धूम्रपान करने से शरीर के उस तंत्र में बाधा होगी जिसमें कोविड-19 वैक्सीन के बाद एंटीबॉडी का उत्पादन होने की उम्मीद है।डॉक्टर्स का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति कोविड-19 वैक्सीन लेता है और उसके बाद धूम्रपान या शराब पी लेता है, तो इससे एंटीबॉडी के उत्पन होने में बाधा आएगी और जिस स्तर की एंटीबॉडी की ज़रूरत है उतनी शरीर को नहीं मिल पाएंगी . और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

दोस्तों, कोरोना संक्रमित मरीजों में सर्दी जुकाम, खांसी और बुखार का होना आम लक्षण हैं, इसलिए डॉक्टर एहतियात के तौर पर उन्हें ठंडी चीजों से दूर रहने की सलाह देते हैं. जैसे बर्फ, ठंडा पानी, शरबत आदि. लेकिन फलों का जूस तो उनकी तबियत में सुधार लाने के लिए बहुत जरूरी है, अगर जूस में बर्फ ना डालें तो! साथ ही इसके अलावा और क्या क्या ध्यान रखना चाहिए , जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।