पेटरवार प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय चिपुदाग में शुक्रवार को सहयोगिनी संस्था की ओर से  दुर्व्यपार तथा ट्रैफिकिंग के खिलाफ जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान सभी को बालिका  ट्रैफिकिंग के खिलाफ शपथ भी दिलाई गई। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। संस्था के निदेशक गौतम सागर ने बताया  कि मानव व्यापार तथा बाल मजदूरी के खिलाफ सुरक्षित गांव बनाने को लेकर स्कूलों तथा गांवों में यह अभियान  चलाया रहा है. इन सतत प्रयासों का उद्देश्य बच्चों की ट्रैफिकिंग और बाल श्रम के खिलाफ लोगों में जागरूकता के स्तर को बढ़ाना है. गत एक दशक में देश में केंद्र और राज्य सरकारों ने बच्चों की ट्रैफिकिंग पर काबू पाने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं लेकिन आम लोगों में जागरूकता की कमी के कारण ये प्रयास पूरी तरह सफल नहीं हो पाए हैं.   कार्यक्रम के दौरान सहयोगिनी के समन्वयक रवि कुमार राय ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों सहित झारखंड  में  बच्चों की ट्रैफिकिंग को रोकना दशकों से एक बड़ी चुनौती है. यद्यपि सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर प्रयासों के कारण ट्रैफिकिंग के मामले दर्ज होने की संख्या बढ़ी है लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना शेष है. हमें अपने परिवार गांव को सुरक्षित रखना है तो हमें सचेत रहना होगा. इस दौरान कॉमिक्स बुक्स के माध्यम से बच्चों को बाल तस्करी के बारे में जानकारी दी गई. कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रधानाध्यापक साकेत कुमार, सहायक शिक्षक रंजन कुमार ,गौतम कुमार सिन्हा, गौरी शंकर महतो, नूपुर कुमारी, आंगनवाड़ी सहायिका प्रियंका देवी, सेविका  किरण कुमारी समाजसेवी कौशर हाश्मी, अमित कुमार महतो, अनिल कुमार आदि उपस्थित थे.