विद्यापतिनगर। प्रखंड के पीएचसी पर पिछले 12 जुलाई से आशा कार्यकर्ताओं की अनिश्चितकालीन हड़ताल पाँचवें दिन रविवार को भी जारी रही। उन्‍होंने कहा कि जब सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, न्यूनतम वेतनमान करने समेत 9 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होती हैं तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आदोलन बिहार राज्य आशा फेसिलिटेटर संघ एवं सीटू के बैनर तले चल रहा है। आशा कार्यकर्ता का कहना है कि आशा कार्यकर्ताओं के आंदोलन से बौखलाकर सरकार आशाओं की एकता को तोड़ने की कोशिश कर रही है। आशाओं की एक ही मांग है, पक्की नौकरी, पूरा वेतन और सामाजिक सम्मान। इसके लिए हर स्‍तर पर आंदोलन किया जाएगा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम गर्मी, जाड़ा, बरसात हर मौसम में अपनी सुरक्षा की परवाह किये बिना सभी सरकारी योजनाओं को पालन करना सुनिश्चित कर रहे हैं। कोरोना के समय जब सब लोग घरों में कैद थे तब आशाओं ने उनकी बढ़चढ कर मदद की। होना तो यह चाहिए था कि आशाओं को इसका श्रेय देते हुए मासिक वेतन दिया जाता है, लेकिन इसके बजाय सरकार की उदासीनता और गलत नीतियों के चलते आशाओं को हड़ताल पर जाने के लिए विवश होना पड़ा है।