-चुनाव से पहले नौकरी जाने के खतरे से बच जाएंगे 12 लाख शिक्षक -मुंबई में फुट ओवरब्रिजों की हालत संबंधी याचिका पर हाईकोर्ट सुनवाई करेगा -रांची में झमाझम बारिश के साथ ओले गिरे, मौसम विभाग ने दी चेतावनी -होली को लेकर शांति समिति की बैठक -आईपीएल में घरेलू टीम के लिये खेलना हमेशा विशेष होता है: इशांत
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झारखंड राज्य से दिव्या कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से 'बस चलते जाना' शीर्षक पर आधारित कविता प्रस्तुत कर रही है जिसमें उनका कहना है कि राह में चलते जाना है ,मंजिल खुद ही पाना है ,दूर दूर तक चलते, बस चलते जाना है। रास्ते खुद ही बनाना है,आगें बढ़ते जाना है,दूर दूर तक चलते,बस चलते जाना है । लक्ष्य भेद कर हमको,आगें जाना है,सपने को पूरा करके,हमे मंजिल पाना है.लाख मुसीबत आये कोई ,उसे ऱास्ते से हटाना है,दूर दूर तक चलते,बस चलते जाना है।
झारखंड राज्य से अंशिका गुप्ता मोबाईल वाणी के माध्यम से माँ पर आधारित एक कविता प्रस्तुत कर रही है जिसमें उनका कहना है कि चूल्हे की जलती रोटी सी,तेज आँच में जलती माँ,भीतर -भीतर बलके फिर भी,बाहर नहीं उबलती माँ, धागे -धागे यादें बुनती ,खुद को नई रुई सा धुनती ,दिन भर तनी ताँत सी बजती,घर -आँगन में चलती माँ।
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