चुरचू प्रखंड के इंदिरा पंचायत के करमा बेड़ा में स्वस्थ भारत अभियान के तहत सपोर्ट संस्था द्वारा कर्मा बेड़ा के सभी ग्रामीणों को जागरूक किया गया। साथ ही साथ पूरा कर्मा बेड़ा के ग्रामीणों ने अपने बस्ती मैं झाड़ू लगाकर सफाई की गई। साथ लोगों को शौचालय का प्रयोग करने के लिए भी जागरुक किया गया।

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किसानों का फसल हुआ चकनाचूर पानी और आंधी और भारी बर्फबारी के कारण से भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। किसान चुरचू प्रखंड के चुरचू पंचायत में सबसे ज्यादा खेती कम से कम 10 एकड़ से अधिक की जमीन में लगाई गई टमाटर और तरबूज की खेती 1 घंटा में ही कुदरत ने नष्ट करके चौपट कर दिया।

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चुरचू प्रखंड के चरही ग्रामीणों को पानी के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रही है बताया जा रहा है कि नाला तो सूखी हुई है पर इस हालत में पानी लाने के लिए अगर कुमार जाए तो कभी सुखी दिखने मैं नजर आ रही है चिपक जाए तो सिर्फ चापाकल की हैंडल चलाते ही रह जाते हैं हैं पर पानी का एक बूंद भी देखने को तरस रहे हैं चरही के ग्रामीण

झारखण्ड राज्य के जिला हज़ारीबाग प्रखंड चुरचू से अर्जुन टुडू मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि चुरचू प्रखंड मुख्यालय के बाहर चुरचू मेन बाजार टांड़ में पत्थर बिछाने का काम किया जा रहा है। लेकिन इसमें बहुत ही लापरवाही बरती जा रही है।वे बताते है कि ठेकेदारों द्वारा नियमो का पालन नहीं किया जा रहा और बिना पानी एवं बिना रोलिंग किए हुए पत्थर बिछाने का काम किया जा रहा है । इसका परिणाम यह होगा कि जब बरसात का समय आएगा तो जैसे ही पानी जमा होगा धीरे धीरे पत्थर के नीचे वाला मिट्टी अपने आप ही नीचे खिसकती जाएगी।ठेकेदार अपने कुछ रुपए बचाने के लिए इस प्रकार की लापरवाही दिखा रहे हैं।ना उन्हें आगे के लिए कुछ दिख रहा है और ना ही बाजार में आने जाने वाले लोगों व दुकानदारों की परेशानियाँ ही दिख रही है ।इस सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार ठेकेदारों से बात की गई और उनके द्वारा आश्वासन भी दिया गया की सही तरीके से काम कराया जायेगा लेकिन अभी भी ठेकेदारों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है । ग्रामीणों ने बताया कि जब तक रोलिंग करके पत्थर नहीं बिछाया जाएगा तब तक यहां पर काम नहीं होने दिया जायेगा।

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चुरचू प्रखण्ड अंतर्गत चुरचू पंचायत के खुरण्डी,जमडीह,नगड़ी,चुरचू,बोदरा, लासोद, बाली,अपनी बदहाली की कहानी कहती है। जो दलितों का एक टोला है।इस टोले में कोई पानी के लिए अब तक जलमीर से आने वाला पानी आज तक इंतिज़ार कर रहे हैं इन गांव के ग्रामीण आजतक पनी सुबिधा उपलब्ध नही है।बालीडीह, झुमरी,कुसुमडीह, कुटमबड्ड,चिरूबेड, सिमडबेड़ा,बगजोबरा,इन गाँव में बदहाल सड़क के वजह से चारपहिया वाहन नही पहुँचता है।जिसके कारण गर्भवती महिला एवं बीमार व्यक्ति को खटिया पर लादकर सड़क तक पहुँचते है तब अस्पताल लाया जाता है।वर्ष 2003 में मनरेगा योजना के तहत कुछ गांवों में सड़क बना था अब उस रास्ते से गुणवत्ता के अभाव में बह चुका है। कुछ टोले में पेयजल का भयंकर संकट उत्पन्न हो गया है।पानी लाने के लिए टोले की महिलाएं आधा किलोमीटर दूर   से एक नदी में बना चुंवा है वहाँ से पानी लाती है टोले के सभी कुँए सुख चुके है।टोले में बिजली पहुँची है पर आँखमिचौली बनी रहती है,अभी भी डिबरी युग में लोग जीने को विवश है।यहाँ रोजगार का भी व्यवस्था नही है।इस पंचायत के युवक बाहर सहर व जिले में काम करने के लिए मजबूर है।जो बरसात के मौसम में घर लौटते है।जबकि 2011 के जनगणना के अनुसार चुरचू पंचायत के कैलू मांझी ने बताया कि यह सब गांव 1947 से पहले से बसा है।यह सब चुरचू प्रखंड में आता है।इस टोले में सभी समस्याएं विद्यमान है,इस पंचायत की समस्याओ पर किसी की नजर नही है।इस पंचायत में कोई पदाधिकारी  एवं कोई जनप्रतिनिधि भी  जायजा लेने टोला नही पहुँचते है।जिसके कारण ग्रामीण उदासीन रहते है।।।क्या कहते हैं चुरचू पंचायत के लोग।।सुखराम टुडु,चुरचू पंचायत उप मुखिया, श्री सहदेव किस्कु, मफुच खान,कृष्ण हेम्ब्रोम,विजय हांसदा, सेयामसुंदर, समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि फिलहाल पेयजल अतिआवश्यक है,इसके लिए चुरचू पंचायत के जमडीह में बन रहे जलमीर को जल्द से जल्द पानी सप्लाई करे और जो गांव में सप्लाई पैम्प नही पुहंचा है वहां बोरिंग करवाने की मांग करते हैं, चुकी कुओ में पानी कम मात्रा में निकलता है।साथ ही  गांव स्तर पर रोजगार का व्यबस्था किया जाय ताकि कोई युवक अन्य महानगरों में काम के तलास में पलायन नही करे।इस संदर्भ में चुरचू पंचायत के उप मुखिया सहदेव किस्कु ने बताया कि इस चुरचू पंचायत में जलमीनार जमडीह गांव में लगया गया है इस पंचायत में सभी समस्या विद्यमान है डोली की समस्या पर किसी की नजर नहीं है इस डोले मैं कोई पदाधिकारी एवं कोई जनप्रतिनिधि भी जायजा लेने नहीं पहुंचते जिसके कारण ग्रामीणों में उदासीन रास्ते हैं *क्या कहते हैं चुरचू पंचायत के लोग* मफुच खान ने बताया की फिलहाल पेयजल अति आवश्यक है इसके लिए हम जल्द से जल्द जमडीह में बना जलमीनार से पानी सप्लायर करने को कहा भी है साथ ही साथ चुरचू पंचायत के सभी गांव में हम लोग बोरिंग करने के लिए मांग करते हैं क्योंकि कुएं में पानी का मात्रा में निकलता है साथ ही गांव के अस्तर पर रोजगार का व्यवस्था किया जाए ताकि कोई युवक अन्य महानगरों में काम करने के तलाश ना करें इस संदर्भ ने चुरचू पंचायत के मुखिया रूपलाल राम ने बताया कि इस चुरचू पंचयात के जमडीह में जल मीनार बन रहा है बनने के बाद जल संकट दूर हो जाएगा एवं इसी वर्ष जहाँ सड़क नही बना है हम अपने और से कोशिस करेंगे कि जल्द से बनाने का प्रयास करेंगे।

चुरचू प्रखंड के नगड़ी बिरहोर कालोनी में बना जल मीनार जो कि 1 महीने से इस भरी गर्मी की भीषण में खराब हो गई है जिसे बिरहोर कॉलोनी के निवासी पानी के अभाव से बहुत सी दिक्कत तो से जूझ रही है जिस तरह से मौसम इस भीषण गर्मी को देखते हुए कुआ के साथ साथ जल मीनार भी कोई काम का नहीं रह गया है बताया जा रहा है कि नगरी गाँव में अनेक कुआं वाह चापाकल भी है पर इस गर्मी में वह भी पानी के लिए तरस रहे हैं बिरहोर कॉलोनी के ग्रामीणों ने बताया की हम लोगों को पता भी नहीं है कि अगर हमारे जल मीनार खराब हो जाएगी तो किससे वह कहां इसकी शिकायत करें जो कि हम लोग का समस्या समाधान हो सके साथ ही साथ सभी क्रोनी के ग्रामीणों ने बताएं हम लोग के यहां एक महीना से जल मीनार खराब पड़ा है पर इस पर कोई पदाधिकारी या कर्मचारी की नजर नहीं आई इस भीषण गर्मी के मैशम में जलसंकट में देखने को मिल रहा है इंसान के लिए भी भयावह स्थिति होते जा रहे हैं। जलस्रोत का हल यह है कि खुद कुंआ अपने आप मे पानी के लिए तरस रहे हैं। विधायक प्रतिनिधि श्री मेघनाथ महतो ने बताया कि इस पर प्रखंड पदाधिकारी का लापरवाही से ही इतने दिन जल मीनार के बिना जीने को मजबूर हैं बिरहोर कॉलोनी के निवासी है जल के लिए तरस रहे लोगों को कोई भी पदाधिकारी का नजर नहीं पढ़ रहा है

चुरचू प्रखंड के चुरचू पंचायत के बालीडीह व झुमरी गाँव जो कि चुरचू प्रखंड मुखयालय से मात्र 4 किलो मीटर की दूरी में है। बालीडीह व झुमरी में आदिवासी एवं OBC जाती के लोग व निवासी रहते हैं। आजादी के इतने के इतनी दशक गुजर जाने के बाद भी यहां विकास की किरने आज तक नहीं पहुंचा है। अशिक्षा बेरोजगारी इस गांव के लिए अभिशाप बना हुआ है।बालीडीह पोहचने के सड़क नही है। आजदी के इतने दशतक बीतने के बावजूद इस गांव में आज भी लोग जंगल के रास्ते में बनाए हुए पगड़ी के ही सहारे आवागमन करने को मजबूर है गांव की पगड़ी भी अंतिम सांस ले रही है सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीण कई बार प्रखंड मुख्यालय के पदाधिकारी उक्त गांव का द्वारा कर के ग्रामीणों को सड़क जल्द से निर्माण करने का आश्वासन दिया था इसके बावजूद भी आज तक प्रखंड के किसी अधिकारी जय ध्यान आकृष्ट हो रहा है ना ही विधायक व सांसद का ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2018 के लगभग पूरा गांव के लोगों ने प्रखंड मुख्यालय का घेराव किया था तत्कालीन बी.डी.ओ ने जल्द से जल्द ही गांव में सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों से गौरतलब की थी लेकिन आज तक प्रखंड विकास पदाधिकारी की तरफ से कोई पहल नहीं किया गया जिसमें ग्रामीणों में काफी रोष है। साथ ही साथ चुरचू प्रखंड के उप प्रमुख श्री चौलेश्वर महतो, व प्रमुख प्रतिनिधि श्री किसुन महतो ने इस मामले को लेकर बताया कि हम गांव के साथ हैं उक्त दोनों गांव में सड़क बहुत जरूरी है ग्रामीणों ने जब प्रखंड मुख्यालय के बी.डी.ओ ने ग्रामीणों से आश्वासन दिया था कि जल्द ही एक गांव में सड़क निर्माण का प्रक्रिया किया जाएगा उस समय लोगों को आश्वासन मिला था कि जल्द ही उक्त गांव में सड़क निर्माण की पहल की जाएगी इस मामले को लेकर हम वीडियो से फिर से अपने अस्तर से बात करेंगे चुरचू प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि किसुन महतो।