किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

बिहार राज्य के मधुबनी जिला से रामाशीष ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि खजौली प्रखंड के अंतर्गत कनौली पंचायत में कोच्चि नहर की शाखा नहरों के निर्माण के लिए दर्जनों एकड़ जमीन सरकार द्वारा अर्जित की गई। पश्चिम कोच्चि नहर की दो शाखा नहरें हैं,लेकिन इन नहरों से आज तक एक भी भूमि की सिंचाई नहीं हो पाई है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बिहार राज्य के मधुबनी जिला से मारोना प्रखंड सिक्किम जिले से महाबीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे आज मारोना पुलिस स्टेशन के पास गनौरा स्कूल के निकतम आज राजद के तेजस्वी यादव का कार्यक्रम दो बजे से रखा गया है, जिसमें लोग भारी वोट लेकर लोगों के पास आने लगे हैं। निर्यात करने जाने वाले लोगों की भारी भीड़ है, कहते हैं कि रास्ते में, यह लाभप्रद रूप से चल रहा है, जो यहाँ से पंद्रह किलोमीटर दूर गनोदा में है। चाहे वह हाई स्कूल का कार्यक्रम हो या कॉलेज का मैदान, यह एक ए. ए. सी. कार्यक्रम होगा जो पहले से ही खेल रहा है जो कम भारी होगा ।

कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्वीकारोकती के बाद सवाल उठता है, कि भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? इतनी जल्दबाजी मंजूरी देने के क्या कारण था, क्या उन्होंने किसी दवाब का सामना करना पड़ रहा था, या फिर केवल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। जिसके लिए फार्मा कंपनियां अक्सर कटघरे में रहती हैं? मसला केवल कोविशील्ड का नहीं है, फार्मा कंपनियों को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती हैं, उसके बाद भी जांच एजेंसियां कोई ठोस कारवाई क्यों नहीं करती हैं?

मधुबनी गर्मी के मौसम एवं तेज हवा को देखते हुए अग्नि सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने जारी किया एडवाइजरी।....................... आपदा नही होगी भारी, यदि पूरी है तैयारी....... जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने लोगों से सावधानी बरतने की जारी की अपील। ।--------। ------आपातकालीन सेवा का फोन नंबर 112 एवम जिला नियंत्रण कक्ष(आपदा) के नंबर 06276-222576 अपने पास अवश्य रखें *जिलाधिकारी, अरविन्द कुमार वर्मा ने जिले में गर्मी के मौसम* *एवं चल रही तेज हवाओं के कारण अग्निकांडो में वृद्धि की संभावना को देखते हुए लोगों से* *सचेत रहने की अपील जारी की है। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी चूक से अग्नि कांड होने की संभावना बनी रहती है* *और जानमाल की क्षति होती है। ऐसे में आम लोगों को सचेत रहने खेत, खलिहान* *एवं घरों में अग्नि सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अग्नि सुरक्षा को लेकर जानकारी* *एवं पूर्व तैयारी हो तो आपदा के प्रभाव को न्यूनतम किया जा सकता है।* उन्होंने लोगो से अपील करते हुए कहा कि खलिहान को हमेशा गांवों की आबादी एवं फसलों से भी दूर खुले स्थान पर लगाएं। थ्रेसर का उपयोग करते समय डीजल इंजन या ट्रैक्टर के साइलेंसर को लंबे पाइप के द्वारा ऊंचाई पर रखें । *थ्रेसर के उपयोग करते समय पास में कम से कम 200 लीटर पानी भरकर अवश्य रखें। *खलिहान के आसपास छोटी-छोटी बाल्टियों में बालू भरकर रखें । *रोशनी के लिए सोलर लैंप, टॉर्च, इमरजेंसी लाइट इत्यादि बैटरी वाले यंत्र का ही प्रयोग करें। * एक खलिहान से दूसरे खलिहान की दूरी 20 फीट से कम ना रखें । *खलिहान वैसे जगह लगाएं जहां अग्निशमन वाहन आसानी से पहुंच सके। * खलिहान वैसी जगह हो जहां जल स्रोत नजदीक हो ,जैसे नदी, तालाब ,पैन ,बोरिंग । *खलिहान में कच्ची फसलों का बड़ा टाल ना लगाया जाए। *खलिहान के आसपास अलाव ना जलाएं,यदि बहुत आवश्यक हो तो पानी भरी बाल्टीया अवश्य पास में रखें। * बिजली की नंगी तारों के नीचे खलिहान नहीं बनाया जाए। *खलिहान में पूजा में उपयोग किए जाने वाले वस्तु यथा अगरबत्ती ,धूप ,दीपक इत्यादि पर नजर रखें ,जब तक कि वह पूरी तरह बुझ न जाए। * खलिहान के आसपास किसी भी उत्सव के दौरान आतिशबाजी का प्रयोग ना तो स्वयं करें नहीं दूसरे को करने दें। * बांस के खंबे के द्वारा नंगे बिजली के तार खेतों में ना रखें। *खेतों के आसपास बीड़ी सिगरेट आदि ना पिए तथा ना ही किसी को पीने दे । *कटनी के बाद खेत में छोड़े डंठलों में आग ना लगाएं। **रसोईघर को यथासंभव अग्नि रोधक बनाने के लिए उसे चारों तरफ गीली मिट्टी का लेप लगा दे।* फूस के घरों में भी मिट्टी का लेप लगाएं। * *देहाती क्षेत्रों में खासकर फूस एवं खपरैल मकानों के निवासी खाना सुबह 8:00 बजे से पहले और शाम 5:00 से 6:00 के बीच* (सूर्यास्त से पूर्व) बना लें। * दीप,लालटेन,ढिबरी आदि के प्रयोग में सावधानी बरतें । *रसोई में कोई भी ज्वलनशील पदार्थ ना रखें जैसे मिट्टी तेल, सिंथेटिक कपड़े इत्यादि। * ढीले और सिंथेटिक कपड़े ना पहने और बालों को खुला न रखें। रसोईघर से बच्चों को दूर रखें। *तेज हवा में खुली जगह पर खाना ना बनाएं यदि संभव हो तो चूल्हे को चारों तरफ से घेर कर रखें । *किसी भी जलते पदार्थ को बुझा कर ही सोएं। * घर में हमेशा अग्निशामक पदार्थ जैसे कि पानी ,बालू, सूखी मिट्टी ,धूल इत्यादि जमा कर रखें। * हरे पेड़ जैसे केला में अग्नि ताप को कम करने की क्षमता होती है अतः इसे अपने घर के चारों ओर लगाएं । *सभी लोगों को प्राथमिक उपचार की जानकारी होनी चाहिए सभी *लोग आपातकालीन सेवा का फोन नंबर 112 एवं जिला नियंत्रण कक्ष (आपदा) के नंबर 06276-222576 अपने पास अवश्य रखें ।* *जलती हुई बीड़ी सिगरेट और माचिस की काठी के खेत खलियान में ना फेंके। * आग बुझाने के लिए पानी, बालू और सुखी मिटटी, धूल का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि अगलगी से सुरक्षा एवम बचाव को लेकर जिले में लगातार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। मॉक ड्रील का आयोजन कर आग पर कैसे काबू पाया जाय इसके विभिन्न तरीकों को बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अग्निकांडो की सूचना अग्निशमन पदाधिकारी तक शीघ्र पहुंचाएं ताकि अग्निशमन वाहनों को त्वरित कार्रवाई हेतु भेजा जा सके। अग्निकांड की सूचना अनुमंडल वार अग्निशमन पदाधिकारी के निम्न दूरभाष संख्या पर दी जा सकती है।। सदर अनुमंडल, 7485805832,7485805833 रहिका थाना-8935898622 बाबुबरही थाना-9798058185, 7782963474 कलुआही थाना :-6200195012 जयनगर अनुमंडल, 7485805838, 7485805839 लदनियां थाना:- 8860931741 झंझारपुर अनुमंडल, 7485805882, 06273295101 मधेपुर थाना:- 9431822752 भेजा थाना- 9431822759 रुद्रपुर थाना-9470001400 बेनीपट्टी अनुमंडल 7485805834, 7485805835 मधवापुर थाना:-8757625103 बिस्फी थाना-9431822735 साहरघाट-9504408005 अरेर थाना-9572906795 फुलपरास अनुमंडल, 7485805836, 7485805837 खुटौना थाना:- 7542840898 लौकही थाना:- 7481064414 आंध्रामठ थाना:-7717789845

हांगकांग के फूड सेफ्टी विभाग सेंटर फॉर फूड सेफ्टी ने एमडीएच कंपनी के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला मिक्स्ड पाउडर और करी पाउडर मिक्स्ड मसाला में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाया है और लोगों को इसका इस्तेमाल न करने को कहा है. ऐसा क्यों? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

हमारे देश में हर एक दिन की अपनी खास बात और महत्व है। जहां एक दिन किसी दिन को हम किसी की जयंती के रूप में मनाते हैं, तो किसी दिन को बेहद ही खुशी से। इसी कड़ी में 24 अप्रैल का दिन भी बेहद खास है।इस दिन पंचायतो में विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है जो पंचायत की उपलब्धियों और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में उनके योगदान को उजागर करते हैं। यह दिन 17 जून 1992 को संविधान में 73वें संशोधन के पारित होने और 24 अप्रैल 1993 को कानून लागू होने की याद में मनाया जाता है। पंचायती राज व्यवस्था का जनक लॉर्ड रिपन को माना जाता है अगर देश में किसी गांव में कोई दिक्कत है या उस गांव की हालत खराब है, तो उस गांव की इस समस्या को दूर करने और उसे सशक्त एवं विकसित बनाने के लिए ग्राम पंचायत ही उचित कदम उठाती है। तो आइये दोस्तों ,इस राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर हम सभी पंचायत के नियमों का पालन करे और पंचायती राज व्यवस्था का हिस्सा बन कर पंचायत के विकास में योगदान दे । मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की और से आप सभी को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

जिले में कम प्रतिशत मतदान को लेकर मतदाता को जागरूक करने के लिए आईसीडीएस के द्वारा जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई डीपीओ मधुबनी आईसीडीएस ने बताई है कि लोगों में जागरूकता फैलाने को लेकर के यह है आईसीडीएस के सेविका सहाय का परिमेय का के द्वारा विभिन्न विद्यालयों एवं प्रखंड मुख्यालय में जागरूकता रैली की आयोजन की गई है।

दोस्तों, प्रधानमंत्री के पद पर बैठे , किसी भी व्यक्ति से कम से कम इतनी उम्मीद तो कर ही सकते हैं कि उस पद पर बैठने वाला व्यक्ति पद की गरिमा को बनाए रखेगा। लेकिन कल के भाषण में प्रधानमंत्री ने उसका भी ख्याल नहीं रखा, सबसे बड़ी बात देश के पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ खुले मंच से झूठ बोला। लोकतंत्र में आलोचना सर्वोपरि है वो फिर चाहे काम की हो या व्यक्ति की, सवाल उठता है कि आलोचना करने के लिए झूठ बोलना आवश्यक है क्या? दोस्तों आप प्रधानमंत्री के बयान पर क्या सोचते हैं, क्या आप इस तरह के बयानों से सहमत हैं या असहमत, क्या आपको भी लगता है कि चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जाना अनिवार्य है, या फिर आप भी मानते हैं कि कम से कम एक मर्यादा बनाकर रखी जानी चाहिए चाहे चुनाव जीतें या हारें। चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर आप क्या सोचते हैं। अपनी राय रिकॉर्ड करें मोबाइलवाणी पर।

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" के नारे से रंगी हुई लॉरी, टेम्पो या ऑटो रिक्शा आज एक आम दृश्य है. पर नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च द्वारा 2020 में 14 राज्यों में किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि योजना ने अपने लक्ष्यों की "प्रभावी और समय पर" निगरानी नहीं की। साल 2017 में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में हरियाणा में "धन के हेराफेरी" के भी प्रमाण प्रस्तुत किए। अपनी रिपोर्ट में कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ स्लोगन छपे लैपटॉप बैग और मग खरीदे गए, जिसका प्रावधान ही नहीं था। साल 2016 की एक और रिपोर्ट में पाया गया कि केंद्रीय बजट रिलीज़ में देरी और पंजाब में धन का उपयोग, राज्य में योजना के संभावित प्रभावी कार्यान्वयन से समझौता है।