जय नगर से अमर ज्योति जी बताते है कि जयनगर के गोपाल गौशाला को राजनेताओं की दलों के कार्यकर्त्ता और वकील सर्विस लेने का रैन बसेरा कर लिया है ,जहाँ पहले कभी गाये रखा जा रहा था उस जगह अब मोटर साईकिल और साइकिल का स्टैंड बना दिया गया है। जो मकान टूट रहा है उसे देखने वाला कोई नही है । जो भी थोड़ा बचा हुआ उसे दबंग लोग अपने रहने का जगह बना लिए है । गोशाला के चारो और कचड़ा फैला हुआ है इसे साफ़ करने वाला भी कोई नही है

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जयनगर से अमर ज्योति जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि आज विभिन्न कार्यक्रमो के साथ मनाया जा रहा है शिक्षक दिवस। मधुबनी प्रखण्ड के कई विद्यालयों में बच्चो ने बहुत उत्साह के साथ नाटक,नृत्य और संगीत कार्यक्रम कर शिक्षक दिवस मनाया। शिक्षक भी बच्चो को ज्ञान की बात बताये और शिक्षक दिवस के महत्व को समझाए

जिला मधुबनी जयनगर से अमर ज्योति जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की दो दिनों से हो रही बारिस से जयनगर प्रखण्ड में उमस भरी गर्मी से आम जनता को राहत मिली है। वही किसानों के लिए ये बारिस अमृत से कम नहीं है।बारिस के होने से किसानों के बीच ख़ुशी छा गई है।किसानों के लिए यह बारिस राम बाण के समान है और किसान खेतो में खाद्य डालना शुरू कर दिए है।अब खेतो में फसल लहराएगी।

जिला मधुबनी जयनगर से अमर ज्योति मोबाइल वाणी के माध्यम से मधुबनी मोबाइल वाणी के खबर का असर बताते हुए कहते है की 22 अगस्त को उत्कर्मित मध्य विद्यालय बेतौन्ह हरिजन में शिक्षक की कमी के बारे में सन्देश प्रसारित कर SDO,BDO और DEO के मोबाइल पर सन्देश भेजा गया था।इस सन्देश के बाद 29 अगस्त को 5 शिक्षक विद्यालय में भेज दिया गया।जिससे अब छात्रों की शिक्षा में सुधार की आस नजर आ रही है।इस प्रभाव को देखते हुए बिहनी पश्चिमी की पंचायत समिति सियाराम ठाकुर जी कहते है।की हम भी अब प्रखंड में लिखित रूप देंगे और शिक्षक की मांग करेंगे।

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जयनगर से अमर ज्योति जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जयनगर प्रखण्ड में शिक्षा का स्तर दिन प्रतिदिन दयनीय होते जा रहा है,उत्क्रमित मध्यविद्यालय बथनाहा हरिजन में 450 से ज्यादा विद्यार्थी है और यहाँ पढ़ाने के लिए सिर्फ तीन ही शिक्षक है जिसमे से एक शिक्षक को बी.एल.ओ बना दिया गया है और इस तरह दो शिक्षको से कैसे संभलेंगे शिक्षा व्यवस्था। बिहार सरकार तो कह रही है कि शिक्षित बिहार-विकसित बिहार पर विद्यालय में शिक्षको की संख्या नही बढ़ा रहे है, इससे बच्चो को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नही मिल रहे है।