जिला में हाल में हुए फाइलेरिया की पहचान के लिय नाईट ब्लड जांच सर्वे में करीब 350 लोगों में फाईलेरिया रोग की पहचान की गयी है। जबकि जिले में पहले से करीब आठ सौ हाइड्रोसिल व तीन सौ हाथी पांव की बीमारी के रोगी चिन्हित हैं। इस बीमारी पर नियंत्रण के लिय दो वर्ष से अधिक उम्र वाले को कृमि व फाइलेरिया की दवा खिलायी जाएगी। यह अभियान जिले में दस फरवरी से चौदह दिन तक चलेगा। बताते है कि इस अभियान में हाथी पांव के रोगी को एम एम डीपी का किट दिया जाएगा। साथ ही इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी किया जायेगा। इसको लेकर टीम ने तैयारी पूरी कर ली है।