बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण के सीतामढ़ी से मोनू कुमार और इनके साथ शिक्षक रविंद्र मिश्रा हैं वे मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि आज के समय में बेटियों का शिक्षित होना अति आवश्यक है। क्योंकि हर बेटी का सपना रहता है कि वो पढ़ लिख कर आत्मनिर्भर बने। लड़कियाँ शिक्षित हो इसके पीछे सरकार भी करोड़ो रूपए खर्च कर रही है। साथ ही कई क्षेत्रों में अशिक्षा के कारण लोग बेटा और बेटी में भेदभाव करते हैं। अतः अभिभावकों को बच्चों के प्रति अपने मन में एक समानता रखना चाहिए। क्योंकि आज बिटिया हर उस मुकाम को हासिल कर रही है जिसका अरमान माता पिता केवल बेटों में रखते हैं। साथ ही बेटियों का विवाह सही उम्र में ही करना चाहिए जल्दी शादी कर देने से उन्हें कई तरह की बिमारियों का भी सामना करना पड़ता है।