आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले श्रीराम विग्रह प्राण प्रतिष्ठा को लेकर क्षेत्र के देहली गांव में राम भक्तों ने रामजानकी मन्दिर की साफ सफाई की। शशांक दीक्षित ने बताया कि श्रीराम रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में 21 जनवरी को श्रीराम जानकी मन्दिर देहली में प्रातः 8 बजे से श्री रामचरितमानस पाठ का शुभारम्भ होगा।

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रायबरेली। श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के ३५७वे प्रकाश पर्व को बहुत धूमधाम हर्षाेल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा हैं। प्रकाश पर्व के दिन सुबह अमृत वेले से कथा, कीर्तन,प्रवचन  ज्ञानी जगरूप सिंह जी, हजूरी रागी अमृतपाल सिंह जी ,गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के वीरों द्वारा संगत को निहाल किया उपरांत अमृतसर से आए प्रसिद्ध रागी सुखप्रीत सिंह जी के शबद सुन संगत निहाल हो गई। गुरुद्वारा साहिब के वरिष्ठ सदस्य  जगरूप सिंह जी ने  गुरु जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा श्री गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म 22 दिसंबर 1666 को पटना शहर में हुआ था,पटना साहिब सिख पंथ का दूसरा तख्त है।गुरु जी को 9 वर्ष की उम्र में ही गुरु गद्दी सौंप दी गई थी। पटना साहिब में गुरुद्वारा मैनी संगत है जहां गुरुजी बाल अवस्था में ही श्री फतेहचंद मैनी  के यहां खेलने जाते थे, और काजी रहीम खां एवं करीम खां ने गुरु साहब को बाग़ भेट किया था,जो गुरुद्वारा गुरु का बाग नाम से पटना साहब मे प्रसिद्ध है। गुरुद्वारा साहिब के वरिष्ठ सदस्य सुरेंद्र सिंह मोंगा जी ने कथा द्वारा गुरु जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भजन बंदगी करने वाले साईं भीखन शाह को सबसे पहले गुरु जी के अवतार होने का अनुभव प्राप्त हुआ था उस समय शाह जी करनाल में थे और दर्शन करने के लिए तुरंत पटना साहिब रवाना हो गए और दर्शन किए।

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मीठे गुड़ में मिल गए तिल उड़ी पतंग और खिल गए दिल हर पल सुख और हर दिन शांति आप सबके लिए खुशियाँ लाये मकर संक्रांति ! मकर संक्रांति यानी कि सूर्य के एक राशि से दूसरे यानी मकर राशि में प्रवेश करने को मकर संक्रांति कहा जाता है। यह देश के अलग अलग भागों में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है। इस दौरान विभिन्न पारंपरिक पकवान या मीठे व्यंजन तैयार किए जाते हैं। मकर संक्रांति को पतंगों का पर्व , संक्रांति, पोंगल, माघी, उत्तरायण, उत्तरायणी और खिचड़ी पर्व आदि जैसे विभिन्न नामों से भी जाना जाता है. यह शीतकालीन दिनों के अंत और लंबे दिनों की शुरुआत का प्रतीक है। भारत के विभिन्न राज्यों में मकर संक्रांति मनाने के अपने अनूठे तरीके हैं, जो देश में परंपराओं और रीति-रिवाजों की विविधता को दर्शाते हैं। यह त्यौहार सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व रखता है, इस पावन अवसर पर मोबाइल वाणी के परिवार की ओर से आप सभी को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएँ।

न्यू स्टैण्डर्ड बालिका विद्या मन्दिर में लोहड़ी त्योहार के सुअवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। विद्यालय प्रधानाचार्य सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अग्नि के इर्द-गिर्द परिक्रमा करते हुए अग्नि में गुड़ मुंगफली, रेवड़ी, गजक, मक्का आदि अर्पित किये।