शक्तिपीठ कड़ाधाम से कालेश्वर घाट को जाने वाला मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुका है।सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं जिसके चलते लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर बने गड्ढे हादसे को दावत दे रहे हैं। इन्ही गड्ढों के चलते कई बार बाइक सवार गिरकर चुटहिल भी हो चुके हैं।स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई बार समस्या की बाबत विभागीय अधिकारियों को सूचित भी किया गया लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।स्थानीय लोगों ने आलाधिकारियों से सड़क का निर्माण कराए जाने की मांग की है।

कड़ा विकास खण्ड के औरेनी गांव में लाखों रुपये खर्च कर सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है शौचालय का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भी ग्राम पंचायत की ओर से ग्रामीणों की सुविधा के लिए शौचालय को चालू नहीं किया गया। सामुदायिक शौचालय जनता के लिए चालू न किए जाने से ग्रामीण खुले में शौच को विवश हैं।शौचालय में निर्माण पूरा होने के बाद ताला बंद कर दिया गया है। शौचालय का ताला खोलकर चालू कराने को आए दिन ग्रामीणों की ओर से विभागीय अधिकारियो को कई बार शिकायत की गई लेकिन इसके बावजूद ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों की मनमर्जी के आगे अधिकारियों का निर्देश भी बेअसर साबित रहा है। यह केवल एक गांव के शौचालय की बदहाली नहीं है बल्कि जिले में बने अधिकांश सामुदायिक शौचालयों की यही स्थिति है। ऐसे शौचालयों का ताला खोलवाकर ग्रामीणों को सुविधा मुहैया कराए जाने को जिम्मेदार अधिकारी भी गंभीर नहीं हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के कौशाम्बी ज़िला से हमारे श्रोता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि नगर पंचायत अजुहा के वार्ड नं दो अंबेडकर नगर के लिटिल ब्लॉसेम्स कांवेंट स्कूल के समीप मुख्य मार्ग के दोनो तरफ आर सी सी नाली एवं इंटरलॉकिंग का कार्य ठेकेदार के माध्यम से करवाया जा रहा है। जिसमे ठेकेदार द्वारा आरसीसी नाली की जगह दोयम दर्जे की घटिया किस्म की ईट और घटिया मसाले से निर्माण कराकर मानक की धज्जियां उड़ाकर करवाई जा रही है। आसपास के लोगों के विरोध करने पर भी संबंधित ठेकेदार की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है। ठेकेदार की मनमानी से आक्रोशित लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है।

उत्तरप्रदेश राज्य के कौशाम्बी ज़िला से हमारे श्रोता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि भगंडा से कनैली मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो गया है। लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कत हो रही है

उत्तरप्रदेश राज्य के कौशाम्बी ज़िला से हमारे श्रोता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा सड़कों का जाल बुना जा रहा है लेकिन इसके निर्माण की गुणवत्ता को लेकर अधिकारी बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।जिसकी वजह से बनने के 3 महीने के अंदर ही सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। जिसकी वजह से अब स्थानीय ग्रामीण भी सड़क की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। महज तीन माह के अंदर ही उखड़ने लगी है तो ऐसे में यह सड़क कितने दिन तक चलने योग्य रहेगी।

नगर पंचायत दारानगर में बेशकीमती ज़मीन प्रशासन ने खाली कराई। जिला पंचायत की करोड़ों की ज़मीन पर भूमाफिया ने जबरन किया था कब्ज़ा। भूमाफिया से प्रशासन ने ज़मीन को खाली कराया। बुलडोजर से भूमाफिया का घर गिराया गया। मेंन रोड पर करोड़ो की ज़मीन पर भूमाफिया ने जबरन बना रखा था मकान।

नगर पंचायत दारानगर कड़ा धाम के दारानगर ज्वालन पर शुक्रवार को तहसील प्रशासन द्वारा एक विकलांग व्यक्ति का आशियाना ढहा दिया गया जबकि दोनों पति-पत्नी विकलांग हैं और उन्होंने जिलाधिकारी कौशांबी से मिलकर अपने लिए भूमि की मांग की थी जिसमें इनको आश्वासन भी मिला था ।कुछ माह पहले इनको अधिकारियों द्वारा नोटिस भेजा गया था कि आप जमीन को खाली कर दें इसके बाद आज अचानक तहसील प्रशासन के अधिकारीयो ने मौके पर पहुंचकर घर को गिरा दिया जबकि इस तरह की हाड़ कंपाती सर्दी में विकलांग दंपत्ति के रहने का कोई आशियाना तक नहीं है।पीड़ित विकलांग दम्पति का कहना है कि लगभग इस जमीन पर 25 वर्षों से निवास कर रहे थे तब से आज तक जिला प्रशासन ने इस जमीन की कोई ध्यान नहीं दिया और अब बिना नोटिस दिए अचानक शुक्रवार को घर पर कार्रवाई कर दी गई।वहीं प्रशासन का कहना है कि यह सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण पर कार्रवाई की गई है।

लड़कियों के सपने सच में पुरे हो , इसके लिए हमें बहुत सारे समाजिक बदलाव करने की ज़रूरत है। और सबसे ज्यादा जो बदलाव की ज़रूरत है, वो है खुद की सोच को बदलने की। शिक्षा महिलाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन ला सकती है लेकिन शिक्षा को लैंगिक रूप से संवेदनशील होने की जरूरत है। गरीब और वंचित समूह के बच्चों को जीवन में शिक्षा में पहले ही सीमित अवसर मिलते हैं उनमें से लड़कियों के लिए और भी कम अवसर मिलते हैं, समान अवसर तो दूर की बात है। सरकारी स्तर पर जितने ही प्रयास किये जा रहे हों, यदि हम समाज के लोग इसके लिए मुखर नहीं होंगे , तब तक ऐसी भयावह रिपोर्टों के आने का सिलसिला जारी रहेगा और सही शौचालय न होने के कारण छात्राओं को मजबूरी में स्कूल छोड़ने का दर्द सताता रहेगा। तब तक आप हमें बताएं कि *----- आपके गांव में सरकारी स्कूल में शौचालय है, और क्या उसकी स्थिति कैसी है? *----- क्या आपको भी लगता है कि सरकारी स्कूल में शौचालय नहीं होने से लड़कियों की शिक्षा से बाहर होने का बड़ा कारण है *----- शौचालय होने और ना होने से लड़कियों की शिक्षा किस प्रकार प्रभावित हो सकती है?

कड़ा विकास खण्ड के थुलगुला गांव में बनाया गया बारात घर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।निर्माण कार्य मे ठेकेदार द्वारा जमकर अनियमितता की गई जिसके चलते अधिकारियों को भवन को बनकर तैयार होने से पूर्व ही कंडम घोषित करना पड़ गया।बता दें कि थुलगुला गांव में वित्तीय वर्ष 2021-22 में क्षेत्र पंचायत समिति द्वारा दलित बस्ती में बारात घर का निर्माण कराया गया था।ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा मानक के विपरीत कार्य कराया गया और निर्माण कार्य मे जमकर धांधली की गई जिसके चलते बनकर तैयार होने से पहले ही भवन में दरारें आ गयी।जांच के दौरान खंड विकास अधिकारी कड़ा ने आरोप सही पाए जाने पर भवन को कंडम घोषित करते हुए भुगतान रुकवा दिया।ग्रामीणों का कहना है कि जिस समस्या के चलते बारात घर का निर्माण कराया गया था वह अब भी बनी हुई है।ग्रामीणों ने मांग की है कि कंडम घोषित किये गए भवन का ध्वस्तीकरण कराकर पुनः नए भवन का निर्माण कराया जाए जिससे लोगों को सहूलियत हो।

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