हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

नारी तू अबला नहीं ,स्वयं शक्ति पहचान। अपने हक को लड़ स्वयं, तब होगा उत्थान।। महिलाएं समाज का एक अहम् हिस्सा है लेकिन बदलते वक्त के साथ महिलाएं आज राष्ट्र निर्माण में भी अपना योगदान दे रही है। हर साल 8 मार्च के दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद महिला सशक्तिकरण की तरफ एक कदम है. यह दिन दुनिया भर में महिलाओं के त्याग ,साहस और सम्मान को समर्पित दिन होता है। हर साल अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस को एक थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है साल 2024 में इस दिन को 'इंस्पायर इन्क्लूज़न ' थीम के साथ मनाया जा रहा है जिसका मतलब है "एक ऐसी दुनिया,जहां हर किसी को बराबर का हक और सम्मान मिले" दोस्तों हम सभी अपने आस पास की उन सभी महिलाओं की शक्ति जो की अविश्वसनीय है उसे सलाम करें और उनके हौसले को बुलंद करें । आप सभी को मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक-हार्दिक शुभकामनाएं।

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उत्तर प्रदेश राज्य के आज़मगढ़ जिला से मोबाइल वाणी के माध्यम से मंजू देवी भुनी दाल की कचौड़ी बनाने की विधि बता रही हैं। इसके लिए उर्द की धूलि दाल, आटा , घी, नमक, लाल मिर्च, सौफ, धनिया और हींग ले। कचौड़ी बनाने के छह घंटे पहले उर्द दाल को भिगो देते हैं। परात में 500 ग्राम घी लेकर आटे को गूथ लेते हैं और भीगी हुई दाल को पीसकर उसमे धनिया, हींग, लाल मिर्च, नमक, सौफ और हरी मिर्च का भरावन तैयार करते हैं। फिर घी गरम करके तैयार भरावन को भून लेते हैं उसके बाद आटे की छोटी छोटी गोलिया बनाते हैं और अंगूठे की सहायता से बिच में दबाते हुए गोली को थोड़ा सा बड़ा करते हैं और उसके बाद भरवां को भरकर गोलियों को बंद कर देते हैं। उसके बाद चकले पर इसे रखकर बेल लेते हैं और कढ़ाई में घी गरम करके इसे दोनों तरफ से सेक देते हैं उसके बाद भुनी दाल की कचौड़ी तैयार हो जाती है

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