पूजा के पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों व स्वच्छता विभाग के कर्मी सहित विभिन्न स्वंयसेवी संगठनों के कार्यकर्ता तालाबों और नदी तटों की सफाई में जुटे हुए थे। पूजा समाप्त होने के बाद साफ-सफाई का काम भूल गए। फूल, गन्ने के पत्ते, दीपक, अगरबत्ती के पैकेट के अलावा तटों पर बड़े पैमाने पर दोना, पत्तल, टूटे फूटे खिलौने आदि कचरे का ढेर लगा हुआ है।