पहले चलो इश्क लड़ाए गाने पर बच्चों के सामने अतिथि शिक्षक ने लगाए ठुमके, जांच शुरू हुई तो मांग रहे माफी, मामला ढीमरखेड़ा शासकीय स्कूल का कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी जिले के ढीमरखेड़ा स्थित शासकीय स्कूल में अतिथि शिक्षकों का डांस करने का मामला विगत दिनों सामने आया था। टीचर्स ने बच्चों के सामने ‘चलो इश्क लड़ाए’ गाने पर फूहड़ डांस किया था। इस पर प्राचार्य सहित अतिथि शिक्षकों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है और कहा है कि अगली बार से इस तरह की गलती नहीं होगी। स्कूल की प्रिंसिपल ने गलती स्वीकार करते हुए लिखित जानकारी में बताया है कि बच्चों की जिद पर अतिथि शिक्षकों ने साड़ी पहन कर डांस किया था। दोबारा भविष्य में ऐसी गलती नहीं होगी। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के द्वारा मामले की जांच अभी पूर्ण न होने की जानकारी भी बताई जा रही है। दरअसल ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम दशरमन हायर सेकेंडरी स्कूल में वार्षिकोत्सव के दौरान अतिथि शिक्षकों के द्वारा साड़ी पहनकर मंच में नाचने का मामला सामने आया था। इस मामले को कलेक्टर अवि प्रसाद ने संज्ञान में लेकर शिक्षा विभाग को जांच के निर्देश दिए थे। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एस एस मरावी ने स्कूल पहुंचकर बच्चों और शिक्षकों के बयान लेकर प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। नोटिस का जवाब देते हुए प्राचार्या ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी जिले के ढीमरखेड़ा स्थित शासकीय स्कूल में अतिथि शिक्षकों का डांस करने का मामला विगत दिनों सामने आया था। टीचर्स ने बच्चों के सामने ‘चलो इश्क लड़ाए’ गाने पर फूहड़ डांस किया था। इस पर प्राचार्य सहित अतिथि शिक्षकों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है और कहा है कि अगली बार से इस तरह की गलती नहीं होगी। स्कूल की प्रिंसिपल ने गलती स्वीकार करते हुए लिखित जानकारी में बताया है कि बच्चों की जिद पर अतिथि शिक्षकों ने साड़ी पहन कर डांस किया था। दोबारा भविष्य में ऐसी गलती नहीं होगी। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के द्वारा मामले की जांच अभी पूर्ण न होने की जानकारी भी बताई जा रही है। दरअसल ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम दशरमन हायर सेकेंडरी स्कूल में वार्षिकोत्सव के दौरान अतिथि शिक्षकों के द्वारा साड़ी पहनकर मंच में नाचने का मामला सामने आया था। इस मामले को कलेक्टर अवि प्रसाद ने संज्ञान में लेकर शिक्षा विभाग को जांच के निर्देश दिए थे। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एस एस मरावी ने स्कूल पहुंचकर बच्चों और शिक्षकों के बयान लेकर प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। नोटिस का जवाब देते हुए प्राचार्या ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है।