उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की जल संरक्षण आज के समाया में एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। पानी बचने के लिए अपने आदतों में सुधार लाना होगा

गर्मी की लहर के दौरान बाहर काम करने वाले लोगों की सुरक्षा पर आधारित कार्यक्रम। यह कहानी एक परिवार के माध्यम से लू से होने वाले खतरों, चिकित्सा सलाह और सुरक्षा उपायों को दर्शाती है, साथ ही श्रोताओं को जागरूक करने का प्रयास करती है। आपकी राय में इस भीषण गर्मी में किस तरह से बाहर काम करने वाले लोग अपना ध्यान रख सकते हैं? हम किस तरह से इन लोगों की मदद कर सकते हैं?

इस भीषण गर्मी की चपेट में आने से बचना है, तो मौसम विभाग या सरकार द्वारा दी जाने वाली जानकारी और चेतावनी को गभीरता से समझना है और उन बातों का पालन करना है. सावधानी और सतर्कता, इन दोनों बातों का हमें ध्यान रखना है |इस भीषण गर्मी से जुड़ी चेतावनी आपको कहाँ से मिलती है ? चेतावनी सुनने या देखने के बाद आप क्या कदम उठाते है ? आप या आपके आसपास लोग इस भीषण गर्मी से बचने के लिए क्या करते है ?

उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की जल को बचाने के लिए हमें कुछ सरल उपाय अपनाने चाहिए। हमें छतों पर वर्षा जल संचयन या तालाब बनाने जैसे जल संचयन को बढ़ावा देना चाहिए। हमें पानी से संबंधित उपकरणों में सुधार करना चाहिए और उन्हें बचाना चाहिए। हमें स्कूलों और समुदायों में शिक्षा के माध्यम से जल संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलानी चाहिए

साथियों, हमें बताएं कि क्या आपके क्षेत्र के सरकारी जिला अस्पतालों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों, आंगनबाडी में पानी की कमी है? क्या वहां प्रशासन ने पानी की सप्लाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं की है? अगर अस्पताल में पानी नहीं मिल रहा है तो मरीज कैसे इलाज करवा रहे हैं? क्या पानी की कमी के कारण बीमार होते हुए भी लोग इलाज करवाने अस्पताल नहीं जा रहे? या फिर आपको अपने साथ घर से पानी लेकर अस्पताल जाना पड़ रहा है? अपनी बात अभी रिकॉर्ड करें, फोन में नम्बर 3 दबाकर.

इस भीषण गर्मी से बचना है तो इन बातों का हमेशा ध्यान रखना है। नियमित रूप से पानी पीना, भोजन में पौष्टिक तत्व और ठंडी चीज़ों को शामिल करना और हल्का भोजन करना। अगर आपने इस भीषण गर्मी से बचने के लिए कोई खास तरीका अपनाया है या फिर अपने भोजन में किसी तरह की कोई खास चीजें शामिल की हैं, जिससे कि इस भीषण गर्मी में कुछ राहत मिल सके, तो अपने ये उपाय सभी के साथ जरूर बांटें।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की तेज धूप की किरणें होती हैं, इसलिए इस दौरान बाहर जाने से बचने के लिए यदि आवश्यक हो, तो टोपी या छतरी लें और नहाने के बाद सनस्क्रीन क्रीम लगाएं। गर्मी को मात देने के लिए खूब पानी पिएं फल और सब्जियों जैसी ठंडी चीजों का सेवन करें अच्छी नींद लें और जल्दी उठें घर में ठंडी हवा बनाए रखें कंडीशनर या पंखे चालू करें और ध्यान रखें कि दोपहर के गर्म समय में बाहर न जाएं

उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की पानी हमारे लिए एक बहुमूल्य संसाधन है और इसे बचाने के लिए हमें पहले पानी का ठीक से उपयोग करना चाहिए। हमें अपने घरों में सिंक और शॉवर के पानी का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करना सीखना चाहिए और बारिश के पानी के बजाय पौधों को पानी देने या बागवानी के लिए शेष पानी का उपयोग करना चाहिए। कटाई के लिए वर्षा जल संचयन सुविधा बनाई जानी चाहिए और इसका उपयोग पुनर्चक्रण के लिए किया जाना चाहिए। जल संरक्षण के लिए हमें स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि पानी हमारे लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है जिसका उपयोग हम न केवल पीने के लिए बल्कि कई अन्य चीजों के लिए भी करते हैं। पानी का ठीक से उपयोग करना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसकी स्थिति और प्रदूषण हमारे पर्यावरण के लिए हानिकारक हो सकता है। शहरों और गाँवों में अच्छी जल संरचनाओं और उपकरणों के माध्यम से स्वच्छ और स्वस्थ पानी प्राप्त करने के लिए पानी महत्वपूर्ण है जो नियमित रूप से पानी को स्वच्छ और अपशिष्ट मुक्त रखते हैं। जल का उपयोग करके प्रणालियों को बढ़ाने और संरक्षित करने की आवश्यकता है ताकि हम भविष्य में भी इसका उपयोग कर सकें। जल की बचत और पुनर्चक्रण हमारी जिम्मेदारी है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से ताराकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि हमें शुद्ध जल ही पीना चाहिए , पानी हमारे शरीर के विभिन्न कार्यों में मदद करता है,यह हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारियों का भी एक हिस्सा है कि हम जल संरक्षण के उपाय अपनाएं और इसका शुद्ध और उचित तरीके से उपयोग करें ताकि हमारा और आने वाली पीढ़ियों का संकल्प जल संरक्षण की दिशा में बना रहे।