लू लगने के लक्षण और घरेलू उपचार के साथ साथ सावधानियां और बचाव के तरीके, डॉक्टरी सलाह के साथ गर्मी से निपटने की तैयारियां। क्या आपने भीषण गर्मी यानी लू लगने के ऐसे लक्षण खुद में या अपने परिवार, दोस्त या पड़ोसी में देखे हैं? अगर हाँ, तो आपने या उन्होंने ऐसे में क्या कदम उठाए? भीषण गर्मी से जुड़ी और किस तरह की जानकारी आप सुनना चाहेंगे?

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिल रही है, गर्मी का समय सभी के लिए कठिन होता है लेकिन जब यह बहुत अधिक हो जाता है तो यह सामान्य गर्मी होती है। इस प्रकार की आर्द्र गर्मी से राहत पाना मुश्किल हो सकता है, और इसे दूर करने के लिए, एक व्यक्ति को नियमित रूप से पानी और बॉडी कूलर पीना चाहिए। कपड़े पहनने चाहिए लंबे समय तक धूप के संपर्क में रहने से बचें व्यायाम और शारीरिक गतिविधि गर्मियों के दौरान सुबह या शाम को की जानी चाहिए जब हवा ठंडी हो। ठंडे पानी से नहाने से भी राहत मिलती है। जब आप अपने शरीर को ठंडा करते हैं, तो यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है। गर्मी को मात देने के लिए ये सरल कदम उठाएँ।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमें केवल शुद्ध पानी पीना चाहिए। शुद्ध पानी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जल हमारा शरीर है। यह हमारे शरीर के सभी कार्यों के लिए अत्यंत आवश्यक है क्योंकि हमारे शरीर का लगभग साठ प्रतिशत भाग पानी से बना है और यह रक्त तक पहुँचने और विभिन्न प्रक्रियाओं में मदद करता है। शुद्ध और स्वच्छ पानी हमें पेट की समस्याओं, त्वचा की सुरक्षा जैसी बीमारियों से बचाने में मदद करता है और शरीर के विभिन्न अंगों को ठीक करने में मदद करता है। समय-समय पर अच्छी गुणवत्ता वाले स्वच्छता अभियान और विद्युतीकरण न केवल हमारे स्वास्थ्य के लाभ के लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी आवश्यक हो गए हैं। यह फायदेमंद भी है, इसलिए हमें शुद्ध और स्वच्छ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए और इसका नियमित रूप से उपयोग करना चाहिए।

भीषण गर्मी और लू के कारण स्वास्थ्य, पर्यावरण, कृषि और अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ रहे हैं, इन सभी खतरों से निपटने के लिए हमें तैयारियां करनी होंगी।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की जल संरक्षण आज के समय की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। प्रभावी उपाय किए जाने चाहिए सबसे पहले, हमें अपने दैनिक उपयोग में पानी की बचत करनी चाहिए, उपयोग में नहीं होने पर नल को बंद रखना चाहिए, वाहनों को धोने के लिए पाइप के बजाय बाल्टियों का उपयोग करना आवश्यक है, इसके अलावा, वर्षा जल एक महत्वपूर्ण तरीका है जिससे हम वर्षा जल एकत्र करते हैं उपयोग कर सकते है ।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की बढ़ती गर्मी से बचने के लिए सबसे पहले हमें पर्याप्त पानी पीना चाहिए। नारियल पानी और अन्य तरल पदार्थों का भी सेवन करना चाहिए, हल्के और ढीले कपड़े पहनना चाहिए, सूती कपड़े गर्मी में आरामदायक होते हैं और पसीने को अवशोषित करते हैं।

गर्मी से बचने के लिए सभी जरुरी कदम उठाने होंगे | बिजली का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल ना करें, पानी का सही इस्तेमाल करें और जब तक ज़रूरी ना हो, घर से बाहर धुप में ना निकले |

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अधिक गर्मी पड़ने से अस्पतालो मे मरीजों की संख्या बढ़ी गई है। अस्पतालों में बढ़ती भीड़ ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर दबाव बढ़ा दिया है। आपातकालीन वार्डों में बिस्तरों की कमी हो रही है और दवाओं की मांग बढ़ रही है। अस्पताल प्रबंधक को इन स्थितियों से निपटने के लिए अतिरिक्त उपाय करने होते हैं, जैसे कि अधिक कर्मचारियों की नियुक्ति, आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार और जागरूकता बढ़ाना। अभियानों के माध्यम से जनता को सचेत करना सरकार और स्वास्थ्य विभाग को लोगों को अत्यधिक गर्मी से खुद को बचाने के तरीके बताने चाहिए जैसे कि पर्याप्त पानी पीना, घर के अंदर रहना, हल्के कपड़े पहनना और धूप में स्नान करना।

दोस्तों, फसले बिना केमिकल के जी जाती हैं पर पानी के बिना तो जमीन बेजान ही है! मवेशियों में भी कहां इतनी जान होगी कि वो खेत जोत पाएं, हमें दूध दे पाएं! पानी तो सबको चाहिए , पर... साथियों, हमें बताएं कि पानी के प्राकृतिक स्त्रोत खत्म होने से आपको किस तरह की दिक्कतें हो रही हैं? क्षेत्र के कुएं, पोखर और तालाब प्रशासन ने खत्म कर दिए हैं या फिर वे सूख रहे हैं? क्या इन्हें बचाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं? अगर स्त्रोत सूख रहे हैं तो आपके पास पीने के पानी का क्या विकल्प है? क्या खेतों में पानी नहीं पहुंचने से फसलों को नुकसान हो रहा है? पानी की कमी के कारण किसानों और पशुपालकों को किस तरह की दिक्कतें हो रही हैं? खेतों में पानी पहुंचाने के लिए आपने क्या व्यवस्था की है और क्या यह पर्याप्त है? दोस्तों, पानी अहम है क्योंकि ये हमें जीवन देता है और आप तो जानते ही हैं.... जिंदगी जरूरी है!

उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि हर साल गर्मी के कारण लोगों को परेशान करता है। गर्म हवा और आर्द्रता बढ़ जाती है जो लोगों के लिए स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनती है। आर्द्र गर्मी तेजी से थकान और तेजी से पसीना का कारण बनती है। बुखार जैसी समस्याएं विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करती हैं