बरबीघा क्षेत्र में रविवार को चैती छठ पर्व को लेकर छठव्रतियों ने डूबते हुए सूर्य का अर्घ्य दिया. चैती छठ को लेकर बरबीघा क्षेत्र में सुबह से ही उत्साह देखा गया. शाम 4:00 बजे से बरबीघा के मालती पोखर इत्यादि छठ घाट पर पहुंचकर छठ व्रतियों ने स्नान कर शाम को डूबते हुए सूर्य का पहला अर्घ्य दिया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

जिंदगी के हर पल खुशियों से कम न हो, आप के हर दिन ईद के दिन से कम न हो, ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो, जी हां दोस्तों ईद-उल-फितर जिसे आप लोग मीठी ईद के नाम से भी जानते है।आज दुनिया भर में ईद का जश्न मनाया जा रहा है और लोग एक दूसरे के गले लग कर बधाइयाँ दे रहे है और खुशियाँ बाँट रहे है। रमजान के महीने से ही ईद के जश्न की तैयारी शुरू हो जाती है । बच्चों से लेकर बड़ों बूढों तक को ईद का इंतज़ार रहता है। ईद के मौके पर ईदी दिए जाने का रिवाज है। लोग अपने करीबियों को ईद की मुबारकबाद के साथ ईदी के रूप में तोहफे देते हैं ।नए कपड़े पहनते हैं, भव्य दावतें तैयार करते हैं।ईद मुस्लिम समुदाय के खास त्योहारों में से एक है और यह रमजान के आखिरी दिन सेलिब्रेट किया जाता है। ईद हमें एकता और आपसी सौहार्द का संदेश देता है और समृद्ध समाज बनाने के लिए प्रेरित करता है।लोग इसे उत्साह और बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।तो आइये हम भी इस जश्न का हिस्सा बने और समाज में शांति-सद्भाव और अमन का सन्देश फैलाये। दोस्तों,मोबाइल वाणी परिवार की ओर से आप सभी श्रोताओं को ईद की ढेर सारी बधाईयाँ।

ऐसे मनाना होली का त्यौहार, पिचकारी से बरसे सिर्फ प्यार, यह मौका अपनों को गले लगाने का, तो गुलाल और रंग लेकर हो जाओ तैयार।होली के दिन हर जगह जश्न का माहौल होता है,भारत में होली बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है कई राज्यों में वसंत ऋतु के आगमन होते ही होली के त्यौहार की शुरुआत हो जाती हैं।होली के दिन लोग एक दूसरे के घर जाकर रंग व गुलाल लगाते हैं,घरों में तरह तरह के पकवान बनाते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं।तो आइये दोस्तों हम भी मनाये बिना पानी के गुलाल और रंगो वाली सुखी और स्वस्थ होली। मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से होली के शुभ अवसर पर आप सभी को ढेरो बधाइयां।

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छठ घाटों पर महिला चोर गिरोह ने पांच महिलाओं के गले से काटा सोने का चेन व मंगलसूत्र। शेखपुरा।। बरबीघा व जयरामपुर थाना क्षेत्र के मालती पोखर व तेतारपुर छठ घाट पर सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने परिवार वालों के साथ आई कई महिलाओं के गले से सोने का चेन व मंगलसूत्र चोरी होने का मामला प्रकाश में आया है। भीड़ का फायदा उठाकर महिला चोरों ने घटना को अंजाम दिया है। हालांकि इस दौरान चैन खिंचते महिला चोर का फोटो भी कैमरा में कैद हो गया है। जहां पीङीतो के द्वारा महिला चोर का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है। घटना के संबंध में जानकारी देते हुए रामपुर सिंडाय निवासी पीड़ित रौशन कुमार ने बताया कि हमारी पत्नी प्रीति देवी डेढ़ लाख रुपए मूल्य का सोने का मंगलसूत्र पहने हुए थी‌। जहां अर्ध्य देने के बाद आग में धूप देने के क्रम में दो तीन की संख्या में महिलाओं ने मेरी पत्नी को घेरकर धक्का मुक्की करते हुए गले से मंगलसूत्र गायब कर दिया। उन्होंने बताया कि छठव्रती के वेशभूषा में हीं महिला चोर का गिरोह आया था और भीड़ का फायदा उठाकर कई महिलाओं के गले से सोने का चेन गायब कर दिया। सोने का चेन खिंचते वक्त एक महिला चोर का फोटो भी कैमरा में कैद हुआ है। हालांकि अभी तक कोई भी पीङित के द्वारा थाने में लिखित सूचना नहीं दी गई है। इसी तरह तो तोयगढ़ निवासी हरेराम सिंह की पत्नी विदोत्तमा देवी तथा राहुल सिंह की पत्नी निशु कुमारी का भी सूर्य मंदिर में पूजा करने के दौरान गले से सोने का चैन निकाल लिया गया। इसके अलावा गांधी सरोवर छठ घाट पर भी भीड़ का फायदा उठाकर शिक्षक विनय कुमार की मां उर्मिला देवी और बाजार के व्यवसाय सुनील कुमार की मां का गले से लाखों का सोने का चेन गायब कर दिया गया। उधर मामले को लेकर जयरामपुर थाना प्रभारी मनोज कुमार झा ने बताया कि अभी तक घटना को लेकर लिखित शिकायत थाने में नहीं दी गई है। लिखित शिकायत प्राप्त होते ही पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर जल्द से जल्द गिरोह को पकड़ने का काम करेगी।

चेवाड़ा प्रखंड क्षेत्र करंडे, कपासी, महेशपुर, छठियारा,घारी, इत्यादि गांव में नहाय-खाय से शुरू हुआ चार दिवसीय आस्था का पर्व छठ का सोमवार समापन हुआ। छठ व्रती महिलाओं ने आज व्रत खोला है। शनिवार को खरने के साथ शुरू हुआ 36 घंटे का निर्जला व्रत सोमवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समाप्त हुआ। व्रती महिलायें सोमवार को उदीयमान भास्कर देव को अर्ध्य देने के बाद व्रत का पारण किया गया।

शेखपुरा।। छठ पूजा के दूसरे दिन छठव्रति खरना का प्रसाद खाकर 36 घंटे का निर्जला उपवास रखा। छठपूजा के तीसरे दिन आस्ताचलगामी भगवान सूर्यदेव को अ‌र्घ्य दान करेंगे और अंतिम चौथे दिन उदयमान भगवान भाष्कर को अ‌र्ध्य देने के बाद पारण कर चार दिवसीय सूर्योपासना का महा पर्व छठपूजा का समापन करेंगे । नहाय-खाय के दिन से ही हिन्दु धर्मावलम्बी पूरी आस्था और भक्ति के साथ इस महापर्व में लीन हो गये । छठपूजा को लेकर छठव्रती अपने घरों को पूरी पवित्रता के साथ पूजा पाठ करते हैं । बिहार और झारखंड राज्य में यह पर्व सबसे पवित्र पर्व और लोक आस्था का पर्व के रूप में जाना जाता है । इसी को लेकर इस क्षेत्र के लोग भी छठ पूजा के भक्तिमय वातावरण में पूरी तरह से डूबे हैं । शुक्रवार की सुबह स्नान-ध्यान के बाद कद्दू-भात खाकर इस पर्व का शुभारंभ किया । शनिवार को छठव्रती मिट्टी के चूल्हे और मिट्टी व पीतल के वर्तनों में प्रसाद बनाकर संध्या समय में पूजा पाठ कर प्रसाद को ग्रहण किया । प्रसाद के रूप में कहीं रसिया-खीर तो कहीं वासमती चावल, दाल, पिट्ठा, रोटी आदि चढ़ाया गया। इस प्रसाद की महत्ता अधिक होने की वजह से दूर-दराज या फिर दूसरे प्रदेश में रहने वाले परिवार भी अपने घर आकर खरना का प्रसाद को ग्रहण करते हैं । छठवर्ती इसी प्रसाद को खाने के बाद 36 घंटे का निरर्जला अनुष्ठादन शुरू किया । आज का प्रसाद ग्रहण करने के लिए पूरी रात लोग छठव्रतियों के घर श्रद्धालु आते जाते रहे। इस महा प्रसाद को ग्रहण करने के लिए देश एवं देश के बाहर बसे बिहारी बंधु अपने घर व गांव पधार चुके है।

पंचायत के छठ घाटों की साफ- सफाई में जुटे स्वच्छता कर्मचारी। घाटकुसुम्भा।। लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही है। इसी कङी में घाटकुसुम्भा प्रखंड के कुछ छठ घाटों पर स्वच्छता कर्मियों के द्वारा साफ़ सफाई किया जा रहा है। जहां डीहकुसुम्भा पंचायत के स्वच्छता मित्रों के द्वारा पंचायत के सभी छठ घाटों पर साफ़ सफ़ाई किया गया। इस मौके पर स्वच्छता पर्वेक्षक रामप्रवेश कुमार ने कहा कि छठ पूजा को देखते हुए छठ घाटों का साफ सफ़ाई कराया जा रहा है। साफ़ सफाई अभियान पंचायत के स्वच्छता मित्रों को लगाया गया है। ताकि छठ घाट पर आने वाले छठ व्रतियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। छठ घाटों पर साफ़ सफाई के साथ-साथ छठ घाटों पर लाइट का भी व्यवस्था ग्रामीणों के द्वारा कराया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि स्वच्छता कर्मी के द्वारा गांवों की गलियों की भी साफ-सफाई किया जा रहा है। ताकि आने वाले छठव्रतियों को कोई कठिनाई नहीं हो। साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। स्वच्छता पर्यवेक्षक रामप्रवेश कुमार की देखरेख में स्वच्छता कर्मी सावो देवी, ब्रह्मदेव केवट,सकेन राम, चंदन केवट, शत्रुघ्न राम समेत कई कर्मियों ने छठ घाटों की साफ-सफाई किया।

चेवाड़ा प्रखंड क्षेत्र सहित ग्रामीण इलाको में सूर्योपासना के चार दिवसीय महापर्व छठव्रत के प्रथम दिन नहाए- खाए के साथ शुरू हो गया है। घरों में छठ गीतों के साथ साथ छठ मैया के गीतों का ध्वनि विस्तारक यंत्रों का किए जाने से क्षेत्र का चप्पा चप्पा भक्तिमय हो गया है. छठव्रतियों ने पहला दिन शुक्रवार को घरों एवं निकटवर्ती पवित्र जलाशयों में स्नान कर पूरी पवित्रता के साथ नहाए खाए की रस्म के लिए चावल, दाल,कद्दू की सब्जी आदि का भोजन तैयार कर उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। छठ पूजा के दूसरे दिन शनिवार को लोहंडा के दिन छठ व्रतियों के द्वारा दिन भर निर्जला उपवास रखते हुए संध्या समय प्रसाद के रूप में चावल, दाल, रोटी, दूध, रावा ,खीर ,रसिया, आदि का प्रसाद तैयार कर भगवान भास्कर को अर्पित किया जाता है। इसके बाद छठव्रती के द्वारा सर्वप्रथम प्रसाद ग्रहण करने के बाद ही परिवार तथा सगे संबंधी के लोग खरना के प्रसाद के रूप में ग्रहण करेंगे। इसके बाद तीसरे दिन रविवार को 36 घंटे का निर्जल उपवास रखते हुए संध्या समय अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्ध्य अर्पित करेंगे उसके बाद चौथे दिन सोमवार को उदयीमान सूर्य को अर्ध्य देने के बाद व्रत का पारण किया जाएगा।