शेखपुरा आरडी एण्ड डीजे कालेज के छात्र शंकर कुमार ने स्नातकोत्तर विज्ञान की परीक्षा में भौतिक विषय में ए प्ल्स ग्रेड लाकर पूरे मुंगेर विश्वविद्यालय में टॉप करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया। जहां विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में शंकर कुमार को गोल्ड मेडल तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। छात्र को गोल्ड मेडल मिलने से परिवार व कॉलेज में खुशी का माहौल है। शंकर कुमार नीरपुर गांव के रहने वाले सदर प्रखंड प्रमुख किरण देवी एवं स्व. सुरेश यादव उर्फ अण्डा पहलवान के पुत्र है। शंकर कुमार मुंगेर विश्वविद्यालय मुंगेर से स्नातकोत्तर विज्ञान की भौतिक विषय परीक्षा में एक रैंक लाकर कालेज हीं नहीं विश्वविद्यालय में टॉप किया। विश्वविद्यालय की टॉपर रहा छात्र को विश्वविद्यालय में गोल्ड मेडल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। गोल्ड मेडल मिलने से छात्र के परिवार व कॉलेज में खुशियां छाई है। उसके भाई राजहंस उर्फ पन्नू गोप ने बताया कि उसका भाई शुरू से हीं पढ़ने में मेधावी रहा है। स्नातकोत्तर विज्ञान में विश्वविद्यालय टॉप करने से उसने गांव का हीं नही पूरे जिले का नाम रोशन किया है। कॉलेज के प्राचार्य ने कहा उनके कालेज के छात्र शंकर कुमार ने अपना व कालेज का विश्वविद्यालय में नाम रोशन किया है‌ उन्होंने उसके उज्वल भविष्य की कामना की है।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र के नारायणपुर मोहल्ला स्थित हंसराज मॉडल स्कूल के एक छात्र ने सिमुलतला प्रवेश परीक्षा में सफलता पाया है।अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी खबर सुनें

बीपीएससी ने शिक्षक भर्ती परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों को मेगा इवेंट कराकर गांधी मैदान में सीएम नीतीश कुमार के हाथों 1.20 हजार अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिलवा दिया, लेकिन अब कई असफल छात्रा और शिक्षक संगठन भर्ती में गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं. कई जगहों पर इन अभ्यर्थियों की शिकायत सही भी पाई जा रही है. जिसके बाद ऐसे अभ्यर्थियों के नियुक्तिपत्र पर तत्काल रोक लगाते हुए शिक्षा विभाग ने नोटिस भी जारी कर दिया है. शिक्षा विभाग के इस कदम से फर्जीवाड़ा कर नियुक्ति पत्र लेने वाले अभ्यर्थियों में हड़कंप मच गया है. फर्जी शिक्षकों में हड़कंप खबरों के मुताबिक मुजफ्फरपुर और पश्चिम चंपारण जिले में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. मुजफ्फरपुर में 100 सफल शिक्षकों के नियुक्ति पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी गई है. जबकि पश्चिम चंपारण में 30 शिक्षकों की नियुक्ति पर रोक लगाई गई है. मुजफ्फरपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से 100 नवनियुक्त शिक्षकों की सूची जारी की गयी है और इसमें लिखा गया है कि अध्यापक नियुक्ति परीक्षा 2023 के प्रमाण पत्र सत्यापन के क्रम में प्रथम दृष्टया संदेहास्पद प्रमाण पत्र वाले अभ्यर्थियों की औपबंधिक नियुक्ति पत्र रोकी गयी है. सैकड़ों नवनियुक्त शिक्षकों की नियुक्ति पर रोक वहीं, पश्चिम चंपारण में 30 नव नियुक्ति शिक्षकों की सूची जारी की गयी है. इस सूची के साथ ही ये जानकारी दी गई है कि प्रमाणपत्र सत्यापन के क्रम में त्रुटि रहने के कारण काउंसलिंग पत्र रद्द कर दिया गया है. अगर ऐसे अभ्यर्थियों को किसी तरह की कोई आपत्ति है, तो वे 5 नवंबर तक कार्यालय आकर अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं. बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने दो नवंबर को नवनियुक्त 1 लाख 20 हजार शिक्षकों को पटना के गांधी मैदान में नियुव्ति पत्र सौंपा था. जारी की गई सूची दो महीने के अंदर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर बिहार सरकार ने रोजगार देने का नया इतिहास रच दिया, लेकिन इस इतिहास रचने के साथ ही नियुक्ति में गडबड़ी की शिकायतें भी बड़े पैमाने पर सामने आई. ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या सरकार की ओर से फेयर परीक्षा कराकर रोजगार देने का दावा हवा हो रहा है क्योंकि जिस तरह से मुजफ्फरपुर और पश्चिम चंपारण में सफल शिक्षकों की नियुक्ति पर रोक लगाई गई है. उससे कुछ यही कहानी सामने आ रही है.हालांकि इतने बड़े पैमाने पर लोकसभा चुनाव से पहले भर्ती के कई मायने हैं.

शेखपुरा ।। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में चयनित हुए जिले के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिलने से वर्षों से नौकरी के इंतजार में बैठे अभ्यर्थियों का सपना साकार होने से खुशी के आंसू छलक गए। कई ऐसे परिवार व समाज में देश में आजादी के बाद बेटी, बहु, पुत्र को शिक्षक नियुक्ति पत्र मिलने से लोगों ने हर्ष व्यक्त किया। इसी कड़ी में बरबीघा के चंदूकुंआ निवासी रजनीश कुमार की पत्नी प्रिती कुमारी को भी शिक्षिका बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। प्रिती कुमारी पटना के आलमपुर कच्चीदरगाह बंकाघाट निवासी मदन शर्मा की पुत्री है। पिता की देखरेख में हीं इन्होंने मैट्रिक व इंटर की परीक्षा पास की। जबकि विवाह उपरांत इन्होंने पटना कामर्स कालेज से वाणिज्य से स्नातक की। जबकि शेखपुरा डाएट से डीएलइडी का कोर्स किया। प्रिती की इस सफलता पर इनके परिवार वालों ने कहा कि ये हमारे घर परिवार सहित पूरे समुदाय के लिए गौरव की बात है। वहीं शिक्षिका प्रिती ने खुशी के आंसू को रोकते हुए कहा कि मेरे लिए ये सफलता कितना अहम है ये मैं खुद समझ सकती हूं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए पढ़ाई करना और शादी के बाद भी इसे जारी रखना बेहद चुनौती पूर्ण कार्य था। इस चुनौती को साकार करने में घर परिवार के सदस्यों का काफी सपोर्ट मिलने के कारण आज मैं सफल हो सकी हूं। उन्होंने अपने समाज अन्य लड़कियों व महिलाओं सिख देते हुए कहा कि दिल से प्रयास किया जाए और पढ़ाई पर ध्यान लगाया जाए तो मेरे जैसे अनेकों इस तरह की परीक्षा में सफल हो सकती हैं।