अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिता के लिए बरबीघा के चार खिलाड़ियों का हुआ चयन। शेखपुरा।। नेपाल के पोखरा शहर में 24 से 28 नवंबर के बीच होने वाले अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिता के लिए बरबीघा के चार खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में जगह मिला है। चयनित खिलाड़ीयों में रोहित कुमार,मुकेश कुमार झा, विकास कुमार और बबलू कुमार के नाम शामिल हैं। इसकी जानकारी देते हुए प्रांतीय चयनकर्ता ब्रजभूषण प्रसाद ने बताया इसके पहले भी इन चारों खिलाड़ियों के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक दिला चुके हैं। इनके चयन होने पर खेल प्रशंसकों ने खेलाडियों को बधाई दी है। राज्य के सबसे छोटा जिला शेखपुरा के बरबीघा जैसे शहर से आने वाले इन चारों खिलाड़ियों द्वारा पूर्व में भी मुंगेर विश्वविद्यालय, बिहार प्रांतीय टीम एवं राष्ट्रीय टीम में शामिल होकर कई पदक दिला चुके हैं। चयनित होने वाले इन खिलाड़ियों में रोहित ने तीन, बबलू ने दो मुकेश ने दो और विकास ने भी दो बार राज्य स्तर पर हरफन मौला प्रदर्शन किया है। इन सबों के द्वारा 2018 में जूनियर राज्य स्तर में तीसरा स्थान दिलाया था। चयनित खिलाड़ियों ने बताया कि 24 नवंबर को उनकी टीम गोरखपुर से रवाना होगी और 25 नवंबर से नेपाल के पोखरा में प्रतियोगिता का शुभारंभ होगा खिलाड़ियों ने भारत को ट्रॉफी दिलाने का भरोसा जताया है।

शेखपुरा।। छठ पूजा के दूसरे दिन छठव्रति खरना का प्रसाद खाकर 36 घंटे का निर्जला उपवास रखा। छठपूजा के तीसरे दिन आस्ताचलगामी भगवान सूर्यदेव को अ‌र्घ्य दान करेंगे और अंतिम चौथे दिन उदयमान भगवान भाष्कर को अ‌र्ध्य देने के बाद पारण कर चार दिवसीय सूर्योपासना का महा पर्व छठपूजा का समापन करेंगे । नहाय-खाय के दिन से ही हिन्दु धर्मावलम्बी पूरी आस्था और भक्ति के साथ इस महापर्व में लीन हो गये । छठपूजा को लेकर छठव्रती अपने घरों को पूरी पवित्रता के साथ पूजा पाठ करते हैं । बिहार और झारखंड राज्य में यह पर्व सबसे पवित्र पर्व और लोक आस्था का पर्व के रूप में जाना जाता है । इसी को लेकर इस क्षेत्र के लोग भी छठ पूजा के भक्तिमय वातावरण में पूरी तरह से डूबे हैं । शुक्रवार की सुबह स्नान-ध्यान के बाद कद्दू-भात खाकर इस पर्व का शुभारंभ किया । शनिवार को छठव्रती मिट्टी के चूल्हे और मिट्टी व पीतल के वर्तनों में प्रसाद बनाकर संध्या समय में पूजा पाठ कर प्रसाद को ग्रहण किया । प्रसाद के रूप में कहीं रसिया-खीर तो कहीं वासमती चावल, दाल, पिट्ठा, रोटी आदि चढ़ाया गया। इस प्रसाद की महत्ता अधिक होने की वजह से दूर-दराज या फिर दूसरे प्रदेश में रहने वाले परिवार भी अपने घर आकर खरना का प्रसाद को ग्रहण करते हैं । छठवर्ती इसी प्रसाद को खाने के बाद 36 घंटे का निरर्जला अनुष्ठादन शुरू किया । आज का प्रसाद ग्रहण करने के लिए पूरी रात लोग छठव्रतियों के घर श्रद्धालु आते जाते रहे। इस महा प्रसाद को ग्रहण करने के लिए देश एवं देश के बाहर बसे बिहारी बंधु अपने घर व गांव पधार चुके है।

पंचायत के छठ घाटों की साफ- सफाई में जुटे स्वच्छता कर्मचारी। घाटकुसुम्भा।। लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही है। इसी कङी में घाटकुसुम्भा प्रखंड के कुछ छठ घाटों पर स्वच्छता कर्मियों के द्वारा साफ़ सफाई किया जा रहा है। जहां डीहकुसुम्भा पंचायत के स्वच्छता मित्रों के द्वारा पंचायत के सभी छठ घाटों पर साफ़ सफ़ाई किया गया। इस मौके पर स्वच्छता पर्वेक्षक रामप्रवेश कुमार ने कहा कि छठ पूजा को देखते हुए छठ घाटों का साफ सफ़ाई कराया जा रहा है। साफ़ सफाई अभियान पंचायत के स्वच्छता मित्रों को लगाया गया है। ताकि छठ घाट पर आने वाले छठ व्रतियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। छठ घाटों पर साफ़ सफाई के साथ-साथ छठ घाटों पर लाइट का भी व्यवस्था ग्रामीणों के द्वारा कराया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि स्वच्छता कर्मी के द्वारा गांवों की गलियों की भी साफ-सफाई किया जा रहा है। ताकि आने वाले छठव्रतियों को कोई कठिनाई नहीं हो। साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। स्वच्छता पर्यवेक्षक रामप्रवेश कुमार की देखरेख में स्वच्छता कर्मी सावो देवी, ब्रह्मदेव केवट,सकेन राम, चंदन केवट, शत्रुघ्न राम समेत कई कर्मियों ने छठ घाटों की साफ-सफाई किया।

झोपड़ी में लगी आग, हजारों की संपत्ति जलकर हुई राख घाटकुसुम्भा।। घाटकुसुम्भा प्रखंड के बाउघाट थाना क्षेत्र अंतर्गत कोयला गांव में शनिवार को एक झोपड़ीनुमा घर में अचानक लगी आग से झोपड़ी में रखे अनाज, बर्तन, कपड़ा व अन्य सामग्री जलकर राख हो गया। जिस समय आग लगी उस समय सभी परिवार खेत में काम करने गया हुआ था। घटना के संबंध में बताया जाता है कि कोयला गांव निवासी चलित्र महतों अपने परिवार वालों के साथ खेत में काम करने गया हुआ था इसी बीच उसकी झोपड़ी में अचानक आग लग गई। मजदूर को आग लगने की जानकारी तब हुई। जब गांव के लोगों ने जोर जोर से चिल्लाना शुरू किया। इस दौरान वह जैसे तैसे घर पहुंचा।तबतक झोपड़ी जलकर राख हो गया था। हालांकि ग्रामीणों द्वारा आग पर काबू पाने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन आग की लपट इतनी तेजी से उठ रही थी कोई भी उसके समीप जाने का हिम्मत नहीं जुटा पाया। देखते ही देखते कुछ ही मिनट में झोपड़ी तथा उसमें रखे सामान जलकर राख हो गया। इस संबंध में मजदूर ने अंचलाधिकारी को जानकारी देकर मुआवजे की मांग किया है।

हरोहर नदी मे पानी कम रहने से छठ व्रतियों को अर्घ्य देने मे होगी सहूलियत नहाय खाय के साथ लोक आस्था का महापर्व शुरू हो गया है। जहां आज लोग लोहंडा का प्रसाद ग्रहण करेंगे वहीं कल डूबते सूर्य का अर्ध्य देंगे। इसके लिए प्रशासन के द्वारा भीङ भाङ वाले छठ घाटों पर साफ सफाई व वैरीकेडिंग की व्यवस्था की जा रही है। जबकि नदी किनारे एवं गांवों में कई ऐसे घाट है जिसपर प्रशासन के द्वारा कोई इंतजाम नहीं किया गया है। न हीं उसकी सजावट एवं वहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के सुरक्षा के लिए की जाने वाली व्यवस्था को ले प्रशासन की ओर से अब तक कोई पहल शुरू नहीं की गई है। प्रशासनिक उपेक्षा के बावजूद हरेक गांव में युवाओं की टोली आपसी सहयोग से घाट की साफ-सफाई करने एवं सजावट की व्यवस्था करने में जुट गई है।हालांकि बीडीओ एजाज आलम एवं सीओ निखत प्रवीण के द्वारा छठ घाटों का निरीक्षण किया जा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए बीडीओ एजाज आलम ने बताया कि घाटकुसुम्भा प्रखंड के 12 छठ घाटों पर भीड़ भाड़ ज्यादा रहती है वैसे घाटों पर वैरीकेडिंग किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इसबार हरोहर नदी मे पानी कम रहने के कारण छठ घाटों की स्थिति सामान्य है। जिससे छठव्रतियों को अर्घ्य देने में सहूलियत होगी। बता दें कि घाटकुसुम्भा प्रखंड क्षेत्र में लगभग 58 स्थानों पर छठ पूजा में अर्घ्य दिया जाता है। जिसमें से 21 घाट नदी के किनारे अवस्थित है। जिसमें पानापुर, जितपारपुर, प्राणपुर, महम्मदपुर, हरनामचक, आलापुर, बाउंघाट, कोयला, मुरबरीया, घाटकुसुम्भा, अकरपुर, गदबदिया, सुजावलपुर, बटौरा आदि गांव में हरोहर नदी के घाट पर अर्घ्य दिया जाता है। जबकि भदौसी पंचायत के दरियापुर व भदौस बेलदरिया में कौरिहारी नदी के घाटों पर तो वृन्दावन में टाटी नदी के घाट पर अर्घ्य दिया जाता है। जबकि कई गांवों में अपने सुविधानुसार पैन आहर तालाब के विभिन्न घाटों का उपयोग किया जाता है।

शेखपुरा।। इन दोनों जिले के विभिन्न गांव में धान की फसल में उखड़ा रोग लग जाने से किसान काफी परेशान और चिंतित नजर आ रहे हैं। इस दौरान प्रखंड के विभिन्न गांव कपासी, धारी, करंडे, महेशपुर , धमसेना, कुरमुरी, लोहान, लहना, सियानी, केमरा ,बेलछी सहित अन्य गांव में धान की फसल जैसे-जैसे पक कर तैयार हो रही है वैसे-वैसे उसमें उखड़ा लोग लग रहा है और धान का बाली पूरे पौधा सहित खेत में ही सुख जा रहा है। इस बात कपासी गांव के किसान रामबालक सिंह, राममूर्ति सिंह ,अनिल सिंह, बेलछी गांव के किसान सरबिल सिंह, लाली सिंह, मोहन सिंह, धमसेना गांव के किसान महेश मिस्त्री, परमेश्वर मिस्त्री, करंडे गांव के किसान विलास सिंह, राजेंद्र सिंह सहित अन्य गांव के बहुत सारे किसानों ने बताया कि लगातार 2 साल से किस सुखाड़ की मार झेल रहे हैं। किसी तरह से समरसेबल से धान की फसल को बचा पाये तो एन वक्त पर जब धान की फसल पककर तैयार होने को आई तो फसल में उखड़ा रोग लग रहा है। स्थिति यह है की बाली सहित धान का पूरा पौधा सूख जा रहा है इस वजह से धान खखरी में तब्दील हो जा रहा है । किसान बताते हैं कि शायद अब किसान के ऊपर काला साया मंडरा रहा है बहुत मेहनत करने के बाद भी किसान धान की फसल को बचा नहीं पा रहे हैं तो ही दूसरी ओर किसानों द्वारा लगाए गए रवि फसल मशहूर चना के पौधे को भी कीड़ा काट रहे हैं। किसान सुखाड़ की मार से काफी परेशान नजर आ रहे हैं। हर साल किस को खेती में घाटा ही हो जा रहा है। किसान बताते हैं कि उन्हें कोई सरकारी सहायता भी नहीं मिल पा रही है अब तो ऐसा प्रतीत होता है की खेती-बाड़ी करना ही छोड़ना पड़ जाए।

शेखपुरा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कृषि व्याख्यान के लिए आयोजित सेमिनार में शहर के गिरिहिंडा मोहल्ला निवासी इंजीनियरिंग के छात्र सत्यम कुमार का चयन हुआ है। सत्यम को उत्तर प्रदेश के स्वामी विवेकानंद सुभर्थी विश्वविद्यालय मेरठ में क्रिम्स अवार्ड 2023 में बेस्ट पेपर अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड ब्रेन ट्यूमर रिसर्च के डॉ साल्या के द्वारा प्रदान किया गया है। सत्यम कम्प्यूटर साइंस बीटेक फर्स्ट इयर का छात्र है। मेरठ में हुए इन्टरनेशनल कांफ्रेस में सत्यम ने एग्रीकल्चर विषय पर हुए व्याख्यान में अच्छा प्रदर्शन किया है। कृषि पर दिये इनके व्याख्यान पर आधारित पुस्तक का प्रकाशन अमेरिका में किया जायेगा। इस कांफ्रेस में विभिन्न राज्यों के करीब 335 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। जिसमें मात्र 20 प्रतिभागी सफल हुए थे। जिसमें सत्यम पूरे बिहार में सफल होने वाले में एक मात्र छात्र है। सत्यम गिरहिण्डा मोहल्ले के धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय के पुत्र हैं।

शेखपुरा जिले के डिहकुसुंबा के यादव टोला निवासी सूबे लाल कुमार मोबाइल वाणी पर रिकोर्ड कराते हैं की अब तक इनके यहां पोखर पर स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोइ सफ़ाई कार्य नहीं किया गया है। इससे छठ व्रतियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पर रहा है।

समाहरणालय स्थित मंथन सभागार में छठ पूजा को लेकर शांति समिति की हुई बैठक जिला धिकारी के द्वारा कई दिशा निर्देश दिया गया।

भारोत्तोलन चैंपियनशिप में सफलता पाने पर विद्यालय के प्राचार्य ने किया सम्मानित। शेखपुरा।। बरबीघा के प्रतिष्ठित डिवाइन लाइट पब्लिक स्कूल के छात्र हरिशरण का चयन भारोत्तोलन में राष्ट्रीय स्तर के ट्रेनिंग कैम्प के लिए हुआ है। हरिशरण ने पूर्वी चंपारण के सुगौली में आयोजित प्रथम बिहार राज्य कैडेट भारोत्तोलन चैंपियनशिप के 45 किलोग्राम वर्ग में पदक जीतकर इस कैम्प के लिए क्वालीफाई किया है। हरिशरण के सफलता पर विद्यालय के प्राचार्य सुधांशु शेखर ने विद्यालय के तरफ से सम्मानित किया है। इस मौके पर शेखपुरा जिला भारोत्तोलन संघ के अध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि इस राज्य स्तरीय कैडेट चैंपियनशिप का आयोजन बिहार में पहली बार हुआ है। जिसमें राष्ट्रीय स्तर के कई पदाधिकारियों एवम कोच ने हिस्सा लिया।