सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के झिल्ला डुमरी पंचायत अंतर्गत बिशनपुर गांव के वार्ड नंबर 7 तथा वार्ड नंबर 6 के महादलित वर्ग के लोगों को बीते 1 वर्ष से नल का शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है जबकि वहां के संवेदक को सरकार द्वारा लगातार रूप से राशि दी जा रही है। 7 फरवरी बुधवार के दिन महादलित परिवार के कई लोगों ने नल जल योजना के खाना पूरी को लेकर आक्रोश जताते कहा कि योजना धरातल पर नहीं है कागज पर है। लोगों का कहना था कि जब नल से जल ही नहीं मिलता है तो भला इस तरह के योजना को सरकार क्यों चला रखी है। महादलित वर्ग की कई महिलाओं ने कहा कि उन सबों को डेढ़ वर्ष से पानी नहीं मिलता और कोई देखने तक को तैयार नहीं है। महिलाओं ने जिला पदाधिकारी सुपौल से इस तरह के धांधली की स्थल पर जांच कराकर कार्रवाई की मांग की।

अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत भीमनगर पंचायत के लालपुर वार्ड 13 की सड़क की स्थिति जर्जर हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने 27 मई 2018 को ग्रामीण कार्य प्रमंडल वीरपुर के द्वारा 77 लाख 78 हजार राशि की लागत से एनएच 106 से बैद्यनाथपुर-रघुनाथपुर तक 4.5 किलोमीटर ग्रामीण सड़क की मरम्मत कार्य का शिलान्यास किया था। शिलान्यास के बाद विभागीय संवेदक ने आनन-फानन में कार्य स्थल पर बोर्ड लगा दिया। 2021 में संवेदक के द्वारा कार्य प्रारंभ कराया गया लेकिन आधा अधूरा छोड़ दिया गया। जिसे अब तक पूरा नहीं किया जा सका है। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त सड़क की हालात जर्जर हो चुकी है। इस पर आए दिन लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। बरसात के दिनों में जगह-जगह पर गड्ढे रहने के कारण जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है जिससे स्कूली बच्चों एवं ग्रामीणों को चलने में परेशानी होती हैं। वर्षों से सड़क जीर्णोद्धार की बाट जोह रहा है। लालपुर निवासी पिंटू सिंह ने बताया कि लगभग 5 साल बीत जाने के बाद भी सड़क का कार्य पूरा नहीं किया जा चुका है। इससे लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान ही क्षेत्रीय विधायक ने भी आश्वासन दिया कि पुराने टेंडर को रद कर दिया गया है। ज्यादा बजट से नया टेंडर जारी किया गया है। चुनाव के बाद काम शुरू हो जाएगा। चुनाव बीत जाने के बाद भी आज तक सड़क की स्थिति जस की तस ही बनी हुई है। महेंद्र मेहता एवं राजेश शर्मा ने बताया कि हमलोग सरकार को टैक्स देते हैं बदले में धोखा मिलता है। ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता कुलानंद यादव ने बताया कि विभागीय अधिकारी से जांच करवाकर प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार संवेदक से संपर्क कर जल्द ही शेष काम किया जाएगा।

वर्षों से सड़क जर्जर नहीं दे रहा है कोई ध्यान, नमस्कार आप सुन रहे हैं सुपौल मोबाइलवाणी और मैं हूं आपके साथ रोशन ।जी हां आपको बता दे की निर्मली प्रखंड क्षेत्र के महुआ और मझारी को जोड़ने वाली सड़क मार्ग वर्षों से जर्जर अवस्था में है,लिहाजा लोगों को आवाजाही करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है ।आपको यह भी बता दे की उक्त सड़क मार्ग से ही निर्मली प्रखंड मुख्यालय तक लोग आते हैं चुकी महुआ रसुआर होते हुए निर्मली आने वाली सड़क में तिलयूगा नदी के समीप पुल क्षतिग्रस्त है ।लिहाजाही पुल पर आवाजाही में प्रशासन ने रोक लगा रखा है, इसलिए मात्र एक रास्ता निर्मली आने के लिए महुआ मझारी है जो वर्षों से जर्जर अवस्था में है।

नगर पंचायत निर्मली का हाल नारकीय,नमस्कार आप सुन रहे है सुपौल मोबाइल वाणी और मैं हूं रौशन,आपको बता दे की नगर पंचायत का हाल बीते दो दिनों से नरकीय बना है।नगर के विभिन्न कचड़ा डंपिंग प्वाइंट पर कचड़े का अंबार लगा हुआ है।जिससे शरांध की बदबू आने लगा है लिहाजा नगर में चलने वाले लोगो को परेशानी हो रही है।मालूम हो कि इससे एक सप्ताह पूर्व भी नगर में साफ सफाई व्यवस्था चरमरा गया था।

बिहार राज्य के जिला सुपौल से हमारे श्रोता, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि नल जल की समस्या है जिसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है।

बिहार राज्य के जिला सुपौल से हमारे श्रोता, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि गुरमैता प्राथमिक सह मध्य संस्कृत विद्यालय भपटियाही के छात्र-छात्राओं को पढ़ने में काफी कठिनाई होती है। विद्यालय में एक भवन है जिसमें दो कमरा है।विद्यालय में शौचालय का सुविधा नहीं है , जिसके कारण बच्चे स्कूल पढ़ने नहीं जाना चाहते है।

सहरसा फारबिसगंज रेलखंड के सरायगढ़ रेलवे जंक्शन से नेशनल हाईवे तक जाने आने के लिए जो सड़क है उसे स्टेशन रोड का लंबे समय से जीरो धार नहीं हो रहा है। स्टेशन रोड के जर्जर होने के चलते प्रतिदिन यात्रियों को भारी परेशानी होती है और उसके चलते लोग आक्रोश भी व्यक्त करते रहते हैं। स्टेशन रोड को काफी समय पूर्व बनाया गया था और धीरे-धीरे वह जर्जर हो गया जिसे देखने वाला वर्तमान समय में कोई नहीं है। एक सड़क के चलते प्रतिदिन यात्रियों की बड़ी समस्या का निदान स्थानीय जनप्रतिनिधि भी नहीं कर रहे हैं।

विमल भारती (सरायगढ़): लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु सरकार के मुख्यमंत्री नल जल योजना का लाभ लोगों को अभी तक नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत प्रारंभ किए गए इस महत्वाकांक्षी योजना को धरातल पर उतरने के लिए संवेदक को लगाया गया है। हालत यह है कि कई संवेदक नल जल योजना लगाकर अपना कार्य पूर्ण मान रहे हैं जबकि लोगों के घर शुद्ध पेयजल नहीं पहुंच रहा है।

सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के देवघर-भुलिया गांव के लोगों ने राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कोसी के गांव के लोगों को भी प्रधानमंत्री आवास लाभ देने की मांग की है। गांव के अधिकांश लोगों का कहना है कि उन सबों को प्रधानमंत्री आवास से अलग रखा जा रहा है। कुछ लोगों को आवास दिया गया है लेकिन उसकी संख्या बहुत कम है जबकि प्रत्येक परिवार को आवास मिलना चाहिए। गांव के युवाओं ने बताया कि कोसी के गांव में सरकार की कई योजनाएं चलती है उसमें कुछ योजनाओं में पक्का भवन का निर्माण भी कराया जाता है। युवाओं का कहना था कि जब पक्का भवन निर्माण में सरकार भारी भरकम राशि खर्च करती है तो आवास की राशि लोगों को क्यों नहीं मिल सकती। गांव के अधिक से अधिक युवाओं का कहना था कि कोसी नदी से प्रभावित सभी गांव के लोगों को प्रधानमंत्री आवास लाभ दिया जाना चाहिए ताकि उन सबों की भी फूस की झोपड़ी पक्का भवन में बदल सके। भुलिया गांव की महिलाओं का भी कहना था कि उन सबों को कास-पटेर से बने घर में रहने में कठिनाई होती है। अगर पक्का भवन नहीं बनवाया जाता तो कम से कम चदरा का भवन भी जरूर मिलना चाहिए जिसमें लोग सुकून से रह सके। महिलाओं का कहना था कि तटबंध के बाहर बसे लोगों को सरकार आवास लाभ तो दे रही है लेकिन अंदर बसे लोगों को यह लाभ नहीं मिलता है। कुछ वैसे लोगों को मिलता है जिनका जमीन तटबंध से बाहर है लेकिन उसकी संख्या बहुत कम है। सरकार कोसी के अंदर बसे लोगों को भी आवास लाभ दे।

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