मेरा नाम के घर का कॉफी नहीं था मेरे पास ने मिला ना तो बोली जी की नामा शायदा खात दर लाल परसरी नाम । पँचाई तकता है ना हमारा इंद्रवफ नैसा मिले गरीब आदमी है ना नानी टॉयलेट नहीं खे हमरुदु आल ता नाली नहीं खाते हैं ।
मेरा नाम के घर का कॉफी नहीं था मेरे पास ने मिला ना तो बोली जी की नामा शायदा खात दर लाल परसरी नाम । पँचाई तकता है ना हमारा इंद्रवफ नैसा मिले गरीब आदमी है ना नानी टॉयलेट नहीं खे हमरुदु आल ता नाली नहीं खाते हैं ।