दोस्तों मानव शरीर के निर्माण में भोजन एक महत्वपूर्ण तत्व है। प्रकृति ने कई प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाए हैं जो महत्वपूर्ण और आवश्यक पोषक तत्वों से युक्त कोशिकाओं और शरीर के ऊतकों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं, तभी तो शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए पर्याप्त मात्रा में भोजन करने की आवश्यकता होती है। साथियों, दुनिया भर में दूषित भोजन खाने से लाखो लोग मौत मुंह में समां जाते हैं।यह दिवस लोगों को याद दिलाता है कि शुद्ध और सुरक्षित भोजन स्वास्थ्य के लिए जरूरी है और यह सभी लोगों का अधिकार भी है। हर साल UN फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन (FAO) एक थीम निर्धारित करता है जिसके तहत विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है।इस वर्ष World Food Safety Day 2024 की थीम है, ‘सुरक्षित भोजन बेहतर स्वास्थ्य’. तो साथियों आइए हम सब मिलकर विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाये और हर दिन शुद्ध और सुरक्षित भोजन का सेवन करें। धन्यवाद !!

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उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि हमारी करोड़ों की जनसंख्या में लगभग 58.6 करोड़ की जनसंख्या के प्रति अब राजनीतिक शक्तियों और आम जनता को जागृत होना होगा और नारी के सम्मान के लिए कमर कसनी होगी।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से हमारे एक श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि इस समय तापमान पैंतालीस से तक पहुंच गया है। पचास के दशक के मध्य में होने के कारण, हमारे लिए अपने स्वास्थ्य और अपने परिवार के स्वास्थ्य के बारे में जागरूक होना बहुत महत्वपूर्ण है। हम और हमारे परिवार स्वस्थ और सुरक्षित रहें, इसलिए हम आपसे स्वस्थ रहने का आग्रह कर रहे हैं। दिन में बहुत सारा पानी पीएँ, जितना हो सके उतना पानी पीएँ और दोपहर में केवल तभी घर से बाहर निकलें जब यह बिल्कुल आवश्यक हो। हमें दोपहर में धूप में बाहर जाने से बचना चाहिए ताकि हम और हमारा परिवार स्वस्थ और सुरक्षित रहें।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि भारत एक समृद्ध परंपरा और सांस्कृतिक मूल्यों वाला देश है, इसका महिलाओं में एक प्रमुख स्थान है। दुर्भाग्य से, ग्रामीण महिलाओं की बड़ी आबादी ने विदेशी शासन के दौरान समाज में कई बुराइयाँ और विकृतियाँ पैदा कीं, जिसके कारण महिलाओं पर अत्याचार हुआ। लेकिन उनके सशक्तिकरण की गति दशकों तक धीमी रही। गरीबी और निरक्षरता, जिसने महिलाओं को अनपढ़ बना दिया, महिलाओं की प्रगति में गंभीर बाधाएँ थीं। व्यवसाय को प्रोत्साहित करना और उन्हें आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाना, विशेष रूप से कृषि-प्रसंस्करण उद्योगों, बैंकिंग सेवाओं और डिजिटलीकरण में।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी से बता रही हैं कि घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम का उद्देश्य महिलाओं को घरेलू हिंसा से बचाना और पीड़ित महिलाओं को सहायता प्रदान करना है। उन लोगों को सुरक्षा प्रदान करना जो परिवार के भीतर किसी भी प्रकार की हिंसा, शारीरिक दुर्व्यवहार यानी शारीरिक पीड़ा, जीवन की हानि या स्वास्थ्य के लिए खतरे से पीड़ित हैं। यौन उत्पीड़न दुर्व्यवहार एक महिला की गरिमा का उल्लंघन इनकार शोषण अतिक्रमण या मौखिक और भावनात्मक दुर्व्यवहार उपहास आर्थिक शोषण मानसिक उत्पीड़न या वित्तीय संसाधनों से वंचित होना, जिसके कारण कोई भी हकदार है, सभी घरेलू हिंसा के दायरे में आते हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि समाज को पता होना चाहिए कि कन्या भ्रूण हत्या नहीं होनी चाहिए, यह गलत है और यह देखा जाना चाहिए कि समाज में महिलाओं की पूजा और सम्मान किया जाता है, गर्भ में बेटियों की हत्या नहीं होनी चाहिए और इसे रोका जाना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे देश में प्रथा का विकास क्यों हो रहा हैं। यह भी जानने की जरूरत है ताकि इस प्रथा को रोका जा सके और नन्हीं शिशु को दुनिया में आने दिया जा सके।

प्राचीन भारत में महिलाओं का बहुत सम्मान किया जाता था, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, महिलाओं के अधिकार छीन लिए गए। महिलाओं की स्थिति में भारी बदलाव आया।मध्यकालीन भारत में महिलाओं की स्थिति आर्थिक, सामाजिक और व्यावहारिक रूप से बहुत खराब थी। भारत की आजादी के बाद महिलाओं की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। आज महिलाएं बिना किसी डर के हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं। महिलाओं को हर जगह अग्रणी देखा जा रहा है। महिलाएँ अब अपने अधिकारों के प्रति और भी अधिक जागरूक हो गई हैं। हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। महिलाओं की स्थिति में सुधार ने देश में आर्थिक और सामाजिक सुधार का अर्थ भी बदल दिया है।