उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि पक्ष और विपक्ष कार्यक्रम सुनकर महिलायें जागरूक हो रही है
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि महिलाओं के सशक्त बनाने के लिए उन्हें जागरूक करना बहुत जरुरी है
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि समाज में महिलाओं की भागीदारी बहुत अधिक है, कुछ स्थानों पर महिलाएं अपने अधिकारों का अधिक उपयोग कर रही हैं, जैसे कि रोजगार, शिक्षा, संपत्ति के अधिकार, राशन कार्ड और मतदान का अधिकार।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि राष्ट्र की प्रगति में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। कृषि को बढ़ावा देने के लिए महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। खेती-बाड़ी से लेकर हवाई जहाज उड़ाने और अंतरिक्ष यात्रा तक पुरुषो के साथ महिलायें रही हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में 5 जून को मनाया जाता है। वर्ष 1972 में पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने की थी।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की प्राचीन भारत में नारी की सामाजिक स्थिति उच्च थी। समाज में नारी को सम्मानजनक पद भी प्राप्त होते थे और प्रतिष्ठा भी । पुरुष वर्ग की प्रेरणा का स्रोत भी नारी ही होती थी । नारी का नाम पुरुष के साथ बड़े आदर से और पुरुष से पहले लिया जाता था,
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की भारत वर्ष एक सम्पन्न परंपरा और सांस्कृतिक मूल्यों से समृद्ध देश है, जहां महिलाओं का समाज में प्रमुख स्थान रहा है। ग्रामीण परिदृश्य में महिलाओं की बड़ी आबादी है। दुर्भाग्यवंश विदेशी शासनकाल में समाज में अनेक कुरीतियां व विकृतियां पैदा हुई, जिससे महिलाओं को उत्पीड़न हुआ।
उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बरसो पहले एक कहावत कही गयी थी 'बिन पानी सब सून' आज यह सच्ची साबित होती दिख रही है। प्रकृति और परंपरा हमेशा साथ रहे ,मनुष्य की इसे नियंत्रित करने की स्वार्थ से इनपर ग्रहण लग गया है।पानी के पारंपरिक स्रोत को निजी स्वार्थ के लिए नष्ट करने से परेशानी हो रही है। पानी के पारंपरिक स्रोतों में तालाब का महत्वपूर्ण स्थान है। जिस के विज्ञान और व्यवस्था को समझने में बहुत बड़ी गलती हो रही है। इससे पहले घरों और गांवों में पानी की व्यवस्था तालाबों में ही होती थी।लेकिन अब तालाब ,कुएँ सब सुख रहे हैं। लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है
जलवायु परिवर्तन के कारण पानी की उपलब्धता बदल रही है, जिससे अधिक क्षेत्रों में इसकी कमी हो रही है।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की हर स्त्री का इसलिए आदर होना चाहिए कि उनसे ही हमारा शरीर बनता है। उनके ही द्वारा हम इस दुनियाँ में प्रवेश करते है। जहाँ महिलाओं का सम्मान किया जाता है, जहाँ देवता भी रहते हैं, महिलाओं का सम्मान, सम्मान, सुरक्षा और उनके अधिकार। इसकी रक्षा करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। प्रत्येक व्यक्ति को ईमानदारी और ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए और समाज में फैल रही बुराइयों को समाप्त करना चाहिए।
