उत्तरप्रदेश राज्य के संत अबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सरकार का दावा है कि हर कोई पानी की टंकी से पानी पी रहा है, लेकिन वास्तविकता अलग प्रतीत होती है। एक ग्रामीण अपने गाँव में पानी की टंकी के दौरान हमसे मिला है, पानी की टंकी की क्या स्थिति है, पानी की आपूर्ति हो सकती है या नहीं, आज हम उससे बात करेंगे कि पानी की टंकी लगी है, आप क्या खाना चाहते हैं, पानी की टंकी लगभग एक साल से लगी हुई है।

संतकबीरनगर जिले के मेंहदावल क्षेत्र में गर्मी में शहर से देहात तक पानी की किल्लत बढ़ गई है। कस्बे में कई हैंडपंप और देसी नल सूख चुके हैं। जो चल रहे हैं, वहां पानी बहुत कम निकल रहा है।पानी के लिए लोग चक्कर लगा रहे हैं। वहीं जलस्तर गिरने से घरों में लगे मोटर पानी नहीं उठा रहे हैं।कस्बे के केवटलिया अव्वल, बहबोलिया, पुरवा मोहल्ला के लोगों के अनुसार हैंडपंप पिछले कई दिनों से पानी नहीं दे रहा है। वहीं कुछ ने कहा कि काफी देर हैंडपंप चलाने के बाद बमुश्किल एक बाल्टी पानी निकल पा रहा है। कस्बे का दर्जा तो मिल गया। पानी की टंकी बने वर्षों बीत गए। कई मोहल्लों में पाइप लाइन भी बिछाई जा चुकी है। लेकिन टोटी का पानी अभी तक लोगों को मयस्सर नहीं हुआ। पेयजल व्यवस्था का हाल बुरा बना हुआ है। हैंडपंप सूख चुके हैं। अब पीने के लिए जार का पानी खरीद रहे हैं। स्थिति दयनीय है, लेकिन जिम्मेदार बेखबर हैं। मेंहदावल क्षेत्र में गर्मी में जलस्तर तेजी से नीचे गिर रहा है। इससे हैंडपंप में पानी कम आ रहा है। कमोबेश यह समस्या हर जगह देखने को मिल रही है। मोटर के पानी न उठाने से पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में भी जलस्तर तेजी गिरने से हैंडपंप बेपानी हो रहे हैं। यहां तो लोग किसी तरह व्यवस्था कर ले रहे हैं। लेकिन शहर में विकल्प के तौर पर कुछ नहीं है, जहां से पानी की पूर्ति की जा सके।केवटलिया वार्ड के सतीश कुमार ने कहा कि एक सप्ताह से पानी की किल्लत है। अब तो नल ही सूख गया। 80 फीट गहराई वाले नल से एक बूंद पानी नहीं आ रहा है। जार खरीदकर प्यास तो बुझा ले रहे हैं, लेकिन नहाने और कपड़ा धुलने के लिए पानी की दिक्कत हो रही है। मोटर में पानी न आने से रीबोर कराने को मजबूर होना पड़ रहा है। बहबोलिया के शंशाक, विवेक ने कहा कि हैंडपंप ने पानी देना बंद किया तो लगा कि खराब हो गया। दूसरा पाइप डलवा दिए फिर भी समस्या बनी हुई है। किसलावती ने कहा कि मोटर से भी पानी नहीं निकल रहा है। जहां पानी निकलता है कई बार जाना पड़ता है। धूप में दूर से पानी लाना बड़ा मुश्किल का काम हो गया है।

पानी को हमेशा संरक्षित किया जाना चाहिए जबकि अगर पानी घर में आता है तो पड़ोसी से पानी लिया जा सकता है। अगर आप स्वस्थ हैं तो पानी की हमेशा रक्षा करनी चाहिए। सरकार को उस पर ध्यान देना चाहिए, सरकार को उस पर ध्यान देना चाहिए और फिर आम जनता को ध्यान देना चाहिए कि आप हमेशा पानी की खपत कम करें। अगर घर में पानी कम है तो आप दूसरे से पानी ले सकते हैं और जब पानी नहीं होगा तो आपको इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि आपको पानी कहां से मिलेगा।

भारत सरकार की योजनाएं बना हुआ लेकिन तालाब में पानी नहीं है, गड्ढे में पानी नहीं है, सरोवर में पानी नहीं है ।गर्मी इतनी अधिक है। पशु-पक्षी परेशान हो जाते हैं। लेकिन उन्हें भी पानी नहीं मिलता है। सरकार को भी इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।

शहर का शुद्धिकरण

नगर परिषद के सदस्यों द्वारा आपका स्वागत नगर निगम के अध्यक्ष जगत जयसवाल ने कचरा निपटान के लिए पांच वाहन दिखाए । गया हरि नगर नगर निगम बोर्ड की खुली बैठक में पचास हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई संत कबीर नगर 1 मार्च संत कबीर नगर 11 मार्च दो हजार चौबीस नगर पालिका नगरपालिका परिषद फलिलाबाद के बोर्ड की बैठक नगरपालिका अध्यक्ष जगत जयसवाल की अध्यक्षता में हुई । शहरी क्षेत्र में नागरिकों के पचास वर्गों को बुनियादी सुविधाएं और सी . सी . सड़कों का निर्माण , जल निकासी के लिए नालियों का निर्माण , पटरियों का निर्माण , इंटरलैचिंग , नालियों और नालियों का निर्माण । तालाब निर्माण झील तालाब पोखरा निर्माण सौंदर्यीकरण कार्य वाणिज्यिक भवन विवाह गृह सामुदायिक भवन निर्माण शौचालय निर्माण विकास और धार्मिक स्थानों का सौंदर्यीकरण संत कबीर नगर मोबाइल वानी बराली की बदौलत पचास हजार करोड़ रुपये की इमारतों , पार्कों के स्पीड ब्रेकर और शौचालयों के सौंदर्यीकरण और अन्य सार्वजनिक निर्माण परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है ।

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