भूमि सुधार कानूनों में संशोधन करके महिलाओं के भूमि अधिकार को सुनिश्चित किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, कानूनों में यह प्रावधान किया जा सकता है कि महिलाओं को पैतृक संपत्ति में समान अधिकार होगा और विवाह के बाद भूमि का अधिकार हस्तांतरित नहीं होगा। सभी जमीनों का दस्तावेजीकरण किया जाना चाहिए ताकि महिलाएं अपने भूमि अधिकारों का दावा कर सकें। तब तक दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- आपके हिसाब से महिलाओं को भूमि का अधिकार देकर घर परिवार और समाज में किस तरह के बदलाव लाए जा सकते हैं? *----- साथ ही आप इस मुद्दे पर क्या सोचते है ? और आप किस तरह अपने परिवार में इसे लागू करने के बारे में सोच रहे है ?
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संतकबीरनगरः बेलहर ब्लाॅक के ग्राम पंचायत बरडाड के राजस्व गांव पिपरी में रोज की तरह खेत में चरने गई भैंस गिरी पडी थीं। चीख-पुकार सुनकर गांव के लोग पहुंचे तो तीन भैसों की मौके पर मौत हो चुकी थी और अन्य छह की हालत गंभीर है। मौके पर पहुंचे प्रधान कमलेश यादव ने पशु चिकित्सक को फोन किया। मौके पहुंची डाॅक्टरों की टीम ने बीमार भैसों के इलाज में जुट गई। पशु पालक हरीराम ने बताया कि वह लोग रोज की तरह भैंस चराने ले गए थे। भैसें खेत में चरने लगीं। वह लोग कुछ दूरी पर खड़े थे। कुछ समय के बाद जब भैंस आगे नहीं निकलीं तो मौके पर जाकर देखा तो तीन भैंस बेसुध पड़ी थीं ।इस संबंध में पूछे जाने पर पशु चिकित्सक डॉक्टर र ने बताया कि भैंसों का पोस्टमार्टम होगा, तभी मौत का कारण स्पष्ट होगा। हल्का लेखपाल आशीष वर्मा ने कहा कि मामले की रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
संतकबीरनगरः बेलहर क्षेत्र पिपरा प्रथम कैथवलिया में संचालित पशु अस्पताल पर लटक रहा था क्षेत्र के पशु पालकों को कैसे मिलेगा इलाज। जिम्मेदार बेपरवाह
संतकबीरनगर- नदी में बूंद भर नहीं पानी बेजुबान पशु पक्षी पानी के लिए बेताब जिम्मेदार "बेजुबानों" पर दया करें श्रीमान महेंद्र सिंह तंवर साहब! आप जिले के जिलाधिकारी हैं भीषण गर्मी व बढ़ती धूप के कारण कठिनाइयां नदी का पानी सुखने से पशु पक्षी पानी के लिए दर दर भटकने को हैं मजबूर,विकासखण्ड सेमरियावां क्षेत्र के चंगेरा मंगेरा गांव का मामला। नदी के साफ सफाई पर प्रति वर्ष काफी रूपये होते हैं खर्च फिर भी नदी में नही बूंद भर पानी।
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत संत कबीर नगर गांव में एक गौशाला का निर्माण किया गया है। निर्माण कार्य इसलिए किया गया ताकि क्षेत्र के किसान आवारा पशुओं से छुटकारा पा सकें, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण गांव में बनाया गया गौशाला सुनसान हो गई। सेमरिया विकास खंड क्षेत्र के चैनपुर में गौशाला विकास खंड क्षेत्र के अंतर्गत आती है, जहां क्षेत्र के किसान आवारा पशुओं से छुटकारा पाने में असमर्थ हैं। यहाँ बनाया गया गौशाला काफी लागत से तैयार किया गया था लेकिन यहाँ एक भी नहीं है। क्षेत्र के लोग मांग करते हैं कि व्यवस्था यहीं की जाए ताकि क्षेत्र के किसानों को आवारा जानवरों से छुटकारा मिल सके।
दोस्तों, फसले बिना केमिकल के जी जाती हैं पर पानी के बिना तो जमीन बेजान ही है! मवेशियों में भी कहां इतनी जान होगी कि वो खेत जोत पाएं, हमें दूध दे पाएं! पानी तो सबको चाहिए , पर... साथियों, हमें बताएं कि पानी के प्राकृतिक स्त्रोत खत्म होने से आपको किस तरह की दिक्कतें हो रही हैं? क्षेत्र के कुएं, पोखर और तालाब प्रशासन ने खत्म कर दिए हैं या फिर वे सूख रहे हैं? क्या इन्हें बचाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं? अगर स्त्रोत सूख रहे हैं तो आपके पास पीने के पानी का क्या विकल्प है? क्या खेतों में पानी नहीं पहुंचने से फसलों को नुकसान हो रहा है? पानी की कमी के कारण किसानों और पशुपालकों को किस तरह की दिक्कतें हो रही हैं? खेतों में पानी पहुंचाने के लिए आपने क्या व्यवस्था की है और क्या यह पर्याप्त है? दोस्तों, पानी अहम है क्योंकि ये हमें जीवन देता है और आप तो जानते ही हैं.... जिंदगी जरूरी है!
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा किसानों को बता रहे है कि दुधारू पशुओं को संतुलित आहार दें। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा बकरी पालन में टीकाकरण के बारे में जानकारी दे रहे है अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा पशुओं में होने वाले थनैला रोग के कारण ,लक्षण व उपचार सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.