उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से आलोक श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से दिनेश से बातचीत की।दिनेश का कहना है कि महिलाएं पढाई लिखाई में काबिल होंगी तभी उनका विकास हो पाएगा। शिक्षित होने के साथ साथ अगर बहुत सारे गुण उनके अंदर होने तो उनका विकास हो सकता है। महिलाओं को संपत्ति की जरुरत इसलिए है कि, जब महिलाएं मुसीबत में होंगी उस वक्त ये संपत्ति उनके काम आएगा जैसे अगर उनके पति की मृत्यु हो जाती है तो संपत्ति की मदद से महिलाये अपने बच्चो और परिवार का पालन पोषण कर सकती है

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से आलोक श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से दिनेश से बातचीत की।दिनेश का कहना है कि महिलाओं को भूमि के अधिकार की जरुरत होती है। महिलायें अगर शिक्षित होंगी तो देश का विकास होगा। महिलाओं को संपत्ति की जरुरत इसलिए है कि, जब महिलाएं मुसीबत में होंगी उस वक्त ये संपत्ति उनके काम आएगा

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रवीश कुमार से बातचीत की। रवीश कुमार का कहना है कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार देना उचित भी है और अनुचित भी है। अनुचित यह हो सकता है की इससे भाई बहन के बीच दरार भी आ सकती है और उचित यह होगा की अगर किसी महिला के भाई नहीं है तो, पैतृक संपत्ति मे अधिकार मिल सकता है

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से परशुरामसे बातचीत की। परशुराम का कहना है महिलाओं को पिता की संपत्ति में हिस्सा नहीं दिया जाना चाहिए। यदि भाई के हिस्से में महिलाओं को अधिकार मिलता है तो भाई बहन के रिश्ते में दरार आ सकती है और पहले से जब अधिकार नहीं दिया गया है तो अब भी उन्हें अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से राम भजन चौधरी से बातचीत की। राम भजन चौधरी का कहना है महिलाओं को पिता की संपत्ति में हिस्सा नहीं दिया जाना चाहिए। यदि भाई के हिस्से में महिलाओं को अधिकार मिलता है तो भाई बहन के रिश्ते में दरार आ सकती है और पहले से जब अधिकार नहीं दिया गया है तो अब भी उन्हें अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से लवकुश पासवान से बातचीत की। लवकुश पासवान का कहना है कि महिलाओं को पैतृक संपत्ति में अधिकार नहीं मिलना चाहिए। इससे भाई बहन के रिश्ते में दरार आ सकता है। महिलाओं को उनके पति के संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से ज्योति से साक्षात्कार लिया। ज्योति ने बताया कि महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति में अधिकार नही मिलना चाहिए। बेटा को पैतृक सम्पत्ति में हिस्सा मिलना चाहिए। यदि बेटा नही है तभी बेटी को मायके की सम्पत्ति में अधिकार मिल सकता है। बेटा और बेटी एक समान होते हैं। बेटियों को सपोर्ट मिले तो वो बहुत आगे जा सकती हैं

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से चिंगारी से साक्षात्कार लिया। चिंगारी ने बताया कि महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति में अधिकार नही मिलना चाहिए।बेटा के रहते बेटी को सम्पत्ति में अधिकार नही मिल सकता है। महिलाओं को ससुराल की संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए।चिंगारी के नज़र बेटी और बेटा एक समान हैं। बेटी काबिल है तो वो बेटों से कम नही है। बेटियां भी माता - पिता का ध्यान रख सकती हैं

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जियना देवी से बातचीत की। जियना देवी का कहना है कि महिलाओं को भूमि में अधिकार नहीं मिलना चाहिए, क्युकी बेटे के रहते बेटियों को भूमि में अधिकार नहीं मिलना चाहिए।बेटियों को उनका हिस्सा उनके ससुराल में मिलता है। अगर बेटे नहीं है, तो बेटियों जो हिस्सा मिल सकता है। बेटी और बेटा एक ही सामान है

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बबिता से बातचीत की। बबिता का कहना है कि महिलायें पैतृक सम्पति में हिस्सा लेना चाहती है, पर माता पिता और भाई उन्हें हिस्सा नहीं देंगे। बेटियों को उनका हिस्सा उनके ससुराल में मिलता है। बेटी और बेटा एक ही सामान है, जो काम एक बेटा कर सकता है, वही काम एक बेटी भी कर सकती है।बेटियों को बेटो के बराबर ही परवरिश मिलना चाहिए।