इस कार्यक्रम में हम जानेंगे कि कैसे गाँव के लोग मिलकर अपने समुदाय को मजबूत बना रहे हैं। जल संरक्षण, ऊर्जा बचत और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सामूहिक प्रयासों की ताकत को समझेंगे। साथ ही, यह भी जानेंगे कि कैसे छोटे-छोटे कदम मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं और गाँव के विकास में योगदान दे सकते हैं। क्या आपके समुदाय में ऐसे समूह हैं जो जल संरक्षण, आपदा प्रबन्धन या संसाधन प्रबन्धन पर काम करते हैं? अगर हाँ, तो हमें बताएं कि वे कैसे काम करते हैं? और अगर नहीं, तो इस कार्यक्रम को सुनने के बाद क्या आप अपने समुदाय में ऐसे सामूहिक प्रयास शुरू करने के लिए तैयार हैं?
उत्तरप्रदेश राज्य के संत अबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सरकार का दावा है कि हर कोई पानी की टंकी से पानी पी रहा है, लेकिन वास्तविकता अलग प्रतीत होती है। एक ग्रामीण अपने गाँव में पानी की टंकी के दौरान हमसे मिला है, पानी की टंकी की क्या स्थिति है, पानी की आपूर्ति हो सकती है या नहीं, आज हम उससे बात करेंगे कि पानी की टंकी लगी है, आप क्या खाना चाहते हैं, पानी की टंकी लगभग एक साल से लगी हुई है।
संतकबीरनगरः मेंहदावल क्षेत्र से होकर गुजरने वाली राप्ती नदी तट बेलौली बढ़या ठाठर आदि जगहों पर नहीं भरा गया तटबंधों का होल जल्द आ रहा बरसात लोगों को सता रही चिन्ता
संतकबीरनगर पानी का टंकी बना शो पीस ग्रामीणों को नही मिल रही है सुविधाएं,जिले के मेंहदावल क्षेत्र के सांड़े कला गांव में पानी की टंकी बनने के बाद भी पेयजल आपूर्ति न होने पर नाराज ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने सूखे की जैसी स्थिति होने पर पानी संकट से परेशान है।जलापूर्ति न होने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे सचिन, शिवेंद्र, शिबू, पप्पू, देवेंद्र सिंह, सुभाष चौधरी, रामा, जितेंद्र आदि ने कहा कि एक दशक पहले गांव में पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था। इस परियोजना पर लगभग 58 लाख रुपए भी खर्च किए गए। उसके बावजूद अभी तक परियोजना का ट्रायल नहीं किया गया। परियोजना का ट्रायल न होने के कारण पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई। जिसके कारण भीषण गर्मी में लोगों को स्वच्छ पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा है। लोगों ने कार्यदाई संस्था पर मानक विहीन कार्य करने का आरोप लगाया।लोगों का कहना है कि पानी की टंकी बनाने के नाम पर भारी अनियमितता की गई। जिसके कारण परियोजना का ट्रायल नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले में कई बार प्रदर्शन व शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लोगों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द पानी की आपूर्ति नहीं शुरू की जाएगी तो लोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे। उपजिलाधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि टंकी बनने के बाद भी पेयजल आपूर्ति न होना ठीक नहीं है। संबंधित विभाग को शीघ्र पेयजल आपूर्ति शुरू करने का निर्देश दिया जा रहा है।
Transcript Unavailable.
नमस्ते, मैं केशी चौधरी हूँ, आप सुन रहे हैं कि संत कबीर नगर बाईपास के दोनों ओर दीवार नहीं बनाई गई है। जिले को शेर शहर घोषित किया गया है। इसके तहत मैदावल बाईपास से मेदावल तक सड़क के दोनों पटरियों पर दीवार खड़ी की गई थी, जिसके बाद दो महीने तक निर्माण कार्य आगे नहीं बढ़ा। काम रुका हुआ है और नवीनीकरण का काम अधूरा होने के कारण, लोग पूछ रहे हैं कि यह कब फिर से शुरू होगा, जिससे पटरियों पर व्यापारियों का कार्यभार प्रभावित हो रहा है। लोगों का कहना है कि अगर निर्माण कार्य जल्द शुरू हो जाता है तो यह दुकानदारों के लिए भी फायदेमंद होगा क्योंकि दुकान बाधित हो रही है।
पोखरो का शुद्धिकरण
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.