Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी. चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं की समस्याओं का एक कारण क्षेत्रीय विभिन्नताएं भी है। भारत एक बहुत बड़ा देश है, लेकिन क्षेत्रीय विभिन्नताओं के कारण, महिलाओं के लिए समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। आज भी आदिवासी महिलाएं शिक्षा के बारे में जागरूक नहीं हो रही हैं।कहीं - कहीं लोग बच्चियों को शिक्षा देने से कतराते नज़र आ रहे हैं। महिलाएं अपने हक़ की लड़ाई नहीं लड़ पा रही हैं। शहरी क्षेत्रों में, स्कूली शिक्षा की कुछ गुणवत्ता काफी दिखाई देती है, लेकिन ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में, महिलाएं अभी भी शिक्षा से वंचित हैं। अगर वे वंचित हैं, तो समाज का उत्थान कैसे होगा? महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए शिक्षित होना जरुरी है। महिलाएँ शिक्षित होंगी तभी एक सुसज्जित समाज का निर्माण होगा।
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आज भी महिलायें पानी की तलाश में दूर दूर तक जाती है। अभी भी क्षेत्र के बहुत से ऐसे जगह है जहाँ नल का कनेक्शन नहीं लगा है। उत्तर प्रदेश में ऐसा कोई गाँव नहीं बचा है जहाँ किसी के दरवाजे पर हैंडपाइप नहीं लगा हो
Transcript Unavailable.
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अधिकतर देखा जा रहा है की आंगनवाड़ी केंद्र में कोई हैंडपंप या स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था नहीं है। सभी जगह के नल ख़राब हो चुके है और सरकार भी ध्यान नहीं दे रही है, सरकार को इसपर ध्यान देने की जरुरत है
Transcript Unavailable.
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से अलोक श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि नारी शक्ति का प्रकोप पुरे देश में फैला हुआ है। इससे बहुत लोग परेशान हैं। महिलाओं को उतना ही आगे बढ़ना चाहिए जितना वे खुद के लिए सक्षम हैं। अगर महिला दस हजार रुपये कमाती है, तो पुरुष को पंद्रह हजार रुपये कमाने चाहिए। पत्नी ज्यादा कमाती है तो पति को दबा देती है।समाज में इन दिनों कई घटनाएं देखने को मिलती है कि पति पत्नी को पढ़ता है उसे सक्षम बनाता है मगर पत्नी पति को धोखा दे देती है। उत्तर प्रदेश में एस. डी. एम. ज्योति मोर्या इस बात का एक उदाहरण हैं । इसलिए पत्नी को एक हद तक ही आगे बढ़ाना चाहिए