उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से राम प्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की समाज के लोगो को बाबाओ के बारे में सोचना चाहिए वो भोली भली जनता को गुमराह करते है और भोली भली जनता गुमराह हो जाती है
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उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की कुछ लोगों का कहना है कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार देने से महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी। जबकि कुछ लोगों का मानना है कि अगर महिलाओं को संपत्ति का अधिकार दिया जाए तो यह बहुत बुरा होगा क्योंकि भाई-बहन के रिश्ते में खटास आएगी, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि यह प्राचीन काल से हो रहा है। अगर महिलाओं को संपत्ति का अधिकार नहीं मिला है, तो उन्हें आज भी संपत्ति का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए। लोग अलग तरह से कहते हैं कि महिलाओं को इसके बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है, अगर महिलाएं जागरूक हैं, शिक्षित हैं, तो वे समाज में आगे आएंगी और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगी।
पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर सत्यजीत गुप्ता के निर्देशन में आगामी त्योहारों श्रावण मास कांवड़ यात्रा, मोहर्रम आदि को सकुशल संपन्न कराने, आदि को सकुशल संपन्न कराने, सुरक्षा व कानून व्यवस्था सुदृढ़ रखने तथा शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाये रखने हेतु क्षेत्राधिकारी मेंहदावल केशवनाथ व उपजिलाधिकारी मेंहदावल द्वारा संयुक्त रुप से थाना बेलहरकला के अन्तर्गत लोहरसन कस्बा मे पुलिस बल के साथ पैदल फ्लैग मार्च किया गया । लोगों को बताया गया कि त्योहारों को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन का सहयोग करें, किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान ना दें, किसी भी प्रकार की समस्या आने पर अविलंब सम्बन्धित अधिकारी के मोबाइल नंबर या थाना चौकी पर अवगत करायें । इस दौरान थाना प्रभारी बेलहरकला जीतेन्द्र यादव सहित पुलिस व राजस्व के अन्य अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित रहे ।
उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से अनीश मिश्रा मोबाइल वाणी के माध्यम से महेंद्र यादव से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि महिलाएं हर मामले में सबसे आगे हैं चाहे वह विमान हो या रेलवे। चाहे मेट्रो हो, महिलाएं इस समय हर चीज में आगे हैं, चाहे वह शिक्षा हो, नौकरी हो, कोई भी काम हो, महिलाएं सब कुछ करने में सक्षम हैं।शिक्षा का अधिकार, नौकरी का अधिकार, राजनीति का अधिकार हर क्षेत्र में महिलाओं का अधिकार है।
उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से अवनीश मिश्रा मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाएं हर क्षेत्र में सबसे आगे हैं। इस समय शिक्षा हो, नौकरी हो, कोई भी काम हो, पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक है। अब अधिकारों की बात करते हैं, हमें महिलाओं की गाड़ी से शिक्षा का अधिकार, नौकरी का अधिकार, राजनीति का अधिकार, समाज का अधिकार, भोजन का अधिकार, पीने का अधिकार, शैक्षणिक संस्थानों का अधिकार जैसे कई अधिकार दिए गए हैं।
उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार मिलना चाहिए या नारी नहीं आप केवल एक सम्मान हैं। नक्सलवाद में महिलाओं की पूजा आज से नहीं बल्कि प्राचीन काल से की जाती है, लेकिन उनके अधिकारों के बारे में कोई बात नहीं करता है, वे भी अधिकार चाहते हैं जैसा कि मोबाइल वाणी पर प्रकाशित किया जा रहा है कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार मिलना चाहिए।महिलाओं को जागरूकता अभियान की भी आवश्यकता है क्योंकि प्राचीन काल से महिलाओं की पूजा की जाती रही है। महिलाओं को पूजनीय माना जाता है, किसी दिन किसी की मां छोटी लड़की बन जाती है, किसी दिन मां बड़ी होने पर बहन और बेटी बन जाती है, इसलिए हर घर में महिलाओं की पूजा की जाती है। महिलाओं को संपत्ति का अधिकार देने के लिए लोगों को आगे आना चाहिए ताकि महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन सकें।
उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं के समानता के अधिकार में शिक्षा का अधिकार है, समानता का अधिकार है जैसे पुरुष और महिला दोनों समान हैं, हम इस विषय और महिला-सशक्त समाज की अवधारणा पर चर्चा करेंगे। इसलिए हमारा योगदान यह है कि हम इसे इसी तरह से देखें और उन्हें हर साझेदारी में हर हिस्से में समानता की भावना दें।
उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से सरोज चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि महिलाओं के भूमि अधिकारों में कई बाधाएँ हैं। कुछ मुख्य बाधाएं जो उनकी सामाजिक-आर्थिक और कानूनी स्थिति को प्रभावित करती हैं और उन्हें दूर करने के लिए उपयोग की जाती हैं, वे हैं आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए भूमि खरीदने या उसके मालिक होने का मुद्दा। महिलाओं में अपने अधिकारों के बारे में जागरूकता की कमी है जिससे वे अपने भूमि अधिकारों के लिए लड़ने में सक्षम नहीं हैं। भूमि कानूनों में संशोधन किया जाना चाहिए ताकि महिलाओं को समान अधिकार मिल सकें। असमानता की प्रक्रियाओं को सरल और सुलभ बनाया जाना चाहिए, महिलाओं को शिक्षित किया जाना चाहिए और उन भूमि अधिकारों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए और महिलाओं को सामुदायिक कार्यक्रमों और कार्यालयों के माध्यम से उनके अधिकारों के बारे में सूचित किया जाना चाहिए। महिलाओं के भूमि अधिकारों के लिए सरकार द्वारा विशेष योजनाएं चलाई जाएं, भूमि वितरण योजना में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाए, समुदाय में महिलाओं के भूमि अधिकारों का समर्थन करने के लिए नेटवर्क और गठबंधन बनाए जाएं, महिला किसानों को प्रोत्साहित किया जाए। भूमिहीन महिलाओं की सुरक्षा और समर्थन के लिए कार्यक्रम बनाना महिलाओं के भूमि अधिकार सुनिश्चित करना उनके आर्थिक सशक्तिकरण और सामाजिक सुधार के लिए महत्वपूर्ण है इसके लिए कानूनी सामाजिक और आर्थिक सुधार आवश्यक है।
उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चोधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है। महिलाएं शिक्षा के क्षेत्र में भी पीछे रह रही हैं।उन्हें पिछड़े स्थान पर आगे लाने के लिए एक शिक्षित समाज का निर्माण किया जाता है। शिक्षा तभी होनी चाहिए जब महिलाएँ आगे हों, इसके लिए उनकी बेटियों को शिक्षित करना महत्वपूर्ण है। बेटियाँ पढ़ेंगी तो वे घर की बहू बनेंगी और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगी ताकि वे अच्छी पढ़ाई कर सकें। एक समाज का गठन किया जाएगा और समाज के सामने आने वाली कठिनाइयों से लोगों द्वारा मिलकर निपटा जाएगा महिलाएं खाना पकाने और खेती जैसे घरेलू कामों में लगी हुई हैं लेकिन उन्हें अपने खर्चों के लिए इधर-उधर रहना पड़ता है। अगर महिलाएं भी शिक्षित होंगी, तो वे नौकरी के पेशे में शामिल होंगी और वे अपने अधिकारों के बारे में भी जागरूक होंगी।
