दरौली प्रखंड मुख्यालय के सरयु नदी पंच मंदिरा घाट पर पितृपक्ष के दुसरे दिन स्नान कर अपने पितरों को जलातर्पण व पिंडदान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पारंपरिक मान्यताओं को लेकर श्रद्धालुओं के द्वारा सरयु नदी में स्नान कर अपने पितरों को पितृ पक्ष के प्रतिदिन जलातर्पण किया जा रहा है । ऐसी मान्यता हैं कि पितृपक्ष में पितर पृथ्वी पर अपनी वंशजों से पिंडदान व जल तर्पण प्राप्ति हेतु आते है । वही परिजनों के तरफ से उन्हें तर्पण और पिंडदान कर तृप्त किया जाता है। अपने परिजनों से पितर तृप्त होकर संभवत मोक्ष को प्राप्त कर लेते हैं।वही पंडित बजरंगी तिवारी ने बताया की पितृपक्ष के दौरान पितरों की पूजा और पिंडदान का बहुत महत्व है । उन्होंने बताया कि हिंदू धर्म के मान्यता के अनुसार पिंडदान करने से पुत्र को पितृऋण से मुक्ति मिलती है।