2011-12 में लगभग 39 लाख रुपये की लागत से बना था पुल भारी व कोल वाहन आवागमन बना पुल क्षतिग्रस्त होने का कारण गिद्धौर (चतरा):चतरा हजारीबाग भाया कटकमसांडी मुख्य पथ में पड़ने वाला द्वारी के बांय गांव स्थित खोटाही पुल काफी जर्जर हो गया है।पुल का पश्चिम साइड का एप्रोच ध्वस्त होने की कगार पर है।वैसे में कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है।यहां तक की चतरा हजारीबाग भाया कटकमसांडी पथ में आवागमन बाधित हो सकता है।पुल व एप्रोच जर्जर होने का एकमात्र कारण भारी व कोल वाहनों का लगातार आवागमन बताया जा रहा है। बताया जाता है कि टंडवा से कटकमसांडी कोल साइडिंग तक प्रत्येक दिन करें 400 से 500 कोल वाहन आवागमन करते हैं। अधिकतर कोल वाहन ओवरलोडिंग रहती है। वैसे स्थिति में खोटाही पुल का एप्रोच काफी जर्जर हो गया है। पुल का निर्माण वर्ष 2011-12 में लगभग 39 लख रुपए की लागत से किया गया था। पुल का भार क्षमता के अनुरूप वाहन नहीं चल रहे हैं। ओवरलोडिंग कोल वाहन के कारण पुल व अप्रोच काफी क्षतिग्रस्त हो गया है। जब-जब कोल वाहन पुल से गुजरता है।तब तब पूरा पुल डोलने लगता है। वैसे में कभी भी बड़ी दुर्घटना से इनका नहीं किया जा सकता।चतरा हजारीबाग भाया कटकमसांडी मुख्य पथ से हजारीबाग, रांची,धनबाद, रामगढ़, बोकारो, गिरिडीह, कोडरमा सहित अन्य शहरों के लिए यात्री वाहनों का आवा गमन रहता है।