उत्तर प्रदेश राज्य के चित्रकूट जिला से अरुण यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से कोविड टीकाकरण के मुद्दे चर्चा कर रहे है। उनका कहना है की, जो भी कंपनियाँ हों ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। सरकार द्वारा जो भी जांच एजेंसियां बनाई गई हैं, उन्हें शुरुवाती के दौर में ही जांच करनी चाहिए थी
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला चित्रकूट से अरुण यादव, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि उनका राशन कार्ड में नाम नहीं चढ़ाया गया है और पैसा भी लिया गया है।
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अरुण यादव है जो गाँव रायपुर, अज्ज, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश से है, मैं आपको चित्रकूट मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहता हूँ कि आज यहाँ राशन बांटा जा रहा है। लेकिन राशन के वितरण में पहले दोस्त ने पाया है कि कुछ लोगों को बिना उंगली रखे राशन दिया गया था और कुछ लोगों को उस पर उंगली रखने पर राशन दिया जा रहा है। इस चैनल के माध्यम से मैं आप सभी को सूचित करना चाहूंगा कि सरकार को यह बताया जाना चाहिए कि जैसे ही यह काम होता है, जनता के साथ-साथ आधे लोगों को उंगलियों से राशन दिया जाता है, आधे लोगों को सिर्फ अपनी उंगलियां डाल कर राशन दिया जाता है। मैं मोबाइल वाणी के स्टाफ से अनुरोध करूंगा कि वे सरकार से संपर्क करें और एक उचित जांच कराएं कि एक कर्मी के साथ धोखाधड़ी और अन्याय क्यों किया जा रहा है। जनता के बैठने के लिए किसी भी तरह की छाया नहीं है, उन्हें यहां धूप में खड़े होकर राशन मिलता है, इसलिए यहां इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द इसकी जांच करवाएं।
उत्तरप्रदेश राज्य के चित्रकूट जिला से अरुण यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि हर राजनीतिक दल को अपने घोषणापत्र के आधार पर काम करना चाहिए। लेकिन कई जगहों पर देखा गया है कि घोषणापत्र में कुछ वादे किए जाते हैं, कुछ वादे पुरे होते हैं तो कुछ नहीं । चुनाव के बाद मतलब चुनाव के समय लोग कोई भी वादा करते हैं, लेकिन चुनाव के बाद क्या होता है, यह केवल मतदान करने वाली जनता को ही पता होता है।
हां दोस्तों नमस्कार, मेरा नाम अरुण यादव है जो गाँव रायपुर विजय चित्रकूट कर्भी उत्तर प्रदेश से है, जैसा कि मैं चित्रकूट मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहता हूं कि इस समय चुनाव का समय चल रहा है और चुनाव की अवधि में मैं कभी-कभी बहुत कुछ देखने को मिलता है । चुनाव की अवधि में ऐसे कार्यकर्ता होते हैं जो चलते-फिरते पर्चे फेंकते हैं। ऐसा न करें। चलते-फिरते पर्चे न फेंकें। कम से कम जो भी किसी भी दल का प्रचारक हो, उसे घर-घर जाकर प्रचार करना चाहिए। प्यार करें और लोगों को हाथ में पर्चे दें लेकिन चलती कार से पर्चे न फेंकें क्योंकि यह पर्चे का अपमान करता है और पर्चे का अपमान करता है। यदि आप चलते समय एक पत्रक या एक कागज फेंकते हैं, तो ऐसा न करें। मैं सभी राजनीतिक दलों से कहना चाहूंगा कि आपके जो भी कार्यकर्ता और आपके कार्यकर्ता प्रचार करने आते हैं, उन्हें सलाह दें कि जब भी वे कहीं भी जाएं, उन्हें ऐसा करना चाहिए।
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हां दोस्तों, मेरा नाम उत्तर प्रदेश के गाँव रेपारा जीव चित्रकूट का अरुण यादव है, क्योंकि मैं चित्रकूट के बलवाड़ के माध्यम से आप सभी को सूचित करना चाहता हूँ कि हमारी गाँव रेत्रा पंचायत को तीन दिनों से जल निगम से पानी नहीं मिला है। इसे इस तरह से छोड़ दिया गया है कि यहां जल निगम द्वारा पानी नहीं छोड़े जाने से कई लोगों को परेशानी हो रही है और यहां मैं यह भी बताना चाहता हूं कि अगर यहां दूसरा पंप नहीं होता तो शायद पानी उपलब्ध नहीं होता।
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उत्तरप्रदेश राज्य के चित्रकूट जिला से पुनीत कुमार त्रिपाठी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि हमारे भारत में लाखों बच्चे भूखे रहते हैं और साही और अति - धनी लोग दिखावा करने के लिए वहाँ हैं । वे अनाप सनाप खर्च करते है जिसपर कोई भी ध्यान नहीं दे रहे और न ही कोई बच्चों पर ध्यान दे रहे है । इस पर कुछ कदम उठाए जा रहे हैं और अमीर लोग साही को दिखाने और साही को खर्च करने के लिए अपना पैसा खर्च करते हैं ।
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