उत्तर प्रदेश राज्य के चित्रकूट जिला से पुनीत कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बात रहे है की आकड़ो के हिसाब से है हर साल 20 हज़ार से भी ज्यादा आत्महत्या ग्रहणी के द्वारा की जाती है और सरकार के द्वारा इस पर कुछ भी नहीं किया जाता है।