आपलोग हमें बताएं कि केवल परीक्षा में लाये हुए अच्छे नंबर ही एक अच्छा और सच्चा इंसान बनने का माप दंड कैसे हो सकता है? अक्सर देखा जाता है कि माता पिता अपने बच्चों के तुलना दूसरे बच्चों से करते है. क्या यह तुलना सही मायने में बच्चे को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करती है या उनके मन में नकारात्मक सोच का बीज बो देती है ? आपको क्या लगता है? इस पर आप अपनी राय, प्रतिक्रिया जरूर रिकॉर्ड करें। और हां साथियों अगर आज के विषय से जुड़ा आपके मन में किसी तरह का सवाल है तो अपने सवाल रिकॉर्ड करें अपने फ़ोन नंबर 3 दबाकर। हम आपके सवालों का जवाब ढूंढ कर लाने की पूरी कोशिश करेंगे।
बुलिंग का सामना करना कोई आसान काम नहीं होता हमारे समाज में कई ऐसे लोग हैं जो इसका शिकार है क्या आपने या आपके किसी जानने वाले ने कभी अपने जीवन में बुलिंग का सामना किया है ? आखिर क्या वजह है कि हमारे समाज में बुलिंग जैसी समस्या मौजूद है और लोग इस समस्या से जूझने के लिए मजबूर होते हैं ? अगर कोई व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है तो ऐसी स्थिति में वह खुद को इससे बाहर निकालने के लिए क्या कर सकते हैं ? और बुलिंग जैसी समस्या को समाज से मिटाने के लिए सामुदायिक स्तर पर किस तरह की पहल की जा सकती ?
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से विजय पाल चौधरी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि हाल ही में यह आर. आर. ओ. परीक्षा भी हुई थी, जिसमें पेपर भी लीक हुआ था, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा भी 17 और 18 फरवरी को लीक हुई थी। अगर इस तरह का काम किया जा रहा है तो युवाओं के साथ पूरी तरह से खिलवाड़ किया जा रहा है। इसे रोका जाना चाहिए, सरकार को इसके खिलाफ सख्त से सख्त नियम बनाने चाहिए, इतनी मेहनत से ये लोग दिन-रात परीक्षा की तैयारी करते हैं और जब पेपर लीक होता है तो उनका मनोबल टूट जाता है। सरकार को ऐसा नियम बनाना चाहिए कि यहां गलतियों की पुनरावृत्ति न हो, परीक्षा पूरी पारदर्शिता के साथ उत्तीर्ण हो और इसके लिए पात्र युवाओं का चयन किया जाए।
