उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता से हुई।श्रोता यह बताना चाहती है कि मस्तिष्क में चोट लगने से सोचने और समझने की क्षमता कम हो सकती है।इससे कई रोग हो सकते हैं।जैसे सोचने और समझने में परेशानी होती है,याददाश्त कमजोर हो जाती है।न्यूरोलॉजिकल विकार,अल्जाइमर,पार्किंसंस रोग सोचने और समझने की ताकत को प्रभावित कर सकता है।वृद्धा अवस्था में सोचने और समझने में कमी आ सकती है।संज्ञात्मक कमजोरी के लक्षण इस प्रकार है -भूलने की समस्या ,ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई ,भाषा और संचार में कठिनाई,निर्णय लेने में परेशानी और संचार में कठिनाई
