उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से जय प्रकाश से हुई। जय प्रकाश कहते है कि इनका बेटा बहन को पैतृक संपत्ति में हिस्सा देने को राज़ी हो जाएगा। अगर घर की बेटियाँ खुद आत्मनिर्भर है तो अच्छा है लेकिन अगर वो खुद के दम पर सक्षम नहीं है तो उन्हें सहयोग दिया जा सकता है। इनकी संस्था जनता सेवा समीति के माध्यम से 500 महिलाओं को नई रौशनी के तहत जागरूक किये है। इसमें महिलाओं को इनके अधिकार ,रोज़ी रोजगार ,दैनिक क्रियाकलापों ,रहन सहन के बारे में काफी जानकारी दी गई है। महिलाएँ सबसे पहले सक्ष्म और आत्मनिर्भर बने। सबसे पहले संपत्ति में नहीं जाए ,स्वावलम्बी बने ताकि उन्हें किसी के सहारे की ज़रुरत न पड़े। महिलाओं को हुनर ,दें चौमुखी विकास की योजनाओं से जोड़े और पुराने रीति रिवाज़ों को तोड़ कर नए रीति से जोड़े। उन्हें आत्मनिर्भर बनाए। महिलाएँ ससुराल और मायके दोनों की देखरेख करती है ,इसीलिए उन्हें सशक्त बनाना ज़रूरी है