उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से मोहम्मद इमरान, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि वह महिलाओं के साथ बैठक किये। जिसमे महिलाओं का कहना है कि सिर्फ क़ानून बना देने से ही महिलाओं को अधिकार नहीं मिलेगा उसके लिए पुरुष प्रधान समाज को आगे आना होगा और घर की महिलाओं की भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है की बहु और बेटी को समान रूप से समझे तभी उनको आने वाले समय में अधिकार मिल सके । सिर्फ संसद भवन में बैठ कर कानून बना देने से महिलाओं को अधिकार नहीं मिलता , उसके लिए पुरुष प्रधान समाज और पहले से चली आ रही परम्परा को हटा कर अब महिलाओं को भी उनके हिस्सेदारी देनी चाहिए।