उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से अरविन्द श्रीवास्तव , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि आज भी महिलाओं को जमीन के अधिकार से वंचित रखा गया है। भारत के जनगणना के अनुसार 56 प्रतिशत ग्रामीण महिलायें जमीन से बेदखल है। इसके कारण महिलाओं को बहुत संघर्ष करना पड़ता है और वह जमीन का हक़ पाने के लिए बहुत संघर्ष करती रहती है। ये देखा जाता है कि पति के गुजर जाने के बाद महिला को घर से निकाल दिया जाता है। तो इस तरह की महिलाओं के खिलाफ अन्य महिलाओं को आवाज़ उठाना चाहिए। ताकि उनको मालिकाना हक़ मिल सके। उनका जीवन बेहतर हो सके। महिलाओं को शिक्षा बहुत कम या नहीं दिया जाता है ,जिसकेकारण उनको जमीन के सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं होती है और बाद में उनको बहुत परेशानी होती है।