उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से संस्कृति श्रीवास्तव , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि शिक्षा के माध्यम से मनुष्य के ज्ञान और कलात्मक कौशल में वृद्धि होती है, उसके आनुवंशिक गुणों में सुधार होता है और उसके व्यवहार में वृद्धि होती है। प्राचीन काल में महिलाओं को केवल घर और वैवाहिक जीवन में रहने की सलाह दी जाती थी, लेकिन समाज के विकास के साथ महिला शिक्षा भी अधिक विविध और सुलभ हो गई है। प्रमुख समाज में महिलाएं अपने काम का जश्न मना रही हैं, वे कहती हैं कि एक अशिक्षित महिला घर की अच्छी तरह से देखभाल नहीं कर सकती, एक कहावत है कि एक पुरुष को शिक्षित करके हम केवल एक व्यक्ति को शिक्षित कर सकते हैं, लेकिन एक महिला को शिक्षित करके हम पूरे देश को शिक्षित कर सकते हैं, एक देश और समाज की तो बात ही छोड़िए, महिला शिक्षा के बिना हमारे परिवार की प्रगति की कल्पना नहीं की जा सकती। यही किसी भी लोकतंत्र की नींव है। एक शिक्षित महिला समाज में खुशी और शांति भी ला सकती है। उनका कहना है कि बच्चे इस देश का भविष्य हैं और एक माँ के रूप में एक महिला उनके लिए शिक्षा का पहला स्रोत है। एक महिला के लिए शिक्षित होना बहुत महत्वपूर्ण है। एक शिक्षित महिला न केवल अपने घर बल्कि पूरे समाज को शिक्षा प्रदान करती है।