लू लगने के लक्षण और घरेलू उपचार के साथ साथ सावधानियां और बचाव के तरीके, डॉक्टरी सलाह के साथ गर्मी से निपटने की तैयारियां। क्या आपने भीषण गर्मी यानी लू लगने के ऐसे लक्षण खुद में या अपने परिवार, दोस्त या पड़ोसी में देखे हैं? अगर हाँ, तो आपने या उन्होंने ऐसे में क्या कदम उठाए? भीषण गर्मी से जुड़ी और किस तरह की जानकारी आप सुनना चाहेंगे?

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से लवली पांडेय , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि गर्मी से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा नारियल पानी ,छाछ और पानी पीना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से लवली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि गर्मियों के मौसम में लू से बचने के लिए खीरे और तरबूज़ का सेवन करना चाहिए। तरबूज़ और खीरा सेहत के लिए फायदेमंद है ,इसमें भरपूर मात्रा में पानी है। शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हम कुछ दिनों तक भोजन के बिना जीवित रह सकते हैं लेकिन पानी के बिना तीन दिनों से अधिक जीवित नहीं रह सकते हैं यदि हम संरक्षण को प्राथमिकता नहीं देते हैं, तो हमारे बच्चे और आने वाली पीढ़ियां पानी की कमी से पीड़ित होंगी।जल है तो कल है। इसके बाद भी जल अनावश्यक रूप से बर्बाद किया जाता है। हमें यहां यह नहीं भूलना चाहिए कि जल संकट का समाधान जल संरक्षण है। हमने हमेशा सुना है कि जल ही जीवन है।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बलरामपुर आदर्श नगर पंचायत से तुलसीपुर तक कई जगहों पर पानी की समस्या बढ़ रही है। शहर के निवासी बहुत चिंतित हैं या पानी की उचित व्यवस्था की मांग कर रहे हैं। लोगों की समस्याएं बढ़ रही हैं और लोगों को भीषण गर्मी का भी सामना करना पड़ रहा है। जिले के कई इलाकों में पीने के पानी की समस्या है। आदर्श नगर पंचायत द्वारा पानी सप्लाई किया जा रहा है, लेकिन पानी दूषित है, जिससे लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अच्छी सिंचाई प्रणालियों के अलावा, जल संरक्षण के लिए कई विकल्प हैं। कम पानी की आवश्यकता वाली फसलों का चयन करें। फसल आवर्तन प्रणाली का पालन करें और मौसमी फलों का उपयोग करें। जल प्रतिरक्षण को कम करने के लिए एक आवश्यक कदम है जल प्रदूषणकारी उर्वरकों, कीटनाशकों, भारी धातुओं आदि का यथासंभव उपयोग को कम करना।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हम अपने रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतों में थोड़ा बदलाव ला कर पानी बचत में काफी बड़ा योगदान दे सकते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से वीर बहादुर ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि गर्मी से तालाब में पानी नहीं है। मनरेगा के तहत पानी भरवाना चाहिए। साथ ही सड़क के दोनों तरफ वृक्ष लगाना चाहिए जो पर्यावरण के लिए अच्छा होगा

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से श्रीदेवी सोनी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि लू से बचने के लिए घरेलु उपचार लाभकारी है। लू तब ही लगता है जब शरीर में पानी की कमी होती है। इसीलिए गर्मियों में पानी की कमी नहीं होने देना है। गर्मियों में आम पन्ना पीना चाहिए यह ठंडा पेय पदार्थ है। निम्बू पानी भी अच्छा होता है। इमली का बीज भी लू से बचाव करता है।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जल संरक्षण का अर्थ है जल के प्रयोग को घटाना एवं सफाई, निर्माण एवं कृषि आदि के लिए अवशिष्ट जल का पुनःचक्रण करना। हमारे ग्रह पर उपलब्ध नदियां जलभृतों, भूजल और जैसे मीठे पानी के स्रोतों की रक्षा और संरक्षण करता है। जल को सिंचाई के लिए उपयोग करना। बाढ़ नियंत्रण करना। हाइड्रॉक्सिल सर्वेक्षण और बांध निर्माण करना। भूजल को रिचार्ज करना और पानी के व्यय को रोकना