उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से लवली पांडेय , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि स्वास्थ्य और सरकारी जाँच सीरीज इंडिया ऑफ इंडिया कंपनी द्वारा सवाल स्वीकार करना बंद करने के बाद ए. एच. ई. ओ. को कोविड के बारे में बताया जाएगा। मजदूरी के इतने जल्दबाजी में भुगतान का क्या कारण था, भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? यह फिर से केवल भ्रष्टाचार का मामला था, जिसके लिए अक्सर दवा कंपनियों ने अगुवाई की। मामला केवल कोविड सी के बारे में नहीं है। फर्मों और कंपनियों के बारे में अक्सर शिकायतें होती रहती हैं, जिसके बाद ही जांच एजेंसियां कोई कार्रवाई नहीं करती हैं।