उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से श्री देवी सोनी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि एक फरवरी दो हजार से चौबीस के बीच पच्चीस का अंतरिम बजट पेश किया गया है , अगर इस पर विचार किया जाए तो यह देखने की बात होगी कि वित्त वर्ष में पच्चीस के लिए शिक्षा मंत्रालय को कितना आवंटित किया जाएगा , हालांकि पिछले दो वित्त वर्षों में भी शिक्षा कौशल विकास आज का बजट भी बहुत बढ़ा है । वर्ष 220 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के केंद्र में दूसरे कार्यालय का पहला बजट पेश किया । शिक्षा क्षेत्र के लिए एक हजार तीन सौ करोड़ रुपये आवंटित किए गए । यह आवंटन वार्षिक आधार पर पाँच प्रतिशत अधिक था । इसके अलावा अगर कौशल विकास के लिए तीन सौ करोड़ रुपये आवंटित किए जाते तो बजट में शिक्षा क्षेत्र में निवेश किया जाता । राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए दो हजार बीस को लाने और लागू करने पर ध्यान केंद्रित किया गया था । दो हजार उन्नीस मई में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मूल सौदा भी जारी किया गया था जिसमें शिक्षा पर सकल घरेलू उत्पाद का काम किया गया था । यदि वैश्विक स्तर पर सहयोग को बढ़ावा देने के लिए इस बजट में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश ( एफडीआई ) और बाहरी सहायता को शामिल किया जाता है तो शिक्षा क्षेत्र में कम से कम छह प्रतिशत खर्च करने का प्रस्ताव किया गया था । इस बजट में अगर शिक्षा मंत्रालय ने बावन हजार चौबीस करोड़ रुपये आवंटित किए थे , तो शिक्षा क्षेत्र में वास्तविक खर्च पिछले साल की तुलना में ढाई प्रतिशत अधिक था ।