बुलिंग का सामना करना कोई आसान काम नहीं होता हमारे समाज में कई ऐसे लोग हैं जो इसका शिकार है क्या आपने या आपके किसी जानने वाले ने कभी अपने जीवन में बुलिंग का सामना किया है ? आखिर क्या वजह है कि हमारे समाज में बुलिंग जैसी समस्या मौजूद है और लोग इस समस्या से जूझने के लिए मजबूर होते हैं ? अगर कोई व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है तो ऐसी स्थिति में वह खुद को इससे बाहर निकालने के लिए क्या कर सकते हैं ? और बुलिंग जैसी समस्या को समाज से मिटाने के लिए सामुदायिक स्तर पर किस तरह की पहल की जा सकती ?

नाम - राधा कुमारी ,उम्र 26 वर्ष ,पिन कोड 805123

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नाम - राधा कुमारी ,उम्र 26 वर्ष ,पिन कोड 805123

नाम -सोनाली कुमारी , उम्र - 20 , पिन कोड - 805109

नाम -सोनाली कुमारी , उम्र - 20 , पिन कोड - 805109

बिहार राज्य के जिला नवादा से संगीता कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से आकांक्षा कुमारी से हुई। आकांक्षा कुमारी यह बताना चाहती है कि नारी सशक्तिकरण के लिए कानून तो बना दिया गया है ,लेकिन इस कानून को और बढ़ावा देना चाहिए। महिलाओं को जागरूक और शिक्षित करना चाहिए।

बिहार राज्य के जिला नवादा से संगीता कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रूपा से हुई। रूपा के अनुसार महिला को शिक्षित होना चाहिए। वह पढ़ - लिखकर पुलिस बनना चाहती है। वह जमीन पर अधिकार लेना चाहती है।

बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नीलम से हुई। नीलम यह बताना चाहती है कि महिलाओं को अधिकार मिलना बहुत जरूरी है। ससुराल और मायके दोनों जगह महिलाओं के नाम से जमीन नहीं होता है।

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