झारखण्ड राज्य के जिला सिमडेगा से शुभम कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से कोनार फूल की कली से नुस्खा बताना चाहता हूँ । प्याज , मिर्च , टमाटर , हल्दी , लहसुन , नमक , तेल एकत्र करें और एक चम्मच से कोनार के फूल और कली को तने से अलग करें । उस कोनार के फूल को अच्छे तरह से धो लें फिर प्याज , मिर्च , टमाटर काटें , लहसुन को हल्का कूट लें फिर , गैस स्टोव चालू करें , कोनार के फूल को कड़ाही में डालें, पानी डालें और कोनार के फूल को पकाएं । इसे पकने दें , ढक्कन से ढक दें , पंद्रह मिनट के बाद ढक्कन खोलें और चम्मच से फूल को दबाएं ताकि यह देखा जा सके कि फूल दबा रहा है या नहीं ।यदि फूल दब रहा है तो मतलब वह पक गया है। फिर गैस बंद कर दें । कोनार के फूल को दो से तीन बार ठंडे पानी से धोएँ । अपने हाथ से कोनार के फूल को दबाकर उसमे से पानी निकाल दें । कोनार के फूल को अपने हाथ से मैश कर लें । कड़ाही के गर्म होने पर उसे गैस के चूल्हे पर रख दें । तेल गर्म करें , प्याज , लहसुन , हरी मिर्च डालें और भूनें । टमाटर पकने के बाद , कोनार फूल डालें , स्वाद के लिए नमक डालें , कोनार फूल को अच्छी तरह से भूनें और कोनार फूल तैयार हो जाएगा ।
झारखण्ड राज्य के जिला सिमडेगा से शुभम कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से डुंबू की रेसिपी बनाने के बारे में बताना चाहते है। इसे बनाने के लिए एक कटोरी चावल का आटा लें , कढ़ाई में दो गिलास पानी डालें और उस पानी को उबलने दें उसके बाद एक चम्मच सरसों तेल डालें , एक चम्मच नमक , एक चम्मच चीनी , उसके बाद उसमे थोड़ा थोड़ा करके चावल का आटा डालेंगे और उसे अच्छे से मिलाते जायेंगे , गैस कम करके मिलाते जाये , उसके बाद गैस को बंद करके आटा को ठंडा होने देंगे , उसके बाद उस आटा को कढ़ाई से निकाल कर अलग बर्तन में रख देंगे , उसके बाद हाथ में थोड़े से तेल लेकर , उस आटा को मिलाएंगे , किसी बर्तन में उस आटा को छोटे छोटे लोई बनाकर रख देंगे और फिर उसे किसी बर्तन में हल्का पानी लेकर स्टीमिंग करेंगे , स्टीमिंग करने के बाद गैस बंद करके ठंडा कर लेंगे , उसके बाद कढ़ाई गर्म करके एक चम्मच सरसों तेल डालेंगे , चार हरी मिर्च , थोड़ा कढ़ी पत्ता डालेंगे फिर बनाये गए आटा का लोई डालेंगे और उसे भूनेंगे उसे थोड़ा देर पकाने के बाद डुंबू बनकर तैयार हो जाएगा।
दोस्तों, हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे।अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार चुटकुला, तो रिकॉर्ड करें मोबाइल वाणी पर, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
ऐसे मनाना होली का त्यौहार, पिचकारी से बरसे सिर्फ प्यार, यह मौका अपनों को गले लगाने का, तो गुलाल और रंग लेकर हो जाओ तैयार।होली के दिन हर जगह जश्न का माहौल होता है,भारत में होली बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है कई राज्यों में वसंत ऋतु के आगमन होते ही होली के त्यौहार की शुरुआत हो जाती हैं।होली के दिन लोग एक दूसरे के घर जाकर रंग व गुलाल लगाते हैं,घरों में तरह तरह के पकवान बनाते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं।तो आइये दोस्तों हम भी मनाये बिना पानी के गुलाल और रंगो वाली सुखी और स्वस्थ होली। मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से होली के शुभ अवसर पर आप सभी को ढेरो बधाइयां।
सिमडेगा के गुलजार गली में बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है होलिका दहन कई तरह के पकवानों के साथ या होलिका दहन मनाया जा रहा है
सिमडेगा में धूमधाम के साथ मनाया गया खजूर पर्व।
राजस्थान में सफाई कर्मचारी के 24797 पदों पर आवेदन की अंतिम तिथि 24 मार्च 2024 निर्धारित है। ऐसे में जिन उम्मीदवारों ने अभी तक आवेदन नहीं किया है वे बिना देरी करते हुए तुरंत ही ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। आज के बाद एप्लीकेशन विंडो क्लोज कर दी जाएगी। योग्यता की जानकारी के लिए इस पेज को पूरा पढ़ सकते हैं।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा पशुओं में होने वाले थनैला रोग के कारण ,लक्षण व उपचार सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।
झारखण्ड राज्य के जिला सिमडेगा से शुभम कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से सनई के फूल की सब्जी के बारे में बताना चाहते है । झारखंड में सनई के फूल की सब्जी बहुत प्रचलित हैं । सनई के फूल बनाने के लिए पहले कढ़ाई को गर्म करें । तीन गिलास पानी डालें , एक चम्मच हल्दी पाउडर डालें , पाँच सौ ग्राम सनई के फूल डालें और फूलों को मिलाने के बाद दो मिनट तक पकाएं और उसे किसी बर्तन में फूल से पानी को अलग कर के रख लें । फिर गैस ऑन करके कढ़ाई को गर्म करें और उसमें दो बड़े चम्मच सरसों का तेल डालें , तेल गर्म होने के बाद , एक बड़ा चम्मच कलौंजी , एक बड़ा चम्मच राई , एक बड़ा चम्मच जीरा , एक बड़ा चम्मच मेथी के बीज डालें । हींग एक चम्मच , लहसुन की आठ कलियाँ छील कर डालें , अदरक का एक टुकड़ा , एक हरी मिर्च काटकर उसमें डालें , फिर उसे अच्छी तरह भूनें , फिर उसमें प्याज के टुकड़े डालें और अच्छी तरह से भून लें , फिर मसाले डालें जैसे- आधा चम्मच हल्दी पाउडर , आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर , दो टमाटर के टुकड़े डालें और अच्छी तरह से भूनें , फिर आधा चम्मच नमक डालें और अच्छी तरह भूनने के बाद आधा चम्मच गरम मसाला डालें । उसके बाद कढ़ाई में सनई के फूल डाले और उसे मसाले के साथ अच्छे से मिला कर हलकी आंच में पका ले। 15 मिनट तक पकाने के बाद सनई की फूल की सब्जी बनकर तैयार हो जाएगी।