हांगकांग के फूड सेफ्टी विभाग सेंटर फॉर फूड सेफ्टी ने एमडीएच कंपनी के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला मिक्स्ड पाउडर और करी पाउडर मिक्स्ड मसाला में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाया है और लोगों को इसका इस्तेमाल न करने को कहा है. ऐसा क्यों? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

झारखंड राज्य के जिला सिमडेगा से शुभम कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से गुलगुल्ला बनाने की रेसिपी बता रहे है। गुलगुल्ला बनाने के लिए 3 कटोरी आटा, 1 चम्मच सौंफ , 2 चम्मच नमक, 1 चम्मच मीठा सोडा , 100 ग्राम गुड़ , सरसों तेल 2 बड़ी चम्मच सभी सामग्री को किसी बर्तन में मिलाएंगे और घोल बना लेंगे न ज्यादा पतला न ज्यादा मोटा होना चाहिए , इसमें पानी मिलाएंगे फिर अच्छे से सभी को मिलाएंगे और इसके छोटे छोटे लोई बना लेंगे , उसके बाद कढ़ाई में सरसों तेल को गर्म करेंगे , फिर उसमे जो उस लोई को डाल देंगे और फ्राई करेंगे। कुछ देर फ्राई करने के बाद निकाल लेंगे और इस तरह गुलगुल्ला बनकर तैयार हो जायेगा।

झारखण्ड राज्य के जिला सिमडेगा से शुभम कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से सनई के फूल की सब्जी के बारे में बताना चाहते है । झारखंड में सनई के फूल की सब्जी बहुत प्रचलित हैं । सनई के फूल बनाने के लिए पहले कढ़ाई को गर्म करें । तीन गिलास पानी डालें , एक चम्मच हल्दी पाउडर डालें , पाँच सौ ग्राम सनई के फूल डालें और फूलों को मिलाने के बाद दो मिनट तक पकाएं और उसे किसी बर्तन में फूल से पानी को अलग कर के रख लें । फिर गैस ऑन करके कढ़ाई को गर्म करें और उसमें दो बड़े चम्मच सरसों का तेल डालें , तेल गर्म होने के बाद , एक बड़ा चम्मच कलौंजी , एक बड़ा चम्मच राई , एक बड़ा चम्मच जीरा , एक बड़ा चम्मच मेथी के बीज डालें । हींग एक चम्मच , लहसुन की आठ कलियाँ छील कर डालें , अदरक का एक टुकड़ा , एक हरी मिर्च काटकर उसमें डालें , फिर उसे अच्छी तरह भूनें , फिर उसमें प्याज के टुकड़े डालें और अच्छी तरह से भून लें , फिर मसाले डालें जैसे- आधा चम्मच हल्दी पाउडर , आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर , दो टमाटर के टुकड़े डालें और अच्छी तरह से भूनें , फिर आधा चम्मच नमक डालें और अच्छी तरह भूनने के बाद आधा चम्मच गरम मसाला डालें । उसके बाद कढ़ाई में सनई के फूल डाले और उसे मसाले के साथ अच्छे से मिला कर हलकी आंच में पका ले। 15 मिनट तक पकाने के बाद सनई की फूल की सब्जी बनकर तैयार हो जाएगी।

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

नमस्कार दोस्तों , मेरा नाम शुभम कुमार मंडल है । मैं सिमडेगा मोबाइल वानी से बात कर रहा हूँ । आज मैं आपको रूगड़ा की सब्जी बनाने के बारे में बताना चाहता हूँ । रूगड़ा एक मशरूम प्रजाति है जो जंगलों में पाई जाती है । यह बरसात के मौसम में पाया जाता है । तो पहले इसे बनाने के लिए छह सौ ग्राम रूगड़ा लेकर धो लें , फिर रूगड़ा को दो हिस्सों में काट लें । आधा इंच अदरक , एक लहसुन , दो सूखी लाल मिर्च , एक टुकड़ा दालचीनी , दो लौंग , एक इलायची इन सभी मसालों को पीस लें , फिर कड़ाही को गैस पर गर्म करें । तीन चम्मच सरसों का तेल गर्म करें , फिर एक चम्मच जीरा , दो तेजपत्ता , तीन कटे हुए प्याज डालें और भूनें । रूगड़ा डालें और एक चम्मच नमक डालें और फिर इसे भुने और फिर पीसा हुआ मसाला डालें और थोड़ा पानी डालें और भुने । उसके बाद सूखे मसाले डाले जैसे - आधा चम्मच धनिया पाउडर, आधा चम्मच हल्दी पाउडर ,आधा चम्मच कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर ,आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर ,आधा चम्मच मीट मसाला और फिर इसे मिलाएं और पांच मिनट के लिए भून ले। उसके बाद रूगड़ा की सब्जी बन कर तैयार हो जाएगी।

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भारत गंभीर भुखमरी और कुपोषण के से जूझ रहा है इस संबंध में पिछले सालों में अलग-अलग कई रिपोर्टें आई हैं जो भारत की गंभीर स्थिति को बताती है। भारत का यह हाल तब है जब कि देश में सरकार की तरफ से ही राशन मुफ्त या फिर कम दाम पर राशन दिया जाता है। उसके बाद भी भारत गरीबी और भुखमरी के मामले में पिछड़ता ही जा रहा है। ऐसे में सरकारी नीतियों में बदलाव की सख्त जरूरत है ताकि कोई भी बच्चा भूखा न सोए। आखिर बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं।स्तों क्या आपको भी लगता है कि सरकार की नीतियों से देश के चुनिंदा लोग ही फाएदा उठा रहे हैं, क्या आपको भी लगता है कि इन नीतियों में बदलाव की जरूरत है जिससे देश के किसी भी बच्चे को भूखा न सोना पड़े। किसी के व्यक्तिगत लालच पर कहीं तो रोक लगाई जानी चाहिए जिससे किसी की भी मानवीय गरिमा का शोषण न किया जा सके।

आज मैं आप सबको पौष्टिक दलिया बनाने की जानकारी दे रही हूँ। इस दलिया में बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं ,इसमें लगने वाली सामग्री इस प्रकार है -100 ग्राम दलिया, 1प्याज और1टमाटर और धनिया पत्ता और 1अदरक को काट कर रख लेना है। एक कड़ाही लेना है और उसमे आपको 1चम्मच घी डालना है और दलिया को थोड़ा सा भून लेना है हल्का भूरा होने तक। दलिया भून जाने के बाद उसे निकाल कर अलग कर देना है , फिर 1 चम्मच घी डालना है फिर उसमे थोड़ा जीरा, हरी मिर्च और थोड़ा कटा हुआ प्याज डालना है , प्याज को भूरा होने तक भूनना है फिर उसमे कटा हुआ टमाटर डालना है, फिर थोड़ी सी हल्दी और थोड़ा मिर्च पावडर डालना है, फिर स्वादनुसार नमक डालना है, चुटकी भर गरम मसाला डालना है और आधा चम्मच धनिया पाउडर डालना है फिर थोड़ा सा पानी डालना है फिर भुना हुआ दलिया डालना है फिर 2 कप पानी डालना है और 10 मिनट तक पकने के लिए छोड़ देना है । आपका पौस्टिक दलिया बनकर तैयार है।

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