पर्यावरण की सुरक्षा के लिए पेड़ पौधे लगाना बहुत जरूरी है पेड़ पौधे हमारे जीवन का आधार है लिए हम सब मिलकर अपने पृथ्वी को हरा-भरा बनाने के लिए प्रतिबद्ध हो इसके साथ ही पृथ्वी पर रहने वाले लोगों को ऑक्सीजन की कमी ना हो इसके लिए हमें पृथ्वी को हरा-भरा रखना जरूरी है

बनारस रेल इंजन कारखाना में स्वास्थ्य केंद्र में वृक्षारोपण कर एक पेड़ मां के नाम लगाओ अभियान की शुरुआत की गई इस अवसर पर कई स्कूलों के द्वारा वृक्षारोपण किया गया और जिस प्रकार से हर व्यक्ति के जीवन में मां का महत्वपूर्ण योगदान होता है उसी प्रकार हम पर्यावरण के प्रति भी समर्पित भाव से पौधारोपण के माध्यम से कर रहे हैं इसके साथ ही वृक्षारोपण कार्यक्रम के लिए लोगों को जागरूक किया गया और कहां गया कि वृक्षारोपण करो मानव जीवन बचाओ और लोगों को यह संदेश दिया गया कि वृक्षारोपण कर धरती को हरा-भरा बनाएं जिससे आने वाली समस्याओं और रोगों से बचा जा सके तो वही इसके साथ यह संदेश भी दिया गया कि पेड़ लगाए ही नहीं बल्कि उसका संरक्षण करें

उत्तर प्रदेश राज्य से अमित शर्मा मॉविले वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मानव जाति के लिए यह चेतावनी है कि कुदरत का अंधा धुंध दोहन बंद कर अपनी विलासिता पूर्ण जिंदगी पर लगाम लगाए ताकि वातावरण के तापमान को नियंत्रित किया जा सके। जिससे हम ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से बच सकें। अप्रत्याशित मौसम बदलाव का असर जहां हमारी खाद्य सुरक्षा को जोखिम में डाल रहा है, वहीं तमाम तरह की बीमारियों को भी जन्म दे रहा है।

उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी जिले से हमारे श्रोता जानकारी दे रहे हैं की,वाराणसी जिला में विंडो ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वहां से स्वच्छता अभियान की आशा बहुएं गांव में जाकर स्वच्छता के बारे में समझ रही है लेकिन गांव में अभी तक देखा जाए तो ऐसे ही सब पड़े हैं जैसे कि ना तो गलत पहनना और नहीं नाली की व्यवस्था है जबकि पानी बहता है जिस बीमारी होती है और गड्ढा खान के बर्तन धोते हैं उसका भी अपनी उसी में जमा रहता है तो यह सब सुधर नहीं हो पा रहा है तो किस लिए इसलिए माना जाए की स्वच्छता अभियान चला रहा है चला जा रहा है जो वह जमीनी स्तर पर कोई फर्क पड़ता है

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वाराणसी के आर्य महिला पीजी कॉलेज में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान 25 छात्राओं ने रक्तदान किया। महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्य प्रो. बिंदु लाहिड़ी ने कहा कि रक्तदान के लिए सभी को आगे आना चाहिए। कार्यक्रम अधिकारी व संयोजक डॉ. अन्नपूर्णा दीक्षित ने कहा कि रक्तदान महादान है, हमारा एक यूनिट रक्त किसी को जीवन दे सकता है। डॉ. विनीता ने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन पर रक्तदान कर सकता है।

इंडियन एसोसिएशन ऑफ गाइनेकोलॉजिकल एंडोस्कोपिस्ट्स (आईएजीई) तथा वाराणसी आब्स एन्ड गायनी सोसायटी (वीओजीएस) की ओर से तीन दिवसीय कांफ्रेंस शुरू हुआ। पहले दिन कांफ्रेंस का विषय 'स्त्री रोगों का दूरबीन से ऑपरेशन एवं उपचार' था। विशेषज्ञों ने बताया कि स्त्री रोगों में दूरबीन से ऑपरेशन होने से क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है। इसमें दर्द कम होता है और जल्द रिकवरी होती है। इस मौके पर मुंबई से आए रोहन पॉलसेतकर ने कहा कि लाइफ स्टाइल में बदलाव के कारण स्पर्म की गुणवत्ता घट रही है। सम्मेलन का शुभारंभ एक स्त्री रोगी के दूरबीन से ऑपरेशन से शुरू हुआ। इसके साथ ही न्यू लाइफ हॉस्पिटल में स्त्री रोगी के ऑपरेशन का सजीव प्रसारण हुआ, जिसे आयोजन स्थल पर भी दिखाया गया। आयोजन समिति की अध्यक्ष डॉ. नीलम ओहरी ने बताया कि बांझपन, अल्ट्रासाउंड, एम्ब्रियोलोजी तथा व्यक्तिगत हस्त प्रशिक्षण पर आधारित कार्यशालाएं भी हुई। राष्ट्रीय संयोजक डॉ अतुल गनात्रा और राज्य समन्वयक डॉ. श्रीकांत ओहरी के नेतृत्व में लाइव सर्जरी हुई। वर्कशॉप में भ्रूण विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। बांझपन के विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श हुआ। डॉ. सीमा पांडेय और डॉ लतिका अग्रवाल की अध्यक्षता में विशेषज्ञों ने फर्टिलिटी साइकिल में चुनौतियों को दूर करने के लिए उपायों पर चर्चा की। अल्ट्रासाउंड कार्यशाला में स्त्री रोगों और बांझपन पर चर्चा की। कार्यशाला में डॉ. दीपक लिम्बाचिया, डॉ. कल्याण बारमेड, डॉ. कुरियन जोसेफ, डॉ. पण्डित पालस्कर, डॉ. प्रशांत मंगेसिकर आदि ने विचार रखे।

वाराणसी बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को खुशखबरी दी है। अब उन्हें भी आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ मिलेगा। बनारस में सात हजार को इसका फायदा होगा। डीपीओ दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतरिम बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए स्वास्थ्य बीमा कवरेज के प्रावधान किए गए हैं। कार्ड जनपद के किसी भी जनसेवा केंद्र और सम्बद्ध सरकारी अस्पतालों में बनेंगे। आयुष्मान एप और बैनिफिशियरी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम पोर्टल के माध्यम से भी, कार्ड बनवाया जा सकता है।

वाराणसी के कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल के जिला क्षय रोग केंद्र (डीटीसी) पर विशेष स्क्रीनिंग कैंप लगाया गया। इसमें एआई आधारित अल्ट्रा पोर्टेबल एक्स-रे मशीन से 40 की जांच की गई, जिसमें 10 पॉजिटिव मिले। इनके बलगम की जांच सीबी नाट मशीन से होगी। इसके बाद सभी को निक्षय पोर्टल 2.0 पर नोटिफाई कर उपचार शुरू होगा। निक्षय पोषण के * तहत डीबीटी से मरीज के बैंक खाते में तय राशि भेजी जाएगी। सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि मशीन ने जांच को बेहद आसान बना दिया है।

इण्डो अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स, वाराणसी डेस्क की ओर से बनारस क्लब में व्यापार बढ़ाने के नए अवसरों की तलाश विषय पर एक सेमिनार हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में अमेरिका की एरिजोना विवि के प्रो. डॉ. राकेश पंगासा ने कहा कि अमेरिका में भारतीय उत्पादों का बड़ा बाजार है। उद्यमियों को प्रबंधन, संगठनात्मक दक्षता में सुधार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर समस्या के एक बेहतर समाधान से व्यापार निश्चित रूप से बढ़ाया सकता है। विशिष्ट अतिथि इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बीएचयू के निदेशक प्रो. आशीष वाजपेयी ने उद्योग प्रबंधन को सुगम बनाने के विभिन्न आयामों की जानकारी दी। इस दौरान इण्डो अमेरिकन चैंबर के चेयरमैन शिशिर उपाध्याय, उप चेयरमैन बीएन जॉन, मैनेजिंग कमेटी के सदस्य प्रशांत नागर, आईआईएचटी के 'डिप्टी डायरेक्टर संजय गुप्ता, उद्यमी अनुपम देवा, सीए सोमदत्त रघु, रवि आदि रहे।