दोस्तों मानव शरीर के निर्माण में भोजन एक महत्वपूर्ण तत्व है। प्रकृति ने कई प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाए हैं जो महत्वपूर्ण और आवश्यक पोषक तत्वों से युक्त कोशिकाओं और शरीर के ऊतकों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं, तभी तो शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए पर्याप्त मात्रा में भोजन करने की आवश्यकता होती है। साथियों, दुनिया भर में दूषित भोजन खाने से लाखो लोग मौत मुंह में समां जाते हैं।यह दिवस लोगों को याद दिलाता है कि शुद्ध और सुरक्षित भोजन स्वास्थ्य के लिए जरूरी है और यह सभी लोगों का अधिकार भी है। हर साल UN फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन (FAO) एक थीम निर्धारित करता है जिसके तहत विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है।इस वर्ष World Food Safety Day 2024 की थीम है, ‘सुरक्षित भोजन बेहतर स्वास्थ्य’. तो साथियों आइए हम सब मिलकर विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाये और हर दिन शुद्ध और सुरक्षित भोजन का सेवन करें। धन्यवाद !!

हांगकांग के फूड सेफ्टी विभाग सेंटर फॉर फूड सेफ्टी ने एमडीएच कंपनी के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला मिक्स्ड पाउडर और करी पाउडर मिक्स्ड मसाला में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाया है और लोगों को इसका इस्तेमाल न करने को कहा है. ऐसा क्यों? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

भारत गंभीर भुखमरी और कुपोषण के से जूझ रहा है इस संबंध में पिछले सालों में अलग-अलग कई रिपोर्टें आई हैं जो भारत की गंभीर स्थिति को बताती है। भारत का यह हाल तब है जब कि देश में सरकार की तरफ से ही राशन मुफ्त या फिर कम दाम पर राशन दिया जाता है। उसके बाद भी भारत गरीबी और भुखमरी के मामले में पिछड़ता ही जा रहा है। ऐसे में सरकारी नीतियों में बदलाव की सख्त जरूरत है ताकि कोई भी बच्चा भूखा न सोए। आखिर बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं।स्तों क्या आपको भी लगता है कि सरकार की नीतियों से देश के चुनिंदा लोग ही फाएदा उठा रहे हैं, क्या आपको भी लगता है कि इन नीतियों में बदलाव की जरूरत है जिससे देश के किसी भी बच्चे को भूखा न सोना पड़े। किसी के व्यक्तिगत लालच पर कहीं तो रोक लगाई जानी चाहिए जिससे किसी की भी मानवीय गरिमा का शोषण न किया जा सके।

Transcript Unavailable.

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एक सामान्य समझ है कि कानून और व्यवस्था जनता की भलाई के लिए बनाई जाती है और उम्मीद की जाती है कि जनता उनका पालन करेगी, और इनको तोड़ने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके उलट भारतीय न्याय संहिता में किये गये हालिया बदलाव जनता के विरोध में राज्य और पुलिस को ज्यादा अधिकार देते हैं, जिससे आभाष होता है कि सरकार की नजर में हर मसले पर दोषी और पुलिस और कानून पूरी तरह से सही हैं।

दैनिक जागरण बिहार की मई 2023 की रिपोर्ट के अनुसार नरपतगंज प्रखंड से सटे सुपौल जिला के छातापुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय ठूठी में सोमवार को एमडीएम परोसने के क्रम में बच्चों के भोजन में मरी हुई छिपकली मिली, जिसके बाद बच्चों व गांव वालों में हड़कंप मच गया। लेकिन क्या ये हड़कंप हमारा अपने जन प्रतिनिधियों के सामने झलकता है ? जिस पन्ना ज़िले के स्कुल में 40 बच्चे बीमार हो गए , क्या वोट देते समय हम ये बात सोचते है? नहीं .. बिलकुल भी नहीं सोचते। क्योंकि हम एक वोट देने की मशीन में ढल चुके है। कुछ लोग इसे मेरी ही मूर्खता करार देंगे कि मध्यान भोजन के लिए हम नेताओ को दोष क्यों दें ? लेकिन सच ये है कि जब तक कोई घटना हमारे या हमारे अपनों के साथ नहीं घटती , तब तक हम राजनितिक पार्टियों की चाटुकारिता में लगे रहते है। लोग आपको ही बार बार समझायेंगे कि हमें इन सभी पचड़ों में नहीं पड़ना चाहिए। दोस्तों, अपने देश, समाज और बच्चों के भविष्य को बदलने के लिए किसी न किसी को शुरुआत करनी पड़ेगी और वह शुरुआत स्वयं से ही होगी, इसके बाद अन्य समाज के लोगों का साथ मिलता चला जाएगा। तब तक आप हमें बताइए कि * ------ आपके गाँव या क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन की स्थिति क्या है ? *------- आपने क्षेत्र या गाँव के सरकारी स्कूलों में बच्चों को कैसा पौष्टिक खाना मिलता है क्या ? आपके अनुसार बच्चों के लिए पौष्टिक भोजन का क्या मतलब है ? *------ साथ ही शिक्षा के मसले पर आपको किससे सवाल पूछने चाहिए ? और इसे कैसे बेहतर बनाया जा सकता है , ताकि हमारे देश का भविष्य आगे बढे।

अनानास के गुण जानकर चौक जाएंगे आप, क्या आप जानते हैं ? यह हमें कई संक्रामक बीमारियों से बचाए रखने में भी है सक्षम। चाहे वह सुबह का नाश्ता हो, दिन का लंच हो या रात का डिनर, यदि यह पौष्टिकता से भरपूर हो तो तन और मन दोनों स्वस्थ रहता है। इसके लिए जरूरी है कि आप जो डाइट लें, वह आवश्यक विटामिन से भरपूर हो। यह मान्य है कि सुबह का नाश्ता आपके शरीर को इस हद तक चार्ज कर देता है कि आप दिन भर ऊर्जावान बने रहते हैं। मेडिकल साइंस के अनुसार एक हेल्दी नाश्ते में कैल्शियम, पोटैशियम या फाइबर ही नहीं, आपके नाश्ते का विटामिन सी से भरपूर होना भी बेहद जरूरी है। ऐसे में अगर आप और कुछ नहीं, सिर्फ अनानास को शामिल कर लें तो आपके स्वास्थ्य के बल्ले-बल्ले हो जाएंगे। बायोमेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार प्राचीन जमाने में अनानास का इस्तेमाल जहां लोक चिकित्सा में किया जाता रहा है, वहीं नेशनल सेंटर फॉर कॉम्प्लिमेंट्री एंड इंटीग्रेटिव हेल्थ के मुताबिक, अनानास विटामिन सी, विटामिन-बी, फाइबर और मैंगनीज जैसे खनिजों का एक बड़ा स्रोत है, जो कि शरीर को कई संक्रामक बीमारियों से बचा कर रखने में कारगर है। यह इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है। शरीर व त्वचा की सामान्य या स्किन की सामान्य परेशानियों से भी बचाता है। आपको बता दें मध्य और दक्षिण अमेरिकी देशों में पाचन विकारों के इलाज के लिए ऐतिहासिक रूप से अनानास का उपयोग किया जाता है। आइये इसके गुणों पर और फोकस करें। बहुत मीठा होने के बावजूद इसमें कम कैलोरी होती है। इससे पेट हल्का बना रहता है। इसके एक स्लाइस में केवल 42 कैलोरी होती है, जिसमें से सिर्फ चार प्रतिशत कार्ब्स होते हैं। अनानास में फ्रूक्टोज की मात्रा अधिक होने से ये शरीर को लंबे समय तक चलने वाली उर्जा प्रदान करता है। यह न सिर्फ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में कारगर है, बल्कि शरीर को एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करने में भी सहायक है। एक अध्ययन के अनुसार, अनानास एंटीऑक्सिडेंट का एक बड़ा स्रोत है, जो खाने में यौगिक हैं, जो शरीर में सूजन और मुक्त कणों से लड़ने में मदद करते हैं। अमेरिका के कृषि विभाग के अनुसार एक कप अनानास में 78.9 मिलीग्राम विटामिन सी होता है, जो शरीर के विकास के लिए अहम है। अनानास घाव की मरम्मत से लेकर आयरन के अवशोषण तक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये इतना गुणकारी है कि आपके शरीर में विटामिन सी की मात्रा को पूरा कर आपकी स्किन को ग्लोविंग और दाग-धब्बों से रहित बनाता है। सेलुलर क्षति को भी रोकता है और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों जैसे कि हृदय रोग, टाइप 2 डायबिटीज, अल्जाइमर और आंख की समस्याओं को भी ठीक रखता है। अनानास में ब्रोमेलैन भी पाया जाता है, जो ऐसे एंजाइमों का मिश्रण है, जिसका सीधा असर पाचन पर पड़ता है। नाश्ते में अनानास खाने से न सिर्फ पाचन सुधरता है, बल्कि ये पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं के लिए भी लाभकारी है। बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च इंटरनेशनल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार अनानास में दस्त के प्रभाव को कम करने की भी क्षमता है। इसके साथ ही ब्रोमेलैन में लिपोलाइटिक और प्रोटियोलिटिक प्रभाव होते हैं, जो शरीर पर मौजूद एक्स्ट्रा फैट को जलाने में भी मददगार हैं। कैल्शियम के साथ ट्रेस मिनरल मैंगनीज हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी है। अनानास के एक कप में मैंगनीज के अनुशंसित दैनिक मूल्य का लगभग 76 प्रतिशत होता है। ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी के अनुसार मैंगनीज ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद कर सकता है और कमजोर हड्डी को ताकतवर बनाता है।