ड्रेस शुल्क के नाम पर सरकारी स्कूल में नही थम रही मनमानी ड्रेस शुल्क के बिना एडमिशन नही ले रहे स्कूल प्रबंधन, अभिभावक परेशान हुसैनगंज, एक संवाददाता। प्रखंड के हुसैनगंज चट्टी पर स्थित उच्च विद्यालय में इंटरमीडिएट में एडमिशन के नाम पर छात्रों से एडमिशन शुल्क के साथ साथ ड्रेस शुल्क के रूप में 700 रुपए भी वसूला जा रहा है। इस से अभिभावक व छात्र परेशान हैं किंतु शिक्षा विभाग की अभी तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। स्कूल प्रबंधन इसे अनिवार्य नहीं मानता किंतु एडमिशन लेने जा रहे छात्रों को काउंटर पर बैठे बाबू बिना ड्रेस शुल्क के एडमिशन लेने से इंकार कर दे रहे हैं। जिस से इंटरमीडिएट में एडमिशन लेने वाले छात्रों को मजबूरी में कर्ज लेकर जैसे तैसे एडमिशन शुल्क के साथ साथ ड्रेस शुल्क का इंतजाम करना पड़ रहा है। एक तरह शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है तो दूसरी तरफ इस तरह की समस्याओं पर शिक्षा विभाग के अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं। स्कूल प्रशासन की तरफ से छात्रों को बाहार से ड्रेस खरीदने अथवा बनवाने की रियायत नहीं दी जा रही है। ड्रेस शुल्क के रूप में स्कूल प्रबंधन की तरफ से लिए जाने वाले 700 रुपए का शुल्क को प्रबंधन मामूली रकम बता रहे हैं लेकिन ये रकम ग्रामीण क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले सैकड़ों बच्चों के अभिभावकों की जेब पर भारी पड़ रहा है। अगर सरकारी स्कूलों में भी प्राइवेट स्कूलों के जैसा तरह तरह के शुल्क लगाकर अभिभावकों पर बोझ बनाया जाता रहा तो फिर गरीब छात्रों के लिए शिक्षा हासिल करना असंभव हो जायेगा।