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वाराणसी में अचानक से बदला मौसम, शनिवार की सुबह चटख धूप निकली, लेकिन दिन चढ़ने के साथ अचानक आसमान में काले बादल छा गए। इसके साथ ही बूंदाबांदी भी शुरू हो गया। मौसम में बदलाव के चलते सड़कों पर लोग बारिश से खुद को बचाने के लिए दुकानों की छतों का सहारा लेते दिखे।

बेमौसम बारिश से खेत में कटाई कर पड़े सरसों के फसल नष्ट होने के कागार पर,किसान चिंतित किसान बोले बेमौसम बार-बार हो रही बारिश से सरसों फसल हो रही बर्बाद वाराणसी जिले में सेवापुरी स्थानीय क्षेत्र में लगभग दो दिनों से रुक-रुक कर हो रहे बेमौसम आंधी गरज के साथ बारिश होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिच दी हैं।वही बेमौसम बारिश की वजह से गेहूं के फसलों को फायदा है।तो वही हो रहे बेमौसम बारिश से खेत में कटाई कर खेत में पड़ी सरसों की फसलें काफी नुकसान होने का किसानों को डर सता रहा है। यह बारिश गेहूं की फसल के लिए बहुत फायदेमंद माना जा रहा है।वही सरसों की बाली छतिग्रस्त हो गई है तो वही सरसों की खड़ी फसलो और कटाई की गई सरसों के फसल पर वर्षा के पानी से फसल काफी नुकसान हो गया है वही खेत में खड़ी फली खराब होने के चलते कटाई करते समय सरसों के दाने गिरने से नुकसान होने की आशंका बनी हुयी है। आप को बता दे की लगभग दो दिन से गरज के साथ बारिश हुयी वही समोवार की देर रात से ही रुक-रुक कर वारिश हो रही है। वही मंगलवार को सुबह जब किसान अपने खेतों पर पहुंचे तो उनके होश उड़ गये।जहाँ गेहूं की फसल ठीक ठाक दिखी।किसान सुरेंद्र कुमार का कहना है कि सरसों की फसल जमीन पर गिरने से पैदावार में काफी कमी आता है। साथ ही फसल की कटाई करने मे बड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ता है। पम्पापुर बहरा,बीरमपुर,कपसेठी,हित्तापुर ईसरवार,तारापुर,भिटकुरी,लोहराडीह सहित आदि कई गांवों में सरसों की फसल पक कर तैयार है।सरसों के खेत में पानी भर गया है। इससे खेत में कटाई कर खेत में पड़े फसल नष्ट होने तथा फसल का पैदावार में कमी आने का खतरा बना है। इस प्राकृतिक आपदा से किसान के माथे पर चिंता की लकीर छा गई है।किसान काफी चिंतित दिखाई दे रहे हैं। वही किसानों ने बताया कि गर्मी का मौसम हो,या जाड़े की मौसम हो, या फिर बारिश की हो।दिन हो या रात हम किसान परिवार के साथ कड़ी मेहनत,कर फसल को सींचते है।जब फसल पक कर तैयार हो जाता है तो प्राकृतिक आपदा का डर सताने लगता है। फिलहाल फसल की उत्पाद घर में आएगी की नही भगवान भरोसे है।मेहनत की मजदूरी निकलना तो दूर खेती में लगी लागत भी निकालना मुश्किल हो जाएगा।

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मौसम में उतार-चढ़ाव जारी बुद्ध से तापमान बढ़ने का संकेत कल बूंदाबांदी 3 तक तेज बारिश की संभावना।

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मौसम परिवर्तन हो रहा है। अब मौसम गर्मी का आ रहा है । ऐसे में हम पशुओ की बात कर रहे है। गर्मियों में भैस एवं गायों में बीमारियों के लक्षण को जानते हैं इनमे कौन-कौन सी बीमारी हो सकती है। गर्मियों मौसम गाय एवं भैसो में प्रमुख बीमारी मुंह पका, गला घोटू,लंगडी यह सब बीमारियां होती हैं। इन बीमारियों में पशुओं में तेज बुखार हो जाता है। सांस लेने में दिक्कत होती है। मुंह से लार टपकता है। गले में सूजन हो जाती है। इसका इलाज एंटीबायोटिक का कोर्स किया जाता है। और बुखार की दवा दी जाती है। इसमें नाखून में और मुंह में छाले पड़ जाते हैं। घाव हो जाता है, और इसमें भी मुंह से लार टपकता है। इसमें भी धवन पर दवा लगाई जाती है एंटीबायोटिक का कोर्स किया जाता है। जिससे समय से टिका लगवा लेना चाहिए टीका लगाने के बाद पशु में बीमारी आने की संभावना बहुत कम हो जाती है। यह कार्यक्रम पशु विभाग द्वारा चल रहा है। आप लोग संबंधित अस्पताल एवं ब्लॉक में पशु चिकित्सालय से टिका लगवा सकते है।और वहां से संपर्क करके सकते है। अगर आपको टीकाकरण कर लेंगे तो बीमारी आने की संभावना खत्म हो जाएगी जिससे आपके पशुओं की रक्षा हो सकेगी पर उनको कोई बीमारी नहीं होगी वह स्वस्थ रहेंगे

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