राजस्थान राज्य के टोंक शहर से पिंकी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि इनकी तीन वर्ष की बेटी है जिसे बार बार निमोनिया हो जाता है .बार - बार डॉक्टर को दिखाना पड़ता है। एक बार ये आँगनबाड़ी की बैठक में शामिल हुई जिसमे निमोवाणी के बारे में जानकारी मिली ,जिसे इन्होने बार बार सुना और इन्हे निमोनिया की जानकारी अच्छी लगी। जानकारी प्राप्त करने के बाद इन्होने सावधानी बरतना शुरू कर दिया।

राजस्थान के टोंक से पूनम कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि सेव द चिल्ड्रेन संस्था द्वारा हाँथ धुलाई दिवस मनाया गया। जो छोटे बच्चों में अच्छी आदत लाने को प्रोत्साहित करता है। संस्था द्वारा जो गतिविधि कराई जाती है वह इनके लिए सहयोगपूर्ण होती है

राजस्थान राज्य के टोंक जिला के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 84 से नंदनी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उन्हें जो जानकारी मिली है वह उस जानकारी को छोटे बच्चे के माता-पिता को देती है जिन्हे वह पढ़ाती है। उन्हें बताती है कि साफ़ सफाई रखनी चाहिए तथा हैंड वॉश करते रहना चाहिए। वही सर्दी जुकाम होने पर तुरंत अस्पताल लेकर जाना चाहिए।

राजस्थान राज्य के टोंक जिला से तुलसी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वह छह महीने से नीमोवाणी सुन रही है। उन्हें कार्यक्रम के माध्यम से बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। नीमोवाणी से उन्हें बचाव, रोकथाम तथा उपचार के बारे में सीखने को मिलता है। वह कहती है कि निमोनिया से बचाव के लिए मां का पीला, गाढ़ा दूध, 6 महीने तक सिर्फ मां का दूध तथा छह महीने के बाद ऊपरी आहार लेना चाहिए। इसके रोकथाम के लिए हाथ धोना चाहिए तथा टीकाकरण लगाना और वायु प्रदुषण से बचाव करना चाहिए।

राजस्थान राज्य के टोंक जिले से नाजमीन नीमो वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि वह इस कार्यक्रम को आठ महीने से सुन रही हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से उनके जीवन में यह बदलाव आया कि वह घर से लेकर अपने बच्चों को साफ़ सफाई से लेकर सतर्क रहती हैं।

राजस्थान राज्य के टोंक जिले से सोफिया नीमो वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि वह इस कार्यक्रम को आठ महीने से सुन रही हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से उनके जीवन में यह बदलाव आया कि उनका बच्चा कुपोषित रहता था। अब वह अपने बच्चे का पूरा ध्यान रखती हैं। 

महिला श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वे घर घर जाकर लोगो को निमोनिया की जानकारी देती है। खाँसी और पसली दिखना निमोनिया के लक्षण है। लोगो को बताती है की स्वास्थ्य केंद्र जाकर निमोनिया की जाँच कराये पर लोगो का कहना है कि हमलोग यही दिखा लेंगे पर सरकारी अस्पताल नहीं जायेंगे। कभी कभी एएनम दीदी के पास भी दवाइयाँ नहीं रहती है

राजस्थान राज्य के टोंक जिला से रुबीना मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि ये सात माह से निमोवाणी सुन रही है। निमोवाणी सुन कर बच्चों को ज़्यादा ध्यान देने लगी है। पहले जब बच्चे को खाँसी ,बुखार या जुकाम होता था तो घर पर ही दवा खिला देती थी, पर निमोवाणी सुनने के बाद बच्चों के बीमार पड़ने पर अस्पताल ले जाकर ही उनका ईलाज कराती है।इन्हे निमोवाणी सुनना बहुत अच्छा लगता है।

राजस्थान राज्य के टोंक जिला से गणेश शर्मा नीमो वाणी के माध्यम से बताना चाहते है कि उन्हें निमोनिया के बारे में बहुत अच्छी जानकारी मिली

राजस्थान राज्य के टोंक जिला से प्रिया यादव नीमो वाणी के माध्यम से बता रही है कि नीमो वाणी से हाथ धोने और स्तनपान की जानकारी मिली और इस जानकारी को ये अपने समुदाय की महिलाओ को बताती है और निमोवाणी सुनाती है जिसका असर यह हुआ है किअब समुदाय की महिलाये साफ़ सफाई और स्तनपान पर ज़्यादा ध्यान देने लगी है।